स्वामी विवेकानंद जीवन परिचय

  1. स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय...
  2. Swami Vivekananda Biography in hindi स्‍वामी विवेकानंद परिचय
  3. Swami Vivekanand ka Jivan Parichay: Swami Vivekanand par Nibandh
  4. स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय, शिक्षा दीक्षा, यात्राएं, अनमोल वचन, रचनाएं, कवि परिचय, निधन
  5. स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय
  6. स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय...
  7. स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय
  8. Swami Vivekanand ka Jivan Parichay: Swami Vivekanand par Nibandh
  9. स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय, शिक्षा दीक्षा, यात्राएं, अनमोल वचन, रचनाएं, कवि परिचय, निधन
  10. Swami Vivekananda Biography in hindi स्‍वामी विवेकानंद परिचय


Download: स्वामी विवेकानंद जीवन परिचय
Size: 2.15 MB

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय...

स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी सन्‌ 1863 को हुआ। उनका घर का नाम नरेंद्र दत्त था। उनके पिता श्री विश्वनाथ दत्त पाश्चात्य सभ्यता में विश्वास रखते थे। वे अपने पुत्र नरेंद्र को भी अंगरेजी पढ़ाकर पाश्चात्य सभ्यता के ढंग पर ही चलाना चाहते थे। नरेंद्र की बुद्धि बचपन से बड़ी तीव्र थी और परमात्मा को पाने की लालसा भी प्रबल थी। इस हेतु वे पहले ब्रह्म समाज में गए किंतु वहाँ उनके चित्त को संतोष नहीं हुआ। सन्‌ 1884 में श्री विश्वनाथ दत्त की मृत्यु हो गई। घर का भार नरेंद्र पर पड़ा। घर की दशा बहुत खराब थी। कुशल यही थी कि नरेंद्र का विवाह नहीं हुआ था। अत्यंत गरीबी में भी नरेंद्र बड़े अतिथि-सेवी थे। स्वयं भूखे रहकर अतिथि को भोजन कराते, स्वयं बाहर वर्षा में रातभर भीगते-ठिठुरते पड़े रहते और अतिथि को अपने बिस्तर पर सुला देते। रामकृष्ण परमहंस की प्रशंसा सुनकर नरेंद्र उनके पास पहले तो तर्क करने के विचार से ही गए थे किंतु परमहंसजी ने देखते ही पहचान लिया कि ये तो वही शिष्य है जिसका उन्हें कई दिनों से इंतजार है। परमहंसजी की कृपा से इनको आत्म-साक्षात्कार हुआ फलस्वरूप नरेंद्र परमहंसजी के शिष्यों में प्रमुख हो गए। संन्यास लेने के बाद इनका नाम विवेकानंद हुआ। स्वामी विवेकानन्द अपना जीवन अपने गुरुदेव स्वामी रामकृष्ण परमहंस को समर्पित कर चुके थे। गुरुदेव के शरीर-त्याग के दिनों में अपने घर और कुटुम्ब की नाजुक हालत की परवाह किए बिना, स्वयं के भोजन की परवाह किए बिना गुरु सेवा में सतत हाजिर रहे। गुरुदेव का शरीर अत्यंत रुग्ण हो गया था। कैंसर के कारण गले में से थूंक, रक्त, कफ आदि निकलता था। इन सबकी सफाई वे खूब ध्यान से करते थे। सन्‌ 1893 में शिकागो (अमेरिका) में विश्व धर्म परिषद् हो रही थी। स्वामी विवेकानंदजी उसम...

