सुभाष चंद्र बोस

  1. सुभाष चंद्र बोस
  2. सुभाष चन्द्र बोस
  3. Parakram Diwas 2022 Subhash Chandra Bose Jayanti Speech: On the 125th birth anniversary of Netaji Subhas Chandra Bose see the speech idea
  4. नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जीवनी एवं रोचक तथ्य
  5. सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी
  6. नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी


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सुभाष चंद्र बोस

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सुभाष चन्द्र बोस

5वें कार्यकाल 22 अगस्त 1930 – 15 अप्रैल 1931 पूर्वाधिकारी उत्तराधिकारी जन्म 23 जनवरी 1897 मृत्यु 18 अगस्त 1945 ( 1945-08-18) (उम्र48) सेना अस्पताल नानमोन शाखा, जन्म कानाम सुभाष चन्द्र बोस राजनीतिकदल जीवन संगी वि॰1937) (गुप्त रूप से विवाह किया जिसमें किसी तरह का कोई कार्यक्रम अथवा गवाह नहीं था, बोस ने सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा नहीं की। बच्चे शैक्षिक सम्बद्धता अनुक्रम • 1 जन्म और पारिवारिक जीवन • 2 शिक्षादीक्षा से लेकर आईसीएस तक का सफर • 3 स्वतन्त्रता संग्राम में प्रवेश और कार्य • 4 कारावास • 5 यूरोप प्रवास • 6 ऑस्ट्रिया में प्रेम विवाह • 7 हरीपुरा कांग्रेस का अध्यक्ष पद • 8 कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा • 9 फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना • 10 नजरबन्दी से पलायन • 11 जर्मनी में प्रवास एवं हिटलर से मुलाकात • 12 पूर्व एशिया में अभियान • 13 दुर्घटना और मृत्यु की खबर • 14 सुनवाई के लिये विशेष पीठ का गठन • 15 भारत की स्वतन्त्रता पर नेताजी का प्रभाव • 16 लेखन (एवं वाचिक) कार्य तथा प्रकाशन • 16.1 नेताजी संपूर्ण वाङ्मय • 17 इन्हेंभीदेखें • 18 सन्दर्भ • 19 बाहरीकड़ियाँ जन्म और पारिवारिक जीवन [ ] कटक के प्रोटेस्टेण्ट स्कूल से प्राइमरी शिक्षा पूर्ण कर 1909 में उन्होंने रेवेनशा कॉलेजियेट स्कूल में दाखिला लिया। कॉलेज के प्रिन्सिपल बेनीमाधव दास के व्यक्तित्व का सुभाष के मन पर अच्छा प्रभाव पड़ा। मात्र पन्द्रह वर्ष की आयु में सुभाष ने विवेकानन्द साहित्य का पूर्ण अध्ययन कर लिया था। 1915 में उन्होंने इण्टरमीडियेट की परीक्षा बीमार होने के बावजूद द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण की। 1916 में जब वे दर्शनशास्त्र (ऑनर्स) में बीए के छात्र थे किसी बात पर प्रेसीडेंसी कॉलेज के अध्यापकों और छात्रों के बीच झग...

Parakram Diwas 2022 Subhash Chandra Bose Jayanti Speech: On the 125th birth anniversary of Netaji Subhas Chandra Bose see the speech idea

