Shradha bhakti nibandh ke lekhak hain

  1. भक्तिन कक्षा 12 NCERT गाइड
  2. श्रद्धा और भक्ति निबंध
  3. साहित्य और जीवन के लेखक कौन हैं?
  4. कविता क्या है के लेखक कौन हैं?
  5. भारतीय संस्कृति
  6. अशोक के फूल के लेखक कौन हैं?


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भक्तिन कक्षा 12 NCERT गाइड

हिंदी कक्षा 12 में महत्वपूर्ण विषयों में से एक है। इसमें कई महत्वपूर्ण पाठ हैं। लोकप्रिय लेखिका महादेवी वर्मा ने (भक्तिन) Bhaktin पाठ को लिखा है। महादेवी वर्मा जी ने भक्तिन जैसे कई रचनाएं लिखी हैं। हम यहां उन्ही के द्वारा Bhaktin पाठ से आपके सामने लेखक परिचय, पाठ का सारांश, कठिन शब्द, MCQ और प्रश्न-उत्तर आपके सामने लाएंगे। चलिए, जानते हैं Bhaktin को इस ब्लॉग की मदद से। पाठ का नाम Bhaktin कक्षा कक्षा 12 खंड हिंदी आरोह Source – The Indian Express लोकप्रिय श्रीमती महादेवी वर्मा का जन्म फ़रुखाबाद, उत्तर प्रदेश में 26 मार्च 1907 में हुआ था। इनकी प्रारंभिक शिक्षा इंदौर के मिशन स्कूल में हुई थी। नौ वर्ष की आयु में इनका विवाह हो गया था, उसके बाद भी इनका अध्ययन चलता रहा। 1932 में इन्होंने इलाहाबाद से संस्कृत में MA की परीक्षा उत्तीर्ण कीं और प्रयाग महिला विद्यापीठ की स्थापना करके उसकी प्रधानाचार्या के रूप में कार्य करने लगीं। मासिक पत्रिका ‘चाँद’ का भी इन्होंने कुछ समय तक संपादन-कार्य किया। इन्हें 1952 में उत्तर प्रदेश की विधान परिषद का सदस्य मनोनीत किया गया। 1954 में यह साहित्य अकादमी की संस्थापक सदस्या बनीं। 1960 में इन्हें प्रयाग महिला विद्यापीठ का कुलपति बनाया गया। इनके व्यापक शैक्षिक, साहित्यिक और सामाजिक कार्यों के लिए भारत सरकार ने 1956 में इन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया। 1983 में ‘यामा’ कृति पर इन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया। उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान ने भी इन्हें ‘भारत-भारती’ पुरस्कार से सम्मानित किया। वहीँ 1987 में इनकी मृत्यु हो गई। इन्होंने Bhaktin के जैसी अनेकों रचनाएं की थीं। ज़रूर पढ़ें: Topi Shukla Class 10 पाठ प्रतिपाद्य व सारांश Bhaktin के लिए पाठ प्रत...