Swami Vivekananda Biography in hindi स्‍वामी विवेकानंद परिचय

स्वामी विवेकानंद वेदांत के विख्यात आध्यात्मिक गुरु माने जाते हैं इस लेख में विवेकानंद जी के जीवन परिचय के बारे में Swami Vivekananda Biography in hindi और उनसे जुड़े सभी जानकारी जैसे कि विवेकानंद का जन्म कहां हुआ विवेकानंद ने शिक्षा कौन सी प्राप्त की थी उनके माता पिता कौन थे उनका बचपन कैसे बीता प्राप्‍त करेंगें. स्वामी विवेकानंद की ख्याति उनका प्रसिद्धि शिकागो धर्म महासम्मेलन में मेरे भाई एवं बहनों बोलकर लोगों का अभिवादन करने से सबसे ज्यादा मिला है. उन्होंने विदेश में भी भारतीयों का मान सम्मान बढ़ाया रामकृष्ण मिशन का स्थापना करके कई समाज सुधार कार्य किए गरीबों और पीड़ितों का उन्होंने सहायता किया स्वामी विवेकानंद कई ग्रंथ भी लिखें जिससे कि आगे चलकर युवा पीढ़ी को एक नई राह दिखा सके। आइए इस लेख में स्वामी विवेकानंद के द्वारा किए गए महान कार्य उनका आध्यात्मिक धार्मिक ज्ञान विश्व दर्शन आदि का विस्तृत रूप से जानकारी प्राप्त करते हैं. • • • • • • • • • • • • • • • • • • Swami Vivekananda Biography in Hindi Swami Vivekananda हमारे भारत देश के एक बहुत बड़े सन्यासी समाज सुधारक और एक बहुत बड़े धर्मात्मा थे उन्होंने कोलकाता में रामकृष्ण मिशन का स्थापना किया था उन्होंने यह अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस के सम्मान में बनाया था पहले उन्होंने रामकृष्ण संघ नाम से स्थापना किया था. लेकिन बाद में इसका नाम रामकृष्ण मठ या रामकृष्ण मिशन हो गया. रामकृष्ण परमहंस उनके गुरु थे और वह अपने गुरु का बहुत आदर सम्मान करते थे उन्होंने अपने गुरु के आज्ञा से पूरे भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में ज्ञान का प्रचार किया. उन्होंने सनातन धर्म का प्रचार प्रसार पूरे विश्व में किया. लोगों को सनातन धर्म के बारे में सम...

Swami Vivekanand ka Jivan Parichay: Swami Vivekanand par Nibandh

स्वामीविवेकानंदवेदांतकेविख्यातऔरप्रभावशालीआध्यात्मिकगुरुथे. इनकावास्तविकनामनरेन्द्रनाथदत्तहै. स्वामीविकेकानंदरामकृष्णपरमहंसकेसुयोग्यशिष्यथे. इन्होनेंरामकृष्णमिशनकीस्थापनाकीथी, जोआजभीकायमहै. आजहमइसलेखमें Swami Vivekanand ka Jivan Parichay औरस्वामीविवेकानंदकेविचारबारेमेंबातकरेंगे. विवेकानंदकोएकदेशभक्तसंतकेरूपमेंमानाजाताहै. इसलिएइनकेजन्मदिनकोप्रतिवर्ष राष्ट्रीययुवादिवसकेरूपमेंमनायाजाताहै. येआधुनिकभारतकेऐसेविचारकऔरप्रचारकथे, जिन्होंनेस्वंयराजनीतिमेंभागनहींलिया. परंन्तुअपनीप्रखरप्रतिभासेदेशमेंस्वतंत्रताप्रेमकीज्योतिजगादी. Table of Contents • • • • • • • • • स्वामीविवेकानंदकाजन्मकबहुआ? स्वामीविवेकानंदकाजन्म 12 जनवरी, 1863 कोकलकत्ताकेप्रतिष्ठितकायस्थपरिवारमेंहुआथा. इनकाबचपनकानाम नरेन्द्रनाथदत्तथा. विवेकानंदनामउन्होंनेसंन्यासग्रहणकरनेकेउपरांतशिकागोमेंधर्मसम्मलेनमेंभागलेनेकेलिएबम्बईसेप्रस्थानकरतेसमयग्रहणकिया. इनकेपिताजीकानामविश्वनाथदत्तऔरमाताजीकानामभुनेश्वरीदेवीथा. स्वामीविवेकानंदकेपितापेशेसेवकीलथेऔरमाँगृहिणीथी. पिताविश्वनाथदत्तकलकत्ताहाईकोर्टमेंवकालतकरतेथे. औरमाताधार्मिकप्रवृत्तिकीमहिलाथी, उनकाअधिकांशसमयभगवानशिवकीपूजाअर्चनामेंव्यतीतहोताथा. विवेकानंदपरमाताजीकेसद्गुणोंकाविशेषप्रभावपड़ा. स्वामीविवेकानंदकाजीवनपरिचय बचपनसेहीनरेन्द्रनाथदत्तकीबुद्धितीव्रथी. बुद्धिमानकेसाथहीनटखटभीथे, अपनेसाथियोंकेसाथखूबशरारतकरतेऔरमौकामिलनेपरअध्यापकोंकेसाथभीशरारतकरतेथे. माँधार्मिकप्रवृतिकीथी, इसवजहसेउनकेघरमेंप्रतिदिनपूजा-पाठऔरकथाहोताथा. नियमितरूपसेकथाऔरभजनकीर्तनहोताथा. परिवारकेधार्मिकएवंआध्यात्मिकवातावरणकेप्रभावसेनरेन्द्रमेंबचपनसेहीधर्मएवंअध्यात्मकेसंस्कारथे. माता-पिताकेसंस्कारोंऔरधार्मिकवातावरणकेकारणबचपनसे...

