श्री कृष्ण गवळण

  1. 500+ Lord Krishna quotes in hindi (2023)
  2. श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी
  3. कृष्ण भगवान के प्रेरणादायक विचार
  4. श्रीकृष्ण की सम्पूर्ण लीला (जन्म से मृत्यु तक)
  5. राधा कृष्ण


Download: श्री कृष्ण गवळण
Size: 47.72 MB

500+ Lord Krishna quotes in hindi (2023)

पूरे संसार के कल्याण के लिए भगवान श्री कृष्ण ने कुछ अनमोल वचनों का संग्रह इस समाज को दिया है जिसे हम लोग भगवत गीता के नाम से भी जानते हैं आज के हमारे इस लेख krishna quotes in hindi में हमने भगवत गीता से कुछ महत्वपूर्ण और सुंदर उपदेशों का चयन किया है जो आप लोगों को काफी पसंद आएगा और अगर आप इन उपदेशों का पालन अपने जीवन में करते हैं तो यकीन मानिए आपके जीवन में सफलता और खुशहाली का आगमन हमेशा बना रहेगा। “जीवन ना तो भविष्य में है और ना ही अतीत में, जीवन तो बस इस पल में है , केवल इस पल में।” जो मनुष्य अपने जीवन को अपने अतीत या अपने भूतकाल के भरोसे जीते हैं, उन्हें श्री कृष्ण मार्गदर्शन देते हुए कहते हैं – कि मनुष्य का जीवन ना तो उनके भूतकाल में है और ना ही भविष्यकाल में है, मनुष्य के जीवन का असली सुख उसके वर्तमानकाल में ही है इसलिए हर मनुष्य को अपने वर्तमान के जीवन का पूरा आनंद लेना चाहिए और निस्वार्थ भाव से सत्य कर्म करते रहना चाहिए। “राधा ने श्री कृष्ण से पूछा, प्यार का असली मतलब क्या होता है? श्री कृष्णा ने हँस कर कहा, जहाँ ‘मतलब’ होता है, वहाँ प्यार ही कहा होता है॥” श्री कृष्ण कहते हैं कि जिस प्रेम के रिश्ते में स्वार्थ, अहंकार या मतलब होता है वह रिश्ता प्रेम का रिश्ता कभी नहीं कहला सकता, क्योंकि प्रेम के रिश्ता निस्वार्थ होता है यानी प्रेम के रिश्ते में कोई स्वार्थ नहीं होता। “राधा कृष्ण का मिलना तो बस एक बहाना था, दुनिया को प्यार का सही मतलब समझाना था॥” श्री कृष्ण और राधा दोनों ने ही इस पृथ्वी पर कुछ विशेष कार्य को पूर्ण करने के लिए अवतार लिया था, उन दोनों का मिलना और मिलकर बिछड़ना एक प्रक्रिया मात्र थी जो पहले से निश्चित थी और इसी प्रक्रिया के माध्यम से उन्होंने प्रेम के व...

श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी

By Aug 9, 2020 सच्चिदानंदरूपायविश्वोत्पत्यादिहेतवे, तापत्रयविनाशायश्रीकृष्णायवयंनम: ॥ श्रीकृष्णगोविन्दहरेमुरारी, हेनाथनारायणवासुदेवा॥ हेनाथनारायण…॥ पितुमातस्वामी, सखाहमारे, हेनाथनारायणवासुदेवा॥ हेनाथनारायण…॥ ॥श्रीकृष्णगोविन्दहरेमुरारी…॥ बंदीगृहके, तुमअवतारी कहीजन्मे, कहीपलेमुरारी किसीकेजाये, किसीकेकहाये हैअद्भुद, हरबाततिहारी॥ हैअद्भुद, हरबाततिहारी॥ गोकुलमेंचमके, मथुराकेतारे हेनाथनारायणवासुदेवा॥ श्रीकृष्णगोविन्दहरेमुरारी, हेनाथनारायणवासुदेवा॥ पितुमातस्वामी, सखाहमारे, हेनाथनारायणवासुदेवा॥ अधरपेबंशी, ह्रदयमेंराधे बटगएदोनोंमें, आधेआधे हेराधानागर, हेभक्तवत्सल सदैवभक्तोंके, कामसाधे॥ सदैवभक्तोंके, कामसाधे॥ वहीगएवही, गएवहीगए जहाँगएपुकारे हेनाथनारायणवासुदेवा॥ श्रीकृष्णगोविन्दहरेमुरारी, हेनाथनारायणवासुदेवा॥ पितुमातस्वामीसखाहमारे, हेनाथनारायणवासुदेवा॥ गीतामेंउपदेशसुनाया धर्मयुद्धकोधर्मबताया कर्मतूकरमतरखफलकीइच्छा यहसन्देशतुम्हीसेपाया अमरहैगीताकेबोलसारे हेनाथनारायणवासुदेवा॥ श्रीकृष्णागोविन्दहरेमुरारी, हेनाथनारायणवासुदेवा॥ पितुमातस्वामीसखाहमारे, हेनाथनारायणवासुदेवा॥ त्वमेवमाताचपितात्वमेव त्वमेवबंधूसखात्वमेव त्वमेवविद्याद्रविणंत्वमेव त्वमेवसर्वंममदेवदेवा ॥श्रीकृष्णागोविन्दहरेमुरारी…॥ राधेकृष्णाराधेकृष्णा राधेराधेकृष्णाकृष्णा॥ राधेकृष्णाराधेकृष्णा राधेराधेकृष्णाकृष्णा॥ हरीबोल, हरीबोल, हरीबोल, हरीबोल॥ राधेकृष्णाराधेकृष्णा राधेराधेकृष्णाकृष्णा राधेकृष्णाराधेकृष्णा राधेराधेकृष्णाकृष्णा॥ shri krishna govind hare murari lyrics Krishna krishna hare krishna hare hare Shri krishna govind hare murari Hey nath narayan vasudeva Ek maat swami sakha hamare Hey nath narayan vasudeva Bandi grah ke tum a...