Subhash Chandra Bose Jayanti Speech, Parakram Diwas 2022 : महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस कीयाद में कृतज्ञ राष्ट्र उनकीजयंती हर साल 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाता है। इस वर्ष 2022 में सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाई जा रही है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा, बंगाल डिविजन के कटक में हुआ था। बोस के पिता का नाम जानकीनाथ बोस और मां का नाम प्रभावती था। सुभाष चंद्र बोस के पिता जानकीनाथ बोस पेशे से वकील थे और उनकी माता प्रभावती देवी धार्मिक व घरेलू महिला थी। नेताजी की प्रारंभिक पढ़ाई कटक के रेवेंशॉव कॉलेजिएट स्कूल में हुई। इसके बाद उनकी शिक्षा कोलकाता के प्रेजीडेंसी कॉलेज और स्कॉटिश चर्च कॉलेज से हुई। इसके बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा (इंडियन सिविल सर्विस) की तैयारी के लिए उनके माता-पिता ने बोस को इंग्लैंड के केंब्रिज विश्वविद्यालय भेज दिया था। उन्होंने 1920 में इंग्लैंड में सिविल सर्विस परीक्षा पास की लेकिन भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष में हिस्सा लेने के लिए उन्होंने जॉब छोड़ दी थी। सुभाष चंद्र बोस बचपन से ही भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े आंदोलनों में हिस्सा लेते रहे थे। नेताजी सुभाष चंद्र बोस बचपन से ही स्वामी विवेकानंद और रामकृष्ण की शिक्षाओं से प्रभावित थे। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर स्कूल-कॉलेज में नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर भाषण प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। ऐसे में यदि आपको भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर अपने स्कूल/कॉलेज में भाषण देना है तो हम आपकी मदद के लिए यहां पर उनके जीवन तथ्यों से जुड़ा भाषण दे रहे हैं जिसके मदद से आप अपने स्कूल/कॉलेज में भाषण देकर एक अच्छा प्रभाव छोड़ सकते हैं। ...

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जीवनी एवं रोचक तथ्य

सुभाष चंद्र बोस की जीवनी, जयंति 2023, जन्म स्थान, मृत्यु, इतिहास, परिवार, पत्नी का नाम, रोचक तथ्य, सुभाष चंद्र बोस के क्रांतिकारी नारे एवं विचार (Netaji Subhash Chandra bose biography hindi, netaji subhash chandra bose jayanti 2023, death mystery slogan & quotesinHindi, Netaji Subhash Chandra bose quotes & interesting facts in hindi) Netaji Subhash Chandra Bose Jivani 2023: दोस्तों आज के समय जहां बरसात में मेंढक की तरह चुनावी माहौल में जगह-जगह से नेता निकल निकल कर बाहर आते हैं, इसके ठीक विपरीत भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन ने एक ऐसे नेता को जन्म दिया था जिसे आज के समय में एक राष्ट्रवादी हीरो के रूप में जाना जाता है। जी हां हम बात कर रहे हैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस की। Advertisements नेताजी सुभाष चंद्र बोस वह महापुरुष थे, जिन्होंने अपने आजाद हिंद फौज के साथ में द्वितीय विश्व युद्ध में भी हिस्सा लिया था, उन्होंने भारत में गहराई में जमी हुई ब्रिटिश साम्राज्य की जड़ों को खोखला कर दिया था। उन्होंने नाजी जर्मनी तथा इम्पीरियल जापान के साथ में मिलकर के ब्रिटिश साम्राज्य को तार-तार कर दिया था। उन्हें सबसे पहली बार जर्मनी में 1942 में भारतीय सैनिकों के द्वारा नेताजी कहकर पुकारा गया था। नेताजी शब्द महान व्यक्तित्व के पीछे लगता है, जो कि जनता को सबसे ज्यादा प्यारे होते हैं और जनता के हर मुद्दों को आगे लाते हैं तथा जनता की भलाई के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर देते हैं। 19 जनवरी 2021 को भारत सरकार द्वारा घोषणा की गई कि 23 जनवरी सुभाष चंद्र बोस की जयंति को आज के लेख में हम आपको बताएंगे कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस कौन थे, उनके प्रारंभिक जीवन से लेकर के उनके राष्ट्रवादी गतिविधियों के बारे में भी ह...

सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी

आज इस आर्टिकल में हम आपको सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी के बारे में बताने जा रहे है. सुभाष चंद्र बोस भारत के स्वतंत्रता संग्राम केअग्रणी और सबसे बड़े नेता थे। विश्व युद्ध के बाद अंग्रेजों से लड़ने के लिए उन्होंने जापान की मदद से भारत को ब्रिटिश शासन से छुटकारा दिलाने के लिए आजाद हिंद फौज का गठन किया। उनके द्वारा दिया गया नारा जय हिंद का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया है। “तुम मुझे खून दो में तुम्हें आजादी दूंगा”कभी नारा उनका ही था जो उस समय बहुत ज्यादा प्रचलन में आया। आज इस आर्टिकल में हम आपको सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी – Subhas Chandra Bose Biography Hindi के बारे में बताएंगे। 1.7 मृत्यु सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी – Subhas Chandra Bose Biography Hindi जन्म सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 मे ओडिशा के कटक शहर में हुआ था। उनके पिता का नाम जानकीनाथ बोसथा। उनकी माता का नाम प्रभावती था। जानकीनाथ बोस कटक शहर के मशहूर वकील लेकिन पहले वे सरकारी वकील पर थे, उसके बाद में उन्होंने निजी प्रैक्टिस शुरू कर दी थी. उन्होंने कटक की महापालिका में लंबे समय तक काम किया और बंगाल विधानसभा के समय भी रहे थे। उन्हें राय बहादुर का खिताब भी अंग्रेजों द्वारा मिला था। सुभाष चन्द्र के नानाजी का नाम गंगानारायण दत्त था। दत्त परिवार को कोलकाता का एक कुलीन कायस्थ परिवार माना जाता था। सुभाष चन्द्र बोस को मिला कर वे 6 बेटियां और 8 बेटे यानि कुल 14 संताने थी। सुभाष चन्द्र जी 9वें स्थान पर थे। कहा जाता है की सुभाष चन्द्र को अपने भाई शरद चन्द्र से सबसे अधिक लगाव था। शरद बाबु प्रभावती जी और जानकी नाथ के दुसरे बेटे थे। शरद बाबु की पत्नी का नाम विभावती था। सुभाष चंद्र बोस की पत्नी का नाम एमिली शेंकल था। उन्हों...

नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी

नेताजी सुभाष चन्द्र बोस (23 जनवरी 1897–18 अगस्त 1945) गुलामी की बेड़ियों में जकड़े हुये भारत को आजाद कराने के लिये अनेक देशभक्तों ने अपने-अपने तरीकों से भारत को आजाद कराने की कोशिश की। किसी ने क्रान्ति के मार्ग को अपनाया तो किसी ने अहिंसा और शान्ति के मार्ग को, पर दोनों मार्गों के समर्थकों के संयुक्त प्रयासों से ही भारत की आजादी का मार्ग निर्धारित हुआ। भारत की आजादी के लिये संघर्ष करते हुये अनेक क्रान्तिकारी भारतीय शहीद हुये। ऐसे ही महान क्रान्तिकारी, भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे सुभाष चन्द्र बोस। एक ऐसा व्यक्तित्व जिसने अपने कार्यों से अंग्रेजी सरकार के छक्के छुड़ा दिये। इन्होंने अपने देश को आजाद कराने के लिये की गयी क्रान्तिकारी गतिविधियों से ब्रिटिश भारत सरकार को इतना ज्यादा आंतकित कर दिया कि वो बस इन्हें भारत से दूर रखने के बहाने खोजती रहती, फिर भी इन्होंने देश की आजादी के लिये देश के बाहर से ही संघर्ष जारी रखा और वो भारतीय इतिहास में पहले ऐसे स्वतंत्रता सेनानी हुये जिसने ब्रिटिश भारत सरकार के खिलाफ देश से बाहर रहते हुये सेना संगठित की और सरकार को सीधे युद्ध की चुनौती दी और युद्ध किया। इनके महान कार्यों के कारण लोग इन्हें ‘नेताजी’ कहते थे। सुभाष चन्द्र बोस से सम्बन्धित प्रमुख तथ्यः पूरा नाम– सुभाष चन्द्र बोस अन्य नाम- नेताजी जन्म– 23 जनवरी 1897 जन्म स्थान– कटक, उड़ीसा माता-पिता– प्रभावती, जानकीनाथ बोस (प्रसिद्ध वकील) पत्नी– ऐमिली शिंकल बच्चे– इकलौती पुत्री अनीता बोस अन्य करीबी सम्बन्धी– शरत् चन्द्र बोस (बड़े भाई), विभावती (भाभी), शिशिर कुमार बोस (भतीजा) शिक्षा– मैट्रिक (1912-13), इंटरमिडिएट (1915), बी. ए. आनर्स (1919), भारतीय प्रशासनिक सेवा (1920-21) विद्यालय– रेवेंशॉव ...