सुबह मुहूर्त टुडे

  1. देखें उपनयन मुहूर्त 2023 (Upanayan Muhurat 2023) सूची!
  2. आज का शुभ मुहूर्त (Aaj ka shubh muhurat): Kya Hai Aaj Ka Shubh Muhurat?
  3. Brahma Muhurat: सुबह के 4 बजे गलती से भी न करें ये काम, अगर नहीं समझें बात तो जीवन में नहीं जुड़ेगा पैसा
  4. Yogini Ekadashi 2023 Date Time Shubh Muhurat What To Do In This Fast Lord Vishnu


Download: सुबह मुहूर्त टुडे
Size: 25.15 MB

देखें उपनयन मुहूर्त 2023 (Upanayan Muhurat 2023) सूची!

•  • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • NEW  • • • • • • • • • • • • • • • • • • •  • • • • • • • • • • • •  • • • • • • • • • • • • •  • • • • • • • • •  • • • • • • • • • • • • • • •  • • • • • • • • •  • • • • • • • • • • •  • • • • • • • • • •  • • • • • • • •  • • • • • • • •  • • • • • • • •  • • • • • • • • • • • • •  • • • • • • • •  • • • • • • • • • • • एस्ट्रोसेज के इस लेखा में हम आपको उपनयन मुहूर्त 2023 (Upanayan Muhurat 2023), जिसे जनेऊ संस्कार 2023 या यज्ञोपवीत संस्कार 2023 के नाम से भी जाना जाता है, के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे। इसमें आप हिन्दू धर्म के सबसे पवित्र समारोह जनेऊ संस्कार 2023 के महत्व व जनेऊ पहनने के विभिन्न तरीकों के बारे में जानेंगे। इसके अलावा आपको उत्तर और दक्षिण भारत में धागा संस्कार या जनेऊ संस्कार कैसे किया जाता है, जैसे कई दिलचस्प विषयों के बारे में भी जानकारी प्राप्त होगी। जानने के लिए यह लेख अंत तक ज़रूर पढ़ें। उपनयन संस्कार क्या है? हिन्दू धर्म में जनेऊ धारण करना हमेशा से ही एक पवित्र परंपरा रही है। शादी से पहले उपनयन संस्कार को सबसे महत्वपूर्ण संस्कारों में से एक माना जाता है। यह प्राचीन सनातन धर्म में वर्णित दसवां संस्कार है। सनातन धर्म में विशेष रूप से ब्राह्मण समुदाय में, उपनयन या जनेऊ संस्कार एक विशेष समारोह रहा है। इस समारोह में लड़के को एक पवित्र सफेद धागा (जनेऊ या यज्ञोपवीत) पहनाया जाता है, जो उसके जीवन में एक नए अध्याय अर्थात युवावस्था की शुरुआत का संकेत देता है। यही वजह है कि इस संस्कार को उचित अनुष्ठानों के साथ और शुभ तिथियों और मुहूर्त पर करना अनिवार्य बताया गया है। पौराणिक काल से ही ब्राह...

आज का शुभ मुहूर्त (Aaj ka shubh muhurat): Kya Hai Aaj Ka Shubh Muhurat?

हिन्दू धर्म में ऐसी मान्यता है कि यदि कोई भी काम शुभ मुहूर्त देखकर किया जाए तो वो ज़्यादा शुभ और फलदायी होता है। यही वजह है कि हिंदू धर्म में जितने भी शुभ और मांगलिक कार्य होते हैं जैसे विवाह, गृह प्रवेश, अन्नप्राशन, मुंडन, कर्णवेध संस्कार, इत्यादि या कोई पूजा पाठ इसके लिए हम शुभ मुहूर्त की गणना अवश्य करवाते हैं। शुभ मुहूर्त को लेकर अलग-अलग विश्वास वाले लोगों के बीच तर्क वितर्क और धारणाओं का मतभेद देखने को मिलता है। हालांकि यह शुभ मुहूर्त एक व्यक्ति के जीवन में क्या महत्व रखता है यह स्वयं उस व्यक्ति की सोच और विश्वास पर निर्भर करता है और करना चाहिए। जो लोग शुभ मुहूर्त में विश्वास करते हैं वह जानते और मानते हैं कि शुभ मुहूर्त वह विशेष समय होता है जब ग्रह और नक्षत्रों के प्रभाव से हमें सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। ऐसे में इस दौरान यदि कोई भी कार्य शुरू किया जाए, या शुभ कार्य संपन्न किया जाए तो यह निर्विघ्न रुप से और सफल होता है। एक दिन में कितने मुहूर्त होते हैं? 1 दिन में कुल 30 मुहूर्त होते हैं। हालांकि यहां यह जानना बेहद आवश्यक है कि मुहूर्त शुभ भी होते हैं और अशुभ मुहूर्त भी होते हैं। जहां शुभ कार्य करने के लिए हम शुभ मुहूर्त की गणना करते हैं वहीं कोई भी शुभ या नया कार्य करने के लिए यह बेहद आवश्यक होता है कि आपको पता हो कि दिन आज का अशुभ मुहूर्त क्या है ताकि आप उस समय में कोई भी नया काम ना शुरू करें। दिन के सभी मुहूर्तों के नाम: रुद्र, आहि, मित्र, पितॄ, वसु, वाराह, विश्वेदेवा, विधि, सतमुखी, पुरुहूत, वाहिनी, नक्तनकरा, वरुण, अर्यमा, भग, गिरीश, अजपाद, अहिर, बुध्न्य, पुष्य, अश्विनी, यम, अग्नि, विधातॄ, कण्ड, अदिति, जीव/अमृत, विष्णु, युमिगद्युति, ब्रह्म और समुद्रम। आज का शु...