श्रद्धा और भक्ति निबंध

shraddha aur bhakti- ram chandra shukla किसी मनुष्य में जनसाधारण से विशेष गुण व शक्ति का विकास देख उसके संबंध में जो एक स्थायी आनंदपद्धाति हृदय में स्थापित हो जाती है उसे श्रद्धा कहते हैं। श्रद्धा महत्तव की आनंदपूर्ण स्वीकृति के साथ साथ पूज्य बुद्धि का संचार है। यदि हमें निश्चय हो जाएगा कि कोई मनुष्य बड़ा वीर, बड़ा सज्जन, बड़ा गुणी, बड़ा दानी, बड़ा विद्वान्, बड़ा परोपकारी वा बड़ा धार्मात्मा है तो वह हमारे आनंद का एक विषय हो जाएगा। हम उसका नाम आने पर प्रशंसा करने लगेंगे, उसे सामने देख आदर से सिर नवाएँगे; किसी प्रकार का स्वार्थ न रहने पर भी हम सदा उसका भला चाहेंगे, उसकी बढ़ती से प्रसन्न होंगे और अपनी पोषित आनंदपद्धाति में व्याघात पहुँचने के कारण उसकी निंदा न सह सकेंगे। इससे सिद्ध होता है कि जिन कर्मों के प्रति श्रद्धा होती है उनका होना संसार को वांछित है। यही विश्वकामना श्रद्धा की प्रेरणा का मूल है। प्रेम और श्रद्धा में अंतर यह है कि प्रेम स्वाधीन कार्यों पर उतना निर्भर नहीं-कभी कभी किसी का रूप मात्र, जिसमें उसका कुछ भी हाथ नहीं उसके प्रति प्रेम उत्पन्न होने का कारण होता है, पर श्रद्धा ऐसी नहीं है। किसी की सुंदर ऑंख या नाक देखकर उसके प्रति श्रद्धा नहीं उत्पन्न होगी, प्रीति उत्पन्न हो सकती है। प्रेम के लिए इतना ही बस है कि कोई मनुष्य हमें अच्छा लगे, पर श्रद्धा के लिए आवश्यक यह है कि मनुष्य किसी बात में बढ़ा हुआ होने के कारण हमारे सम्मान का पात्र हो। श्रद्धा का व्यापार स्थल विस्तृत है, प्रेम का एकांत। प्रेम में घनत्व अधिक है और श्रद्धा में विस्तार। किसी मनुष्य से प्रेम रखनेवाले दो ही एक मिलेंगे, पर उसपर श्रद्धा रखनेवाले सैकड़ों, हजारों, लाखों क्या करोड़ों मिल सकते हैं। सच पूछि...

साहित्य और जीवन के लेखक कौन हैं?

साहित्य और जीवन के लेखक/निबंधकार/रचयिता साहित्य और जीवन (Saahity Aur Jeevan) के लेखक/निबंधकार/रचयिता (Lekhak/Nibandhkar/Rachayitha) " बनारसी दास चतुर्वेदी" ( Banaarasee Das Chaturvedi) हैं। Saahity Aur Jeevan (Lekhak/Nibandhkar/Rachayitha) नीचे दी गई तालिका में साहित्य और जीवन के लेखक/निबंधकार/रचयिता को लेखक/निबंधकार तथा निबंध के रूप में अलग-अलग लिखा गया है। साहित्य और जीवन के लेखक/निबंधकार/रचयिता की सूची निम्न है:- रचना/निबंध लेखक/निबंधकार/रचयिता साहित्य और जीवन बनारसी दास चतुर्वेदी Saahity Aur Jeevan Banaarasee Das Chaturvedi साहित्य और जीवन किस विधा की रचना है? साहित्य और जीवन (Saahity Aur Jeevan) की विधा का प्रकार " निबंध" ( Nibandh) है। आशा है कि आप " साहित्य और जीवन नामक निबंध के लेखक/निबंधकार/रचयिता कौन?" के उत्तर से संतुष्ट हैं। यदि आपको साहित्य और जीवन के लेखक/निबंधकार/रचयिता के बारे में में कोई गलती मिली हो त उसे कमेन्ट के माध्यम से हमें अवगत अवश्य कराएं।

कविता क्या है के लेखक कौन हैं?

कविता क्या है के लेखक/निबंधकार/रचयिता कविता क्या है (Kavita Kya Hai) के लेखक/निबंधकार/रचयिता (Lekhak/Nibandhkar/Rachayitha) " रामचंद्र शुक्ल" ( Ramachandra Shukl) हैं। Kavita Kya Hai (Lekhak/Nibandhkar/Rachayitha) नीचे दी गई तालिका में कविता क्या है के लेखक/निबंधकार/रचयिता को लेखक/निबंधकार तथा निबंध के रूप में अलग-अलग लिखा गया है। कविता क्या है के लेखक/निबंधकार/रचयिता की सूची निम्न है:- रचना/निबंध लेखक/निबंधकार/रचयिता कविता क्या है रामचंद्र शुक्ल Kavita Kya Hai Ramachandra Shukl कविता क्या है किस विधा की रचना है? कविता क्या है (Kavita Kya Hai) की विधा का प्रकार " निबंध" ( Nibandh) है। आशा है कि आप " कविता क्या है नामक निबंध के लेखक/निबंधकार/रचयिता कौन?" के उत्तर से संतुष्ट हैं। यदि आपको कविता क्या है के लेखक/निबंधकार/रचयिता के बारे में में कोई गलती मिली हो त उसे कमेन्ट के माध्यम से हमें अवगत अवश्य कराएं।