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय, शिक्षा दीक्षा, यात्राएं, अनमोल वचन, रचनाएं, कवि परिचय, निधन

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी सन 1863 ई० को कोलकाता पश्चिम बंगाल में हुआ था। आपके पिता का नाम विश्वनाथ दत्त व माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था। आपका बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। आपका जन्म एक कायस्थ परिवार में हुआ था‌। स्वामी जी बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे तथा आप बड़े ही ध्यान से पठन-पाठन करते थे। स्वामी जी ने बाल्यावस्था में रामायण और महाभारत जैसे ग्रंथों के अनेक प्रसंग कंठस्थ (याद) कर लिए थे। आपके पिता कोलकाता हाई कोर्ट में वकील थे। आपके पिता का निधन 1884 ई० में हो गया था। आपकी मां का निधन 1911 में हो गया था। जन्म तिथि 12 जनवरी सन 1863 ई० को जन्म स्थान कोलकाता पश्चिम बंगाल में पिता का नाम विश्वनाथ दत्त माता का नाम भुवनेश्वरी देवी बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त गुरु का नाम रामकृष्ण परमहंस रचनाएं संगीत कल्पतरु (1887),कर्म योग (1896), राज योग (1896), ज्ञान योग (1899), भक्ति योग, पूरब और पश्चिम (1909), वर्तमान भारत (1899) निधन 4 जुलाई 1902 स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय शिक्षा दीक्षा स्वामी विवेकानंद जी की प्रारंभिक शिक्षा घर पर ही हुई। प्रवेश के 2 वर्ष के पाठ्यक्रम को आपने बहुत ही परिश्रम से 1 वर्ष में ही पूरा कर लिया था। और आपको स्कूल में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। बाद में आपने सन् 1871 ई० में ईश्वर चंद्र विद्यासागर के मेट्रोपॉलिटन इंस्टिट्यूट (संस्थान) में प्रवेश लिया। आपके पिता विश्वनाथ दत्त आपको पाश्चात्य सभ्यता के पथ पर चलाना चाह रहे थे। परंतु आपके वक्तव्य गुण किशोरावस्था में ही दिखाई देने लगे थे। आपकी बुद्धि बचपन से ही तीव्र थी और परमात्मा में आपका अध्यात्म ध्यान था। आपने कोलकाता विश्वविद्यालय से सन 1884 ई० में स्नातक बीए की परीक्षा...