Brahma Muhurat: सुबह के 4 बजे गलती से भी न करें ये काम, अगर नहीं समझें बात तो जीवन में नहीं जुड़ेगा पैसा

डीएनए हिंदीः धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सुबह उठने के बाद कई कार्यों को करने की मनाही है. सुबह ब्रह्म मुहूर्त (Brahma Muhurat) के समय कई कार्यों को करने से परहेज करना चाहिए. पुराणों के अनुसार, ब्रह्म मुहूर्त को बहुत ही शुभ माना (Brahma Muhurat Benefits) जाता है. यह मुहूर्त (Brahma Muhurat) सुबह 4 से 5ः30 तक होता है. इस समय भगवान की पूजा अर्चना करने से शुभ फल (Brahma Muhurat Benefits) मिलते हैं. ब्रह्म मुहूर्त में उठने से कई लाभ मिलते हैं. इस दौरान व्यक्ति को भूलकर भी इन कामों को नहीं करना चाहिए. सुबह 4 बजे इन कामों को करने से घर में दरिद्रता छाई रहती हैं. तो चलिए बताते हैं कि सुबह 4 बजे किन कार्यों को नहीं करना चाहिए. सुबह 4 बजे न करें ये काम (Never Do These Works In Brahma Muhurat) भूलकर भी न बनाएं शारीरिक संबंध सुबह 4 बजे का समय ब्रह्म मुहूर्त का होता है ब्रह्म मुहूर्त भगवान की पूजा अर्चना के लिए बहुत ही शुभ समय होता है. ऐसी मान्यता है कि इस समय शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए. इस दौरान संभोग करने को वर्जित माना जाता है. ऐसा करने से व्यक्ति की आयु कम होती है. नकारात्मक विचारों से बचें सुबह का समय सोच-विचार करने के लिए बिल्कुल उचित होता है. यह समय व्यक्ति के खास निर्णय लेने के लिए अच्छा होता है. ऐसे में इस बात का ध्यान रखें की आपके मन में ब्रह्म मुहूर्त के समय नकारात्मक विचार न आए. यह आपको मानसिक रूप से परेशान कर सकते हैं. (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में

Yogini Ekadashi 2023 Date Time Shubh Muhurat What To Do In This Fast Lord Vishnu

Yogini Ekadashi 2023: हर महिने 2 एकादशी पड़ती हैं. एक कष्ण पक्ष में एक शुक्ल पक्ष में, पूरे साल में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं. जून माह में पड़ने वाले एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है. आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष के योगिनी एकादशी का व्रत रखा जाता है. इस साल ये व्रत 14 जून 2023 , बुधवार के दिन रखा जाएगा. ये व्रत हर साल जून-जुलाई में रखा जाता है. योगिनी एकादशी का व्रत श्री हरि विष्णु के लिए रखा जाता है.इस दिन श्री नारायण भगवान की पूजा अर्चना की जाती है. इस व्रत को रखने से सभी पापों का नाश होता है, दुख दर्द दूर होते हैं. शुभ मुहूर्त (Panchang 14 june 2023) एकादशी तिथि प्रारंभ 13 जून सुबह 09:28 मिनट एकादशी तिथि समाप्त 14 जून सुबह 08: 28 मिनट योगिनी एकादशी का व्रत 14 जून, 2023, बुधवार के दिन रखा जाएगा. योगिनी ए कादशी पारण मुहूर्त 15 जून , गुरुवार सुबह 05:22 से 08:10 योगिनी एकादशी का व्रत रखने से जातक के सभी कष्टों का अंत होता और बीमारियों से मुक्ति मिलती है. अगर आप निरोग और स्वास्थ्य रहना चाहते है तो योगिनी एकादशी के व्रत को जरुर रखें. ऐसा माना जाता हि कि इस व्रत को रखने से 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है. साथ ही योगिनी एकादशी व्रत को रखने से घर में सुख-समृद्धि और शांति आती है. इस दिन क्या करें (Ekadashi Par Kya Karen) • योगिनी एकादशी के दिन श्री हरि के भजन करें और नाम का जाप करें. • इस दिन भजन- कीर्तन करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है. • इस दिन व्रत रखने और साधना करने से सभी समस्याओं का अंत होता है. • इस दिन केवल जलीय आहार ग्रहण करें. • इस दिन अपने गुस्से पर कंट्रोल रखें. • जितना ज्यादा संभव हो विष्णु जी के साथ शिव जी की भी उपासना करें. Discl...