स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन

  1. 50 Swami Vivekanand quotes in hindi
  2. स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन
  3. 9 Best Swami Vivekananda Quotes in Hindi
  4. स्वामी विवेकानंद: जीवनी, शिक्षा, विचार, अनमोल वचन
  5. स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन: जानिए उनके जीवन और शिक्षाओं के बारे में
  6. स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन (Swami Vivekananda Quotes)
  7. स्वामी विवेकानंद: जीवनी, शिक्षा, विचार, अनमोल वचन
  8. स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन (Swami Vivekananda Quotes)
  9. 9 Best Swami Vivekananda Quotes in Hindi
  10. स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन


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50 Swami Vivekanand quotes in hindi

Swami Vivekanand quotes in hindi स्वामी विवेकानंद जी का जीवन परिचय वास्तविक नाम-नरेन्द्र नाथ दत्त जन्म- 12 जनवरी 1863 मृत्यु- 4 जुलाई 1902 (उम्र 39) पिता- विश्वनाथ दत्त माता- भुवनेश्वरी देवी स्वामी विवेकानंद भारत के महान समाज सुधारक में से एक है. वे हमेशा से युवाओं और अन्य महान व्यक्तियों के हमेशा प्रेरणास्रोत रहे है. नरेन्द्र मोदी जैसे लोगो के प्रेरक रहे है. स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्‍ण मठ, रामकृष्‍ण मिशन और वेदांत सोसाइटी की नींव रखी. उनका जन्म कोलकाता में 12 जनवरी 1863 को विश्वनाथ दत्ता और भुवनेश्वरी देवी के यहाँ हुआ था. इनके जन्मदिन को हर साल युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है. उनके पिता विश्वनाथ दत्त एक सफल वकील थे. स्वामी विवेकानंद जी कुछ समय के लिए ब्रह्म आंदोलन से जुड़े थे. उनके बचपन का नाम नरेंद्रनाथ दत्त थे. स्वामी विवेकानंद का नाम उनके गुरु रामकृष्‍ण परमहंस ने दिया था. युवा अवस्था में नरेंद्र को ईश्वर के अस्तित्व पर संदेह था. नवंबर 1881 में, नरेंद्र दक्षिणेश्वर में काली मंदिर में रहने वाले श्री रामकृष्ण से मिले. श्री रामकृष्ण के मार्गदर्शन में उन्होंने आध्यात्मिक पथ पर तेजी से प्रगति किया. कुछ वर्षों के बाद दो घटनाएँ हुईं, जिससे नरेंद्र को काफी तकलीफ हुई, 1884 में उनके पिता की अचानक मृत्यु और 1886 में श्री रामकृष्ण की. 1890 के मध्य में, विवेकानंद ने बारानगर मठ छोड़ दिया और वह पूरे देश में तीर्थयात्रा पर गए, लोगों की स्थितियों का अध्ययन किया. वह जहां भी गया, उसके चुंबकीय व्यक्तित्व ने एक शानदार छाप बनाई. 1893 में अमेरिका के शिकागो में हुए विश्‍व धार्मिक सम्‍मेलन में उन्‍होंने भारत और हिंदुत्‍व का प्रतिनिधित्‍व किया. तीन साल तक उन्होंने अमेरिका और इंग्लैंड में वे...