कृष्ण भगवान के प्रेरणादायक विचार

नमस्कार, इस लेख में कृष्ण भगवान के अनमोल विचार दिए है. इन्हें पढने बाद के आपके जीवन से निराशा दूर भाग जाएगी. तथा आपको सफलता की राह पर चलने के लिए हौसला मिलेगा. आप सभी जानते है की कृष्ण भगवान के विचारों से पूरा संसार प्रेरित होता है. उनके नाम मात्र से मन में प्रसंता उत्पन होती है. इसलिए अगर आपने इन अनमोल विचारों को आत्मसात कर लिया. तो सफलता जीवनभर आपका साथ नहीं छोड़ेगी. तो चलिए पढ़ते है. krishna bhagwan quotes in hindi यह भी पढे – 1.4 krishna bhagwan quotes in hindi krishna bhagwan quotes in hindi • भगवान श्री कृष्ण कहते है; मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है. जैसा वो विश्वास करता है वैसा वह बन जाता है. अर्थ: आपका खुद के बारे में जैसा विश्वास होता है. आप सच में वैसे ही बन जाते है. अगर आप खुदको यह विश्वास दिलाते रहे की “ मैं हार चुका हूँ ” तो हाँ आप का विश्वास सही है. आप मैदान से चले जाओगे. लेकिन अगर आप खुद से कहो गे के की नहीं मैं अभी हारा नहीं मानूंगा. तो आप एक बार और कोशिश करोगे. इस तरह एक दिन सफलता खुद आपको खोजते हुए आयेगी. 2. श्री कृष्ण कहते है; “मन अशांत हैं और उसे नियंत्रित करना कठीण हैं, लेकिन अभ्यास से इसे वश में किया जा सकता हैं. अर्थ : मनुष्य का मन चंचल होता है. हर बार भावनाओं में बहकर विविध विचारों के पीछे भटक जाता है. जिसमे अच्छे ,बुरे, और बेमतलब हर तरह के विचारों का समावेश होता है. इसी वहज से मूल लक्ष्य से मनुष्य का ध्यान विचलित हो जाता है. पर अगर हम प्रयास करें. तो मन को लगातार आज्ञा देकर एकाग्र किया जा सकता है. 3. श्री कृष्ण कहते है; हर व्यक्ति का विश्वास उसकी प्रकृति के अनुसार होता है. अर्थ: हर इंसान का विश्वास उसके स्वभाव के अनुरूप ही मजबूत या कमजोर होता ...