भारतीय संस्कृति

vivaran bharatiy sanskriti mukhy bhashaean sahity-darshan dharm kala pratik mukhy tyohar utsav aur mele khan-pan mukhy khel bharatiy sanskriti vishv ki pradhan sanskriti hai, yah koee garvokti nahian, balki vastavikata hai. hazaroan varshoan se bharat ki saanskritik prathaoan, bhashaoan, riti-rivazoan adi mean vividhata bani rahi hai jo ki aj bhi vidyaman hai aur yahi anekata mean ekata bharatiy sanskriti ki mahanh visheshata hai. [[chitr:Indus-Valley-Civilization-Pottery.jpg|thumb|left| 800 ee. se 1200 ee. ka kal arthik aur samajik jivan tatha vanijy aur vyapar uttar kal mean yah kal samanyatah j data tatha hras ka kal mana jata hai. isaka mukhy karan yah tha ki satavian shatabdi aur dasavian shatabdi ke bich vanijy aur vyapar mean gatirodh a gaya tha. isake parinamasvaroop is kshetr mean nagaroan tatha nagarik jivan ka hras hua. vanijy aur vyapar mean gatirodh ka mukhy karan pashchim mean upajatiyoan ka roop us samay ki kahaniyoan ki kitaboan mean yatra ke khataroan ka b da rochak varnan milata hai. gaanvoan mean jivan aur sampatti ki asuraksha se yatra aur bhi kathin thi aur is karan bhi vanijy aur vyapar ka hras hua. isase ek naye samaj ka uday hua jisamean gramin kshetr arthik drishti se adhik atm-nirbhar hote ge. kuchh log samaj ke is vikas ko vanijy aur vyapar ke hras ki jhalak is kal ki vicharadhara mean bhi milati hai. is kal mean rachit kuchh dharmashastroan ne videsh yatra ko nishiddh mana hai. unake anusar us jagah nahian jana chahie jahaan muanj ghas nahian ug...

अशोक के फूल के लेखक कौन हैं?

अशोक के फूल के लेखक/निबंधकार/रचयिता अशोक के फूल (Ashok Ke Phool) के लेखक/निबंधकार/रचयिता (Lekhak/Nibandhkar/Rachayitha) " हजारी प्रसाद द्विवेदी" ( Hazari Prasad Dwivedi) हैं। Ashok Ke Phool (Lekhak/Nibandhkar/Rachayitha) नीचे दी गई तालिका में अशोक के फूल के लेखक/निबंधकार/रचयिता को लेखक/निबंधकार तथा निबंध के रूप में अलग-अलग लिखा गया है। अशोक के फूल के लेखक/निबंधकार/रचयिता की सूची निम्न है:- रचना/निबंध लेखक/निबंधकार/रचयिता अशोक के फूल हजारी प्रसाद द्विवेदी Ashok Ke Phool Hazari Prasad Dwivedi अशोक के फूल किस विधा की रचना है? अशोक के फूल (Ashok Ke Phool) की विधा का प्रकार " निबंध" ( Nibandh) है। आशा है कि आप " अशोक के फूल नामक निबंध के लेखक/निबंधकार/रचयिता कौन?" के उत्तर से संतुष्ट हैं। यदि आपको अशोक के फूल के लेखक/निबंधकार/रचयिता के बारे में में कोई गलती मिली हो त उसे कमेन्ट के माध्यम से हमें अवगत अवश्य कराएं।