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय – Swami Vivekananda Jivani (Biography) In Hindi Swami Vivekananda Biography In Hindi जैसा की आप सब जानते हैं, सदियों से भारत सहअस्तित्व और एकत्व के जीवन दर्शन को समायें जगद्गुरु के रूप में विश्वभर में प्रसिद्ध था। पर कुछ विदेशी आक्रंतायों, अधर्मियों के वजह से इसकी गरिमा धूमिल होने लगी, तब विश्व को अध्यात्मिक मार्गदर्शन देने हेतु नियति ने स्वामी विवेकानंद को चुना। विवेकानंद एक वास्तविक हिन्दू संयासी थे। दुनिया उन्हें आधुनिक राष्ट्रीय आंदोलन का अध्यात्मिक पिता के नाम से भी जानती हैं । स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 में एक बड़े ही सभ्य और प्रतिष्ठित कायस्थ परिवार में मकर संक्रान्ति के दिन हुआ था। काल संक्रमण के लिहाज से यह तिथि अत्यंत शुभ माना जाता है। विवेकानंद के पिताश्री का नाम विश्वनाथ था, वों बड़े दयालू और संवेदनशील किस्म के व्यक्ति थे। उनके पिता कोलकाता के स्थानीय उच्च न्यायालय में अटॉर्नी – एट – लॉ के पद पर रहकर बहुत दिनों तक देश की सेवा की। इनकी माता का नाम भुनेश्वरी देवी था और वों एक अत्यंत बुद्धिमान और मेधावी महिला थी। विवेकानंद जी का बचपन बचपन में उन्हें प्यार से नरेंद्रनाथ कहकर बुलाते थे। बंगाली उच्चारण के साथ घर में ‘नरेन’ और बिले नाम से पुकारते थे। नरेन्द्रनाथ बचपन से ही बड़े उत्साही और तेजस्वी बालक थे । संगीत, खेलकूद और मैदानी गतिविधियों में इनकी अच्छीखासी रुचि थी। साथ ही आध्यात्मिक बातों में भी उनकी खूब रूचि थी जिससे वे अकसर खेल – खेल में राम, सीता, शिव आदि मूर्तियों की पूजा करने में रम जाते थे। उनकी माता उन्हें रामायण व महाभारत की कहानियाँ सुनाती थीं जिसे वे इतने चाव से सुनते थे कि उनके मानस पर अमिट छाप छोड़ जाती थी। उत्साह,...

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय...

स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी सन्‌ 1863 को हुआ। उनका घर का नाम नरेंद्र दत्त था। उनके पिता श्री विश्वनाथ दत्त पाश्चात्य सभ्यता में विश्वास रखते थे। वे अपने पुत्र नरेंद्र को भी अंगरेजी पढ़ाकर पाश्चात्य सभ्यता के ढंग पर ही चलाना चाहते थे। नरेंद्र की बुद्धि बचपन से बड़ी तीव्र थी और परमात्मा को पाने की लालसा भी प्रबल थी। इस हेतु वे पहले ब्रह्म समाज में गए किंतु वहाँ उनके चित्त को संतोष नहीं हुआ। सन्‌ 1884 में श्री विश्वनाथ दत्त की मृत्यु हो गई। घर का भार नरेंद्र पर पड़ा। घर की दशा बहुत खराब थी। कुशल यही थी कि नरेंद्र का विवाह नहीं हुआ था। अत्यंत गरीबी में भी नरेंद्र बड़े अतिथि-सेवी थे। स्वयं भूखे रहकर अतिथि को भोजन कराते, स्वयं बाहर वर्षा में रातभर भीगते-ठिठुरते पड़े रहते और अतिथि को अपने बिस्तर पर सुला देते। रामकृष्ण परमहंस की प्रशंसा सुनकर नरेंद्र उनके पास पहले तो तर्क करने के विचार से ही गए थे किंतु परमहंसजी ने देखते ही पहचान लिया कि ये तो वही शिष्य है जिसका उन्हें कई दिनों से इंतजार है। परमहंसजी की कृपा से इनको आत्म-साक्षात्कार हुआ फलस्वरूप नरेंद्र परमहंसजी के शिष्यों में प्रमुख हो गए। संन्यास लेने के बाद इनका नाम विवेकानंद हुआ। स्वामी विवेकानन्द अपना जीवन अपने गुरुदेव स्वामी रामकृष्ण परमहंस को समर्पित कर चुके थे। गुरुदेव के शरीर-त्याग के दिनों में अपने घर और कुटुम्ब की नाजुक हालत की परवाह किए बिना, स्वयं के भोजन की परवाह किए बिना गुरु सेवा में सतत हाजिर रहे। गुरुदेव का शरीर अत्यंत रुग्ण हो गया था। कैंसर के कारण गले में से थूंक, रक्त, कफ आदि निकलता था। इन सबकी सफाई वे खूब ध्यान से करते थे। सन्‌ 1893 में शिकागो (अमेरिका) में विश्व धर्म परिषद् हो रही थी। स्वामी विवेकानंदजी उसम...

