स्वामी विवेकानंद जयंती पर निबंध

  1. 10 Lines On Swami Vivekananda In Hindi (स्वामी विवेकानंद पर निबंध)
  2. Swami Vivekananda Essay : स्वामी विवेकानंद पर निबंध
  3. स्वामी विवेकानंद पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में
  4. Essay on Swami Vivekanand in Hindi
  5. स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय
  6. स्वामी विवेकानंद जीवन परिचय, जयंती (Swami Vivekananda Biography in Hindi)
  7. स्वामी विवेकानंद पर निबंध हिंदी में
  8. 10 Lines On Swami Vivekananda In Hindi (स्वामी विवेकानंद पर निबंध)
  9. स्वामी विवेकानंद जीवन परिचय, जयंती (Swami Vivekananda Biography in Hindi)
  10. Essay on Swami Vivekanand in Hindi


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10 Lines On Swami Vivekananda In Hindi (स्वामी विवेकानंद पर निबंध)

स्वामी विवेकानंद जन्म 12 जनवरी 1863 में कोलकाता में हुआ था। भारत देश में राष्ट्रीय दिवस स्वामी विवेकानंद के जयंती पर मनाया जाता है। उनके बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। बाद में वे विवेकानंद के नाम से प्रसिद्ध हुए। इनके पिता जी हाईकोट के एक प्रसिद्ध वकील थे। स्वामी विवेकानंद अपने स्कूल में बुद्धिमान विद्यार्थीयो में से एक थे। स्वामी विवेकानंद जी ने 1 मई सन 1897 में रामकृष्ण मिशन की शुरुआत की थी। इन्होंने पैदल ही पुरे भारत देश की यात्रा की थी। 2. स्वामी जी के पिता का नाम विश्वनाथ दत्ता ओर माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था। 3. उनका जन्म १२ जनवरी 1863 में कोलकाता में हुआ था। 4. स्वामी विवेकानंद में बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था 5. रामकृष्ण परमंहस जी स्वामी विवेकानंद के गुरु थे। 6. उन्होंने रामकृष्ण मिशन और रामकृष्ण मठ की स्थापना की थी। 7. उन्होंने अपने भाषण द्वारा पुरे विश्वभर में भारत का नाम रोशन किया थ। 8. स्वामी जी ने सनातन धर्म के प्रचार में अपना पूर्ण जीवन किया था। 9. स्वामी विवेकानंद का वेदो और उपनिषदों पर अटूट विश्वास था। 10. स्वामी विवेकानंद ने पैदल ही सम्पूर्ण भारत की यात्रा की थी। मुझे आशा है आप लोगो से की आप को स्वामी विवेकानंद जी का निबंध बहुत पसंद आए होगा और आप लोगो को कोई भी निबंध चाहिए तो हमारी