स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन

2. बड़े-बड़े दिग्गज बह जाएंगे। छोटे-मोटे की तो बात ही क्या है! तुम लोग कमर कसकर कार्य में जुट जाओ, हुंकार मात्र से हम दुनिया को पलट देंगे। अभी तो केवल मात्र प्रारम्भ ही है। किसी के साथ विवाद न कर हिल-मिलकर अग्रसर हो -- यह दुनिया भयानक है, किसी पर विश्वास नहीं है। डरने का कोई कारण नहीं है, मां मेरे साथ हैं -- इस बार ऐसे कार्य होंगे कि तुम चकित हो जाओगे। भय किस बात का? किसका भय? वज्र जैसा हृदय बनाकर कार्य में जुट जाओ। (विवेकानन्द साहित्य खण्ड- 4 पन्ना-315) 3. तुमने बहुत बहादुरी की है। शाबाश! हिचकने वाले पीछे रह जाएंगे और तुम कूद कर सबके आगे पहुंच जाओगे। जो अपने उद्धार में लगे हुए हैं, वे न तो अपना उद्धार ही कर सकेंगे और न दूसरों का। ऐसा शोरगुल मचाओ कि उसकी आवाज दुनिया के कोने-कोने में फैल जाए। कुछ लोग ऐसे हैं, जोकि दूसरों की त्रुटियों को देखने के लिए तैयार बैठे हैं, किन्तु कार्य करने के समय उनका पता नहीं चलता है। जुट जाओ, अपनी शक्ति के अनुसार आगे बढ़ो। इसके बाद मैं भारत पहुंच कर सारे देश में उत्तेजना फूंक दूंगा। डर किस बात का है? नहीं है, नहीं है, कहने से सांप का विष भी नहीं रहता है। नहीं नहीं कहने से तो 'नहीं' हो जाना पड़ेगा। खूब शाबाश! छान डालो - सारी दुनिया को छान डालो! अफसोस इस बात का है कि यदि मुझ जैसे दो - चार व्यक्ति भी तुम्हारे साथी होते - तमाम संसार हिल उठता। क्या करूं धीरे-धीरे अग्रसर होना पड़ रहा है। तूफान मचा दो तूफान! (वि.स. 4/387) 8. सभी कामों में एक दल शत्रुता ठानता है; अपना काम करते जाओ किसी की बात का जवाब देने से क्या काम? सत्यमेव जयते नानृतं, सत्येनैव पन्था विततो देवयानः (सत्य की ही विजय होती है, मिथ्या की नहीं; सत्य के ही बल से देवयानमार्ग की गति मिलती है।...

9 Best Swami Vivekananda Quotes in Hindi

स्वामी विवेकानंद जी को किसी भी परिचय की जरुरत नहीं है। रामकृष्ण परमहंस के परम शिष्य नरेंद्र जी ही स्वामी विवेकानंद जी हैं। जब नरेंद्र जी रामकृष्ण परमहंस जी से मिलने पहली बार पहुचे तभी उन्होंने जान लिया था कि जिस शिष्य का वो इंतज़ार कर रहे थे वो वही हैं। परमहंस जी के सानिध्य में उनका आत्म साक्षात्कार हुआ और वो सभी शिष्यों में सबसे मुख्य बन गए और सन्यास जीवन अपनाने के बाद वो स्वामी विवेकानंद जी के नाम से जाने जाने लगे। आज जब भी कोई जीवन की मुश्किलों से हताश हो जाता है, यह स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन (Swami Vivekananda quotes in hindi) उसे जीवन में साहस और प्रेरणा देने के लिए काफी है। उनको सिर्फ भारतीय ही नही बल्कि पूरी दुनिया पूजती है। एक बार अमेरिका में विश्व हिन्दू परिषद् की बैठक थी और वहां भारत की ओर से स्वामी जी गाए। उस समय अमेरिका में भारतीयों को हीन दृष्टि से देखा जाता था। एक अमेरिकन की मदद से स्वामी को सबसे रूबरू होने का मौका मिला। जब स्वामी जी बोलने लगे तो सभी उनके विचारो से बहुत प्रभावित हुए। इसके बाद भारत में ही नही बल्कि पूरी दुनिया में उनके अनुयायी बढ़ते गए। स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन (Swami Vivekananda quotes in hindi) से आज भी लोग प्रेरित होते हैं। विवेकानंद ने रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। वह शायद अपने भाषण के लिए सबसे ज्यादा जाने जाते हैं, जो “अमेरिका की बहनों और भाइयों …” शब्दों से शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने 1893 में शिकागो में विश्व धर्म संसद में हिंदू धर्म का परिचय दिया था। स्वामी विवेकानन्द के 9 अनमोल वचन (9 Swami Vivekananda Quotes in Hindi) स्वामी विवेकानंद विचारधारा क्या थी? प्रत्येक आत्मा संभावित रूप से दिव्य है। प्रकृति, बाहरी ...