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय – Swami Vivekananda Jivani (Biography) In Hindi Swami Vivekananda Biography In Hindi जैसा की आप सब जानते हैं, सदियों से भारत सहअस्तित्व और एकत्व के जीवन दर्शन को समायें जगद्गुरु के रूप में विश्वभर में प्रसिद्ध था। पर कुछ विदेशी आक्रंतायों, अधर्मियों के वजह से इसकी गरिमा धूमिल होने लगी, तब विश्व को अध्यात्मिक मार्गदर्शन देने हेतु नियति ने स्वामी विवेकानंद को चुना। विवेकानंद एक वास्तविक हिन्दू संयासी थे। दुनिया उन्हें आधुनिक राष्ट्रीय आंदोलन का अध्यात्मिक पिता के नाम से भी जानती हैं । स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 में एक बड़े ही सभ्य और प्रतिष्ठित कायस्थ परिवार में मकर संक्रान्ति के दिन हुआ था। काल संक्रमण के लिहाज से यह तिथि अत्यंत शुभ माना जाता है। विवेकानंद के पिताश्री का नाम विश्वनाथ था, वों बड़े दयालू और संवेदनशील किस्म के व्यक्ति थे। उनके पिता कोलकाता के स्थानीय उच्च न्यायालय में अटॉर्नी – एट – लॉ के पद पर रहकर बहुत दिनों तक देश की सेवा की। इनकी माता का नाम भुनेश्वरी देवी था और वों एक अत्यंत बुद्धिमान और मेधावी महिला थी। विवेकानंद जी का बचपन बचपन में उन्हें प्यार से नरेंद्रनाथ कहकर बुलाते थे। बंगाली उच्चारण के साथ घर में ‘नरेन’ और बिले नाम से पुकारते थे। नरेन्द्रनाथ बचपन से ही बड़े उत्साही और तेजस्वी बालक थे । संगीत, खेलकूद और मैदानी गतिविधियों में इनकी अच्छीखासी रुचि थी। साथ ही आध्यात्मिक बातों में भी उनकी खूब रूचि थी जिससे वे अकसर खेल – खेल में राम, सीता, शिव आदि मूर्तियों की पूजा करने में रम जाते थे। उनकी माता उन्हें रामायण व महाभारत की कहानियाँ सुनाती थीं जिसे वे इतने चाव से सुनते थे कि उनके मानस पर अमिट छाप छोड़ जाती थी। उत्साह,...