Swami Vivekananda Essay : स्वामी विवेकानंद पर निबंध

प्रस्तावना- स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) का जन्म 12 जनवरी सन्‌ 1863 को हुआ। स्वामी जी का घर का नाम नरेंद्र दत्त (Narendra Datt) था। नरेंद्र की बुद्धि बचपन से बड़ी तीव्र थी और परमात्मा को पाने की लालसा भी प्रबल थी। इस हेतु वे पहले ब्रह्म समाज में गए किंतु वहां उनके चित्त को संतोष नहीं हुआ। उनके पिता विश्वनाथ दत्त पाश्चात्य सभ्यता में विश्वास रखते थे। वे अपने पुत्र नरेंद्र को भी अंग्रेजी पढ़ाकर पाश्चात्य सभ्यता के ढंग पर चलाना चाहते थे। सन्‌ 1884 में विश्वनाथ दत्त की मृत्यु हो गई। अत: घर का भार नरेंद्र पर पड़ा। घर की दशा बहुत खराब थी। कुशल यही थी कि नरेंद्र का विवाह नहीं हुआ था। अत्यंत गरीबी में भी नरेंद्र अतिथियों की सेवा करते थे। स्वयं भूखे रहकर अतिथि को भोजन कराते, स्वयं बाहर वर्षा में रातभर भीगते-ठिठुरते पड़े रहते और अतिथि को अपने बिस्तर पर सुला देते। जीवन (Vivekananda Life)- एक बार विवेकानंद भारत के महान संत रामकृष्ण परमहंस (Ramkrisna Paramhans) की प्रशंसा सुनकर उनके पास तर्क करने के विचार से ही गए थे, किंतु परमहंस जी ने देखते ही पहचान लिया कि ये तो वही शिष्य है जिसका उन्हें कई दिनों से इंतजार है। परमहंस जी की कृपा से इनको आत्म-साक्षात्कार हुआ फलस्वरूप नरेंद्र परमहंस जी के शिष्यों में प्रमुख हो गए। संन्यास लेने के बाद इनका नाम विवेकानंद हुआ। स्वामी विवेकानन्द अपना जीवन अपने गुरुदेव स्वामी रामकृष्ण परमहंस को समर्पित कर चुके थे। गुरुदेव के शरीर-त्याग के दिनों में अपने घर और कुटुंब की नाजुक हालत की परवाह किए बिना, स्वयं के भोजन की परवाह किए बिना गुरु सेवा में सतत हाजिर रहे। गुरुदेव का शरीर अत्यंत रुग्ण हो गया था। कैंसर के कारण गले में से थूक, रक्त, कफ आदि निकलता था। इन...

स्वामी विवेकानंद पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में

आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे स्वामी विवेकानंद पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। स्वामी विवेकानंद बहुत ही महान व्यक्ति थे जिन्होंने दुनिया भर के लोगों में अमन और भाईचारा फैलाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया। ऐसे में बहुत सी बार स्वामी विवेकानंद पर निबंध लिखने के लिए आता है। अगर आप भी एक विद्यार्थी हैं और आप स्वामी विवेकानंद पर अलग-अलग शब्दों में निबंध ढूंढ रहे हैं तो हमारे इस लेख को पूरा पढ़ें। आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे स्वामी विवेकानंद पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। Contents • • • • • स्वामी विवेकानंद पर निबंध 100 शब्दों में भारत में पैदा हुए महापुरुषों में से एक स्वामी विवेकानंद भी हैं। स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को भारत के कोलकाता राज्य में हुआ था। बचपन में इन्हें नरेन्द्र नाथ दत्त के नाम से जाना जाता था। इनके पिताजी का नाम विश्वनाथ दत्त और माताजी का नाम भुवनेश्वरी देवी था। स्वामी विवेकानंद एक महान नेता और हिंदू संत थे जिनके द्वारा रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन की स्थापना की गई थी। स्वामी विवेकानंद एक बहुत ही धार्मिक व्यक्ति थे और वह अपने संस्कृत के ज्ञान के लिए भी काफी लोकप्रिय थे। इनकी मृत्यु 4 जुलाई 1902 को हुई थी। स्वामी विवेकानंद पर निबंध 150 शब्दों में स्वामी विवेकानंद एक महान भारतीय संत और नेता थे। यह 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में पैदा हुए थे। इनके जन्मदिन को हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इनकी माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था और पिता का विश्वनाथ दत्त जोकि कलकत्ता उच्च न्यायालय में वकालत का कार्य करत थे। स्वामी विवेकानंद ने ऐसे कई कार्य किए जिनके द्वारा भारत का नाम रोशन हुआ। स्वामी विवेकानंद रामकृष...