श्रीकृष्ण की सम्पूर्ण लीला (जन्म से मृत्यु तक)

Story of Lord Krishna in Hindi: भगवान श्री कृष्ण को उनके भक्त उन्हें अनेकों नाम से बुलाते हैं और भगवान श्री कृष्ण की कथाओं में आपको इनके प्रत्येक नाम के पीछे कोई ना कोई कहानी तो अवश्य देखा होगा। भगवान श्री कृष्ण की जन्मदिवस पर संपूर्ण भारतवर्ष में काफी चहल-पहल मची रहती है और आप सभी लोगों को चारों तरफ एक ही नारा हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की सुनाई देता होगा। आप सभी लोगों में से बहुत से लोग ऐसे होंगे, जिन्हें भगवान श्री कृष्ण के जन्म से लेकर उनकी मृत्यु तक के पूरी कहानी अर्थात पूरी घटनाओं को अपने दादाजी या टीवी चैनलों में अवश्य ही देखे होंगे। परंतु आप में ऐसे ही कुछ लोग ऐसे होंगे, जो भगवान श्री कृष्ण के विषय में नहीं जानते और अब आप उनके विषय में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारा यह लेख आप सभी लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है। Image: Story of Lord Krishna in Hindi भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का वर्णन आप सभी लोगों को बहुत से ऐसे ग्रंथ है, जहां पर मिल जाएगा परंतु उन ग्रंथों में लिखी गई जानकारियों को सुनने के लिए आपको किसी ना किसी कवि सम्मेलन या फिर महात्माओं के सत्संग में जाना पड़ेगा। परंतु आप यदि किसी भी सत्संग में ना जाकर भगवान श्री कृष्ण के जन्म से मृत्यु तक के पूरे कहानी के विषय में जानना चाहते हैं तो यह लेख अंतर अवश्य पढ़ें। आज आप सभी लोगों को इस लेख में भगवान श्री कृष्ण कौन है? भगवान श्री कृष्ण का जन्म, भगवान श्री कृष्ण की बचपन में की गई कुछ विशेष लीलाएं, भगवान श्री कृष्ण ने कैसे किया था कंस का वध? भगवान श्री कृष्ण ने कहां से प्राप्त की थी अपनी शिक्षा दीक्षा? भगवान श्री कृष्ण का विवाह कहां हुआ था? कुरुक्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण का योगदान, ...

राधा कृष्ण

अनुक्रम • 1 नाम • 2 शक्ति और शक्तिमान • 3 दर्शन • 4 परम्पराएं • 4.1 बिश्नुप्रिया मणिपुरी वैष्णव • 4.2 भागवत • 4.3 गौड़ीय वैष्णव • 5 निम्बार्क सम्प्रदाय • 5.1 स्वामीनारायण संप्रदाय • 5.2 वल्लभ सम्प्रदाय • 5.3 हिंदू धर्म के बाहर • 6 मंदिर • 7 लोकप्रिय गीत और प्रार्थनाएं • 8 इन्हें भी देखें • 9 पाद-टिप्पणियां • 10 सन्दर्भ • 11 अतिरिक्त पठन • 12 लिंक नाम [ ] राधाकृष्ण को दो भागों में तोड़ा जा सकता है - शक्ति और शक्तिमान [ ] शक्ति और शक्तिमान की आम व्युत्पत्ति अर्थात भगवान में स्त्री और पुरुष सिद्धांत का अर्थ है कि शक्ति और शक्तिमान एक ही हैं। स्वयं भगवान के रूप में की जाती है और उनकी दर्शन [ ] वैष्णव दृष्टिकोण से दैवीय स्त्री ऊर्जा ( शक्ति) के एक दिव्य स्रोत को प्रतिबिंबित करती है। जैसे " शक्तियों का मूल स्रोत हैं अथवा दैवीय ऊर्जा का स्त्री रूप हैं। परंपरा के अनुसार, आराधना को समझने के लिए विभिन्न व्याख्याओं में एक निजवादी समान मूल है। विशेष रूप से चैतन्य गौड़ीय वैष्णव सिद्धांत और मिशन गहरे रूप से "निजवादी" (आत्मनिष्ठवादी) है, जो कृष्ण की सर्वोच्चता, राधा-कृष्ण के रूप में चैतन्य की पहचान, स्व की वास्तविकता और नित्यता और सर्वप्रथम और महत्वपूर्ण रूप से एक व्यक्ति के रूप में एकमात्र सत्य और ईश्वर तक पहुंचने की घोषणा करता है। जीव गोस्वामी ने अपने प्रीति सन्दर्भ में कहा है कि प्रत्येक गोपी भिन्न स्तर के मनोभाव की तीव्रता को व्यक्त करती है, जिसमें से अपने प्रसिद्ध संवादों में रामानंद राय चैतन्य के लिए राधा को वर्णित करते हैं और अन्य पंक्तियों के बीच चैतन्य चरितामृत एक छंद को उद्धृत करते हैं, जिसके बाद वे वृन्दावन के प्राचीन समय में इस ब्रह्मविद्या का केंद्र बिंदु रस शब्द से संबंधित ...