Swami Vivekanand ka Jivan Parichay: Swami Vivekanand par Nibandh

स्वामीविवेकानंदवेदांतकेविख्यातऔरप्रभावशालीआध्यात्मिकगुरुथे. इनकावास्तविकनामनरेन्द्रनाथदत्तहै. स्वामीविकेकानंदरामकृष्णपरमहंसकेसुयोग्यशिष्यथे. इन्होनेंरामकृष्णमिशनकीस्थापनाकीथी, जोआजभीकायमहै. आजहमइसलेखमें Swami Vivekanand ka Jivan Parichay औरस्वामीविवेकानंदकेविचारबारेमेंबातकरेंगे. विवेकानंदकोएकदेशभक्तसंतकेरूपमेंमानाजाताहै. इसलिएइनकेजन्मदिनकोप्रतिवर्ष राष्ट्रीययुवादिवसकेरूपमेंमनायाजाताहै. येआधुनिकभारतकेऐसेविचारकऔरप्रचारकथे, जिन्होंनेस्वंयराजनीतिमेंभागनहींलिया. परंन्तुअपनीप्रखरप्रतिभासेदेशमेंस्वतंत्रताप्रेमकीज्योतिजगादी. Table of Contents • • • • • • • • • स्वामीविवेकानंदकाजन्मकबहुआ? स्वामीविवेकानंदकाजन्म 12 जनवरी, 1863 कोकलकत्ताकेप्रतिष्ठितकायस्थपरिवारमेंहुआथा. इनकाबचपनकानाम नरेन्द्रनाथदत्तथा. विवेकानंदनामउन्होंनेसंन्यासग्रहणकरनेकेउपरांतशिकागोमेंधर्मसम्मलेनमेंभागलेनेकेलिएबम्बईसेप्रस्थानकरतेसमयग्रहणकिया. इनकेपिताजीकानामविश्वनाथदत्तऔरमाताजीकानामभुनेश्वरीदेवीथा. स्वामीविवेकानंदकेपितापेशेसेवकीलथेऔरमाँगृहिणीथी. पिताविश्वनाथदत्तकलकत्ताहाईकोर्टमेंवकालतकरतेथे. औरमाताधार्मिकप्रवृत्तिकीमहिलाथी, उनकाअधिकांशसमयभगवानशिवकीपूजाअर्चनामेंव्यतीतहोताथा. विवेकानंदपरमाताजीकेसद्गुणोंकाविशेषप्रभावपड़ा. स्वामीविवेकानंदकाजीवनपरिचय बचपनसेहीनरेन्द्रनाथदत्तकीबुद्धितीव्रथी. बुद्धिमानकेसाथहीनटखटभीथे, अपनेसाथियोंकेसाथखूबशरारतकरतेऔरमौकामिलनेपरअध्यापकोंकेसाथभीशरारतकरतेथे. माँधार्मिकप्रवृतिकीथी, इसवजहसेउनकेघरमेंप्रतिदिनपूजा-पाठऔरकथाहोताथा. नियमितरूपसेकथाऔरभजनकीर्तनहोताथा. परिवारकेधार्मिकएवंआध्यात्मिकवातावरणकेप्रभावसेनरेन्द्रमेंबचपनसेहीधर्मएवंअध्यात्मकेसंस्कारथे. माता-पिताकेसंस्कारोंऔरधार्मिकवातावरणकेकारणबचपनसे...

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय, शिक्षा दीक्षा, यात्राएं, अनमोल वचन, रचनाएं, कवि परिचय, निधन