Essay on Swami Vivekanand in Hindi

स्वामी विवेकानंद की जीवनी से संबंधित एक लेख यहां लिखा गया है जिससे आप सभी को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। ऐसी ही जानकारी के लिए Guruji Tips Blog के साथ बने रहिए। जिस समय हमारा देश गुलामी की जंजीरों से जकड़ा हुआ बड़ी ही विवशता में अपना धर्म, भाषा, शिक्षा, सभ्यता तथा आध्यात्मिकता बल खोता जा रहा था ठीक उसी समय भारत की भूमि पर एक ऐसे सितारे का उदय हुआ जिसने भारत की भूमि को धरातल से उठाकर आसमान की बुलंदियों पर रख कर दिया। देश को विश्व में सम्मानपूर्ण स्थान दिलाने वाले महापुरूषों में स्वामी विवेकानन्द का भी नाम शामिल है। भारतीय सभ्यता व संस्कृति के महान प्रहरी और सभी धर्मों का सम्मानकरने के साथ – साथ वेदांत के प्रवर्तक स्वामी विवेकानन्द हर हाल मे महान हैं। 1893 में अमेरिका में आयोजित विश्व धर्म सम्मेलन में हिन्दू धर्म का प्रतिनिधित्व करते हुये स्वामी विवेकानंद ने शून्य पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत कर विश्व में यह सिध्द कर दिया कि विश्व का कोई भी महान कार्य भारतीय कर सकते हैं और ​बौध्दिक, धार्मिक, चारित्रिक तथा दार्शनिक क्षेत्र में भारत जितना भी उत्तन है उतना विश्व में कोई और देश नही हैं। स्वामी विवेकानन्द के बारे में हावर्ड विश्वविद्यालय के विख्यात प्रोफेसर जे.एच.राइट ने लिखा है “ To ask you Swami, for your credential is like asking the sun to state its right to shine“. Essay on Swami Vivekanand Biography बाल्यावस्था में नरेन्द्रदत्त और बाद में स्वामी विवेकानन्द के नाम से विख्यात अग्रदूत का जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता के एक परिवार में हुआ। स्वामी विवेकानन्द के पिता का नाम विश्वनाथ दत्त तथा माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था। विश्वनाथ दत्त कलकत्ता हाईकोर्ट में वकील थे। पांच वर्ष की आयु ...

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय

हेलो दोस्तों आपका मेरी वेबसाइट getyourway.online मे स्वागत है आज के इस लेख मे हम स्वामी विवेकानंद जयंती/स्वामी विवेकानंद की जीवनी/स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय/स्वामी विवेकानंद पर निबंध/स्वामी विवेकानंद पुस्तके in hindi/swami Vivekananda biography in hindiको पढ़ेगें | स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय/स्वामी विवेकानंद जयंती/ स्वामी विवेकानंद पर निबंध/स्वामी विवेकानंद की जीवनी/swami Vivekananda biography in hindi:- स्वामी विवेकानंद स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता(कोलकाता) मे हुआ था | इनकी जयंती के दिन 12 जनवरी को ही राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है इनके बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था | इनके पिता का नाम विश्वनाथ दत्त था जो कलकत्ता हाईकोर्ट के एक प्रसिद्ध वकील थे | उनकी माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था जो एक धार्मिक विचारों वाली महिला थी तथा अपना अधिकतम समय पूजा पाठ मे ही व्यतीत करती थी बालक नरेंद्र पर इसका बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ा और वे भी आध्यात्म की ओर आकर्षित हो गए बचपन से ही इन्हें इनकी माताश्री रामायण, महाभारत आदि की कहानियाँ सुनाती थी जिसका नरेन्द्र के बाल मन पर बहुत प्रभाव पड़ा और वे सनातन धर्म के प्रति निष्ठावान होते गये | बालक नरेंद्र बहुत ही कुशाग्र बुद्धि के थे वे कई बार अपने गुरुओ और पंडितो से ऐसे सवाल भी पूछ लेते की इनके गुरु तथा बड़े बड़े विद्वान भी असमंजस में पड़ जाते थे| साथ ही साथ वे बचपन मे बहुत ही शरारती भी थे उनके अध्यापक भी उनके शरारतों से परेशान हो चुके थे वे उन्हेशरारत ना करने के लिए कई बार बोल चुके थे पर उनपे इसका कहाँ असर होने वाला था| इन्होंने 24 सालकी उम्र मे ही गेरुआ वस्त्र धारण कर लिया था तथा सन्यास ग्रहण कर लिया | इसके पश्चात उन्...

स्वामी विवेकानंद जीवन परिचय, जयंती (Swami Vivekananda Biography in Hindi)

स्वामी विवेकानंद जीवन परिचय, जीवनी, विचार , अनमोल वचन , निबंध , सिद्धांत , कार्य , शैक्षिक, राजनीतिक विचार , गुरु का नाम, धर्म , जाति, जयंती ( Swami Vivekananda Biography in Hindi ) ( Quotes , Books , Jayanti , Education , Birthday , Speech ) युवा संन्यासी और भारतीय संस्कृति को विदेशों तक पहुंचाने वाले स्वामी विवेकानंद साहित्य और इतिहास के विद्वान कहे जाते थे। वही थे जिन्होंने राजयोग तथा ज्ञानयोग जैसे ग्रंथों की रचना की। जिसके कारण जनमानस युगों-युगों तक लोगों के बीच छाया रहा। कन्याकुमारी में बनाई गई उनकी स्मारक आज भी उनके किए हुए कार्य को दर्शाती है। उन्होंने लोगों को सिखाया की हमेशा कर्म पर भरोसा रखो। फल अपने आप आपको मिल जाएगा। उनका मानना था कि, व्यक्ति को कभी भी मेहनत करने से पीछे नहीं हटना चाहिए। क्योंकि आप जितनी मेहनत करेंगे एक ना एक दिन उसका फल आपको हासिल हो ही जाएगा। उनके इसी व्यक्तिवत को आज हम आपके सामने रखेंगे और उनके जीवन परिचय के बारे में जानकारी देंगे। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • स्वामी विवेकानंद जीवन परिचय (Swami Vivekananda Biography in Hindi) नाम स्वामी विवेकानंद वास्तविक नाम नरेंद्र दास दत्त पिता का नाम विश्वनाथ दत्त माता का नाम भुवनेश्वरी देवी जन्म 12 जनवरी 1863 जन्म स्थान कोलकाता पेशा आध्यात्मिक गुरू प्रसिद्धी अमेरिका, इंग्लैंड और यूरोप गुरू का नाम राम कृष्ण परमहंस मृत्यृ की तारीख 4 जुलाई 1902 जाति पता नहीं संपत्ति पता नहीं वैवाहिक स्थिति अविवाहित कथन न हो जाये स्वामी विवेकानंद का जन्म, जाति एवं परिवार (Swami Vivekananda Birthday, Caste, Family) स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता के गौरमोहन मुखर्जी स्ट्रीट में एक उच्च...