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी सन 1863 ई० को कोलकाता पश्चिम बंगाल में हुआ था। आपके पिता का नाम विश्वनाथ दत्त व माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था। आपका बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। आपका जन्म एक कायस्थ परिवार में हुआ था‌। स्वामी जी बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे तथा आप बड़े ही ध्यान से पठन-पाठन करते थे। स्वामी जी ने बाल्यावस्था में रामायण और महाभारत जैसे ग्रंथों के अनेक प्रसंग कंठस्थ (याद) कर लिए थे। आपके पिता कोलकाता हाई कोर्ट में वकील थे। आपके पिता का निधन 1884 ई० में हो गया था। आपकी मां का निधन 1911 में हो गया था। जन्म तिथि 12 जनवरी सन 1863 ई० को जन्म स्थान कोलकाता पश्चिम बंगाल में पिता का नाम विश्वनाथ दत्त माता का नाम भुवनेश्वरी देवी बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त गुरु का नाम रामकृष्ण परमहंस रचनाएं संगीत कल्पतरु (1887),कर्म योग (1896), राज योग (1896), ज्ञान योग (1899), भक्ति योग, पूरब और पश्चिम (1909), वर्तमान भारत (1899) निधन 4 जुलाई 1902 स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय शिक्षा दीक्षा स्वामी विवेकानंद जी की प्रारंभिक शिक्षा घर पर ही हुई। प्रवेश के 2 वर्ष के पाठ्यक्रम को आपने बहुत ही परिश्रम से 1 वर्ष में ही पूरा कर लिया था। और आपको स्कूल में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। बाद में आपने सन् 1871 ई० में ईश्वर चंद्र विद्यासागर के मेट्रोपॉलिटन इंस्टिट्यूट (संस्थान) में प्रवेश लिया। आपके पिता विश्वनाथ दत्त आपको पाश्चात्य सभ्यता के पथ पर चलाना चाह रहे थे। परंतु आपके वक्तव्य गुण किशोरावस्था में ही दिखाई देने लगे थे। आपकी बुद्धि बचपन से ही तीव्र थी और परमात्मा में आपका अध्यात्म ध्यान था। आपने कोलकाता विश्वविद्यालय से सन 1884 ई० में स्नातक बीए की परीक्षा...

Swami Vivekananda Biography in hindi स्‍वामी विवेकानंद परिचय

स्वामी विवेकानंद वेदांत के विख्यात आध्यात्मिक गुरु माने जाते हैं इस लेख में विवेकानंद जी के जीवन परिचय के बारे में Swami Vivekananda Biography in hindi और उनसे जुड़े सभी जानकारी जैसे कि विवेकानंद का जन्म कहां हुआ विवेकानंद ने शिक्षा कौन सी प्राप्त की थी उनके माता पिता कौन थे उनका बचपन कैसे बीता प्राप्‍त करेंगें. स्वामी विवेकानंद की ख्याति उनका प्रसिद्धि शिकागो धर्म महासम्मेलन में मेरे भाई एवं बहनों बोलकर लोगों का अभिवादन करने से सबसे ज्यादा मिला है. उन्होंने विदेश में भी भारतीयों का मान सम्मान बढ़ाया रामकृष्ण मिशन का स्थापना करके कई समाज सुधार कार्य किए गरीबों और पीड़ितों का उन्होंने सहायता किया स्वामी विवेकानंद कई ग्रंथ भी लिखें जिससे कि आगे चलकर युवा पीढ़ी को एक नई राह दिखा सके। आइए इस लेख में स्वामी विवेकानंद के द्वारा किए गए महान कार्य उनका आध्यात्मिक धार्मिक ज्ञान विश्व दर्शन आदि का विस्तृत रूप से जानकारी प्राप्त करते हैं. • • • • • • • • • • • • • • • • • • Swami Vivekananda Biography in Hindi Swami Vivekananda हमारे भारत देश के एक बहुत बड़े सन्यासी समाज सुधारक और एक बहुत बड़े धर्मात्मा थे उन्होंने कोलकाता में रामकृष्ण मिशन का स्थापना किया था उन्होंने यह अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस के सम्मान में बनाया था पहले उन्होंने रामकृष्ण संघ नाम से स्थापना किया था. लेकिन बाद में इसका नाम रामकृष्ण मठ या रामकृष्ण मिशन हो गया. रामकृष्ण परमहंस उनके गुरु थे और वह अपने गुरु का बहुत आदर सम्मान करते थे उन्होंने अपने गुरु के आज्ञा से पूरे भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में ज्ञान का प्रचार किया. उन्होंने सनातन धर्म का प्रचार प्रसार पूरे विश्व में किया. लोगों को सनातन धर्म के बारे में सम...