स्वामी विवेकानंद पर निबंध हिंदी में

Swami Vivekananda Essay in Hindi:- स्वामी विवेकानंद को संयुक्त राज्य अमेरिका (United Nation America) में 1893 की विश्व धर्म संसद में उनके महत्वपूर्ण भाषण (Speech) के लिए जाना जाता है, जिसमें उन्होंने America में Hindu Religion का परिचय दिया और धार्मिक सहिष्णुता और कट्टरता को समाप्त करने का आह्वान किया था। Swami Vivekananda को नरेंद्रनाथ दत्त के नाम से भी जाना जाता है। स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन के संस्थापक थे। 12 जनवरी के पूरे देश में Swami Vivekananda स्वामी विवेकानंद पर निबंध हिंदी में , Essay on Swami Vivekananda in Hindi Swami Vivekananda Essay in Hindi, स्वामी विवेकानंद पर निबंध 250 शब्द (Swami Vivekananda Essay in 250 words), स्वामी विवेकानंद पर निबंध 100 शब्द (Swami Vivekananda Essay in 100 Words) इन सभी बिंदूओं पर तैयार किया है। स्वामी जी के बारे में और जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़े। Essay on Swami Vivekananda in Hindi Swami Vivekananda Similar Content स्वामी विवेकानंद जयंती स्वामी विवेकानंद पर निबंध हिंदी में स्वामी विवेकानंद कोट्स हिंदी में स्वामी विवेकानंद के विचार स्वामी विवेकानंद का भाषण स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय राष्ट्रीय युवा दिवस निबंध राष्ट्रीय युवा दिवस पर भाषण राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद पर निबंध हिंदी में Swami Vivekananda India में एक आध्यात्मिक नेता और एक हिंदू भिक्षु (Hindu Monk) थे। वे उच्च विचार और सादा जीवन व्यतीत करते थे। स्वामी जी महान सिद्धांतों और धर्म परायण व्यक्तित्व वाले एक महान दार्शनिक थे। वह रामकृष्ण परमहंस के प्रमुख शिष्य थे और उनके दार्शनिक कार्यों में राजयोग और आधुनिक वेदांत शामिल हैं। Kolkata में रामकृष्ण मिशन और...

10 Lines On Swami Vivekananda In Hindi (स्वामी विवेकानंद पर निबंध)

स्वामी विवेकानंद जन्म 12 जनवरी 1863 में कोलकाता में हुआ था। भारत देश में राष्ट्रीय दिवस स्वामी विवेकानंद के जयंती पर मनाया जाता है। उनके बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। बाद में वे विवेकानंद के नाम से प्रसिद्ध हुए। इनके पिता जी हाईकोट के एक प्रसिद्ध वकील थे। स्वामी विवेकानंद अपने स्कूल में बुद्धिमान विद्यार्थीयो में से एक थे। स्वामी विवेकानंद जी ने 1 मई सन 1897 में रामकृष्ण मिशन की शुरुआत की थी। इन्होंने पैदल ही पुरे भारत देश की यात्रा की थी। 2. स्वामी जी के पिता का नाम विश्वनाथ दत्ता ओर माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था। 3. उनका जन्म १२ जनवरी 1863 में कोलकाता में हुआ था। 4. स्वामी विवेकानंद में बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था 5. रामकृष्ण परमंहस जी स्वामी विवेकानंद के गुरु थे। 6. उन्होंने रामकृष्ण मिशन और रामकृष्ण मठ की स्थापना की थी। 7. उन्होंने अपने भाषण द्वारा पुरे विश्वभर में भारत का नाम रोशन किया थ। 8. स्वामी जी ने सनातन धर्म के प्रचार में अपना पूर्ण जीवन किया था। 9. स्वामी विवेकानंद का वेदो और उपनिषदों पर अटूट विश्वास था। 10. स्वामी विवेकानंद ने पैदल ही सम्पूर्ण भारत की यात्रा की थी। मुझे आशा है आप लोगो से की आप को स्वामी विवेकानंद जी का निबंध बहुत पसंद आए होगा और आप लोगो को कोई भी निबंध चाहिए तो हमारी

स्वामी विवेकानंद जीवन परिचय, जयंती (Swami Vivekananda Biography in Hindi)

स्वामी विवेकानंद जीवन परिचय, जीवनी, विचार , अनमोल वचन , निबंध , सिद्धांत , कार्य , शैक्षिक, राजनीतिक विचार , गुरु का नाम, धर्म , जाति, जयंती ( Swami Vivekananda Biography in Hindi ) ( Quotes , Books , Jayanti , Education , Birthday , Speech ) युवा संन्यासी और भारतीय संस्कृति को विदेशों तक पहुंचाने वाले स्वामी विवेकानंद साहित्य और इतिहास के विद्वान कहे जाते थे। वही थे जिन्होंने राजयोग तथा ज्ञानयोग जैसे ग्रंथों की रचना की। जिसके कारण जनमानस युगों-युगों तक लोगों के बीच छाया रहा। कन्याकुमारी में बनाई गई उनकी स्मारक आज भी उनके किए हुए कार्य को दर्शाती है। उन्होंने लोगों को सिखाया की हमेशा कर्म पर भरोसा रखो। फल अपने आप आपको मिल जाएगा। उनका मानना था कि, व्यक्ति को कभी भी मेहनत करने से पीछे नहीं हटना चाहिए। क्योंकि आप जितनी मेहनत करेंगे एक ना एक दिन उसका फल आपको हासिल हो ही जाएगा। उनके इसी व्यक्तिवत को आज हम आपके सामने रखेंगे और उनके जीवन परिचय के बारे में जानकारी देंगे। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • स्वामी विवेकानंद जीवन परिचय (Swami Vivekananda Biography in Hindi) नाम स्वामी विवेकानंद वास्तविक नाम नरेंद्र दास दत्त पिता का नाम विश्वनाथ दत्त माता का नाम भुवनेश्वरी देवी जन्म 12 जनवरी 1863 जन्म स्थान कोलकाता पेशा आध्यात्मिक गुरू प्रसिद्धी अमेरिका, इंग्लैंड और यूरोप गुरू का नाम राम कृष्ण परमहंस मृत्यृ की तारीख 4 जुलाई 1902 जाति पता नहीं संपत्ति पता नहीं वैवाहिक स्थिति अविवाहित कथन न हो जाये स्वामी विवेकानंद का जन्म, जाति एवं परिवार (Swami Vivekananda Birthday, Caste, Family) स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता के गौरमोहन मुखर्जी स्ट्रीट में एक उच्च...

Essay on Swami Vivekanand in Hindi

स्वामी विवेकानंद की जीवनी से संबंधित एक लेख यहां लिखा गया है जिससे आप सभी को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। ऐसी ही जानकारी के लिए Guruji Tips Blog के साथ बने रहिए। जिस समय हमारा देश गुलामी की जंजीरों से जकड़ा हुआ बड़ी ही विवशता में अपना धर्म, भाषा, शिक्षा, सभ्यता तथा आध्यात्मिकता बल खोता जा रहा था ठीक उसी समय भारत की भूमि पर एक ऐसे सितारे का उदय हुआ जिसने भारत की भूमि को धरातल से उठाकर आसमान की बुलंदियों पर रख कर दिया। देश को विश्व में सम्मानपूर्ण स्थान दिलाने वाले महापुरूषों में स्वामी विवेकानन्द का भी नाम शामिल है। भारतीय सभ्यता व संस्कृति के महान प्रहरी और सभी धर्मों का सम्मानकरने के साथ – साथ वेदांत के प्रवर्तक स्वामी विवेकानन्द हर हाल मे महान हैं। 1893 में अमेरिका में आयोजित विश्व धर्म सम्मेलन में हिन्दू धर्म का प्रतिनिधित्व करते हुये स्वामी विवेकानंद ने शून्य पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत कर विश्व में यह सिध्द कर दिया कि विश्व का कोई भी महान कार्य भारतीय कर सकते हैं और ​बौध्दिक, धार्मिक, चारित्रिक तथा दार्शनिक क्षेत्र में भारत जितना भी उत्तन है उतना विश्व में कोई और देश नही हैं। स्वामी विवेकानन्द के बारे में हावर्ड विश्वविद्यालय के विख्यात प्रोफेसर जे.एच.राइट ने लिखा है “ To ask you Swami, for your credential is like asking the sun to state its right to shine“. Essay on Swami Vivekanand Biography बाल्यावस्था में नरेन्द्रदत्त और बाद में स्वामी विवेकानन्द के नाम से विख्यात अग्रदूत का जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता के एक परिवार में हुआ। स्वामी विवेकानन्द के पिता का नाम विश्वनाथ दत्त तथा माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था। विश्वनाथ दत्त कलकत्ता हाईकोर्ट में वकील थे। पांच वर्ष की आयु ...