स्वामी विवेकानंद: जीवनी, शिक्षा, विचार, अनमोल वचन

स्वामी विवेकानंद एक महान भारतीय दार्शनिक एवं हिंदू सन्यासी थे, स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका के शिकागो में सन 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व भारत की ओर से किया था। भारतकाअध्यात्म से परिपूर्णवेदांतदर्शन पूरे अमेरिकाऔर यूरोपके हरेक देश में स्वामी विवेकानंदके विवेचनात्मक और विस्तृत विचार व्याख्यान के माध्यम से फैला उनके आध्यात्मिक गुरु रामकृष्ण परमहंसथे तथा स्वामी रामकृष्ण परमहंस से संदर्भित रामकृष्ण मिशनकी स्थापना भी उनके द्वारा की गई। उन्हें 1893 के शिकागो सम्मेलन में वक्तव्य का 2 मिनट का अवसर दिया गया जिसमें उनके भाषण का संबोधन “मेरे अमेरिकी बहनों एवं भाइयों “के साथ करने के लिए जाना जाता है उनके प्रथम वाक्यनेहीं सबका मन मोह लिया। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • स्वामी विवेकानंद बायोग्राफी स्वामी विवेकानंद के बचपन का नाम नरेंद्रनाथ दत्त जन्म 12 जनवरी 1863(कलकत्ता) मृत्यु 4 जुलाई 1902 ( उम्र -39),बेल्लूर मठ बंगाल रियासतब्रिटिश राज(अब बेलूर पश्चिम बंगालमें हैं) पिता का नाम विश्वनाथ दत्त माता का नाम भुनेश्वरी देवी भाई भूपेन्द्रनाथ दत्त और महेंद्र नाथ दत्त बहन स्वर्णमयी देवी धर्म हिन्दू राष्ट्रीयता भारतीय गुरु रामकृष्ण परमहंस शिक्षा कलकत्ता मेट्रोपोलिटन स्कूल और प्रेसीडेंसी कॉलेज कलकत्ता स्वामी विवेकानंद बायोग्राफी स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन • उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए। • सत्य को हज़ार तरीकों से बताया जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य ही होगा। • तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता, कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुम्हे सब कुछ खुद अंदर से सीखना है, आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नही है। • ख़ुद को कमज़ोर समझन...

स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन: जानिए उनके जीवन और शिक्षाओं के बारे में

स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन: स्वामी विवेकानंद जयंती भारत में एक राष्ट्रीय अवकाश है जो 12 जनवरी को 19वीं शताब्दी के सबसे प्रभावशाली आध्यात्मिक नेताओं में से एक स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद एक हिंदू भिक्षु थे, जिन्हें हिंदू धर्म और वेदांत के आदर्शों को बढ़ावा देने के उनके अथक प्रयासों और सभी लोगों की अंतर्निहित एकता और दिव्यता में उनके विश्वास के लिए याद किया जाता है। उन्हें भारत में सामाजिक और सांस्कृतिक सुधार लाने में उनकी भूमिका और शिक्षा और सेवा के महत्व पर उनकी शिक्षाओं के लिए भी सम्मानित किया जाता है। स्वामी विवेकानंद जयंती लोगों के लिए स्वामी विवेकानंद के आदर्शों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने और अपने जीवन पर उनकी शिक्षाओं के प्रभाव को प्रतिबिंबित करने का एक अवसर है। इस लेख में स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन, इतिहास, महत्व, स्वामी विवेकानंद जयंती 2023 का उत्सव शामिल है। Table of Contents • • • • • स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन नीचे दिए गए स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन हिंदी और अंग्रेजी में देखें। • “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।” • “जितना अधिक हम बाहर आएंगे और दूसरों का भला करेंगे, उतना ही अधिक हमारे हृदय शुद्ध होंगे।” • “शिक्षा मनुष्य में पहले से ही पूर्णता की अभिव्यक्ति है।” • “सबसे बड़ा पाप यह सोचना है कि आप कमजोर हैं।” • “अस्तित्व का संपूर्ण रहस्य कोई डर नहीं है। कभी भी डरो मत कि तुम्हारा क्या होगा, किसी पर निर्भर मत रहो। केवल जिस क्षण आप सभी सहायता को अस्वीकार करते हैं, आप मुक्त हो जाते हैं।” • “दिन में कम से कम एक बार अपने आप से बात करें… अन्यथा, आप इस दुनिया में एक उत्...

स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन (Swami Vivekananda Quotes)

Last updated on February 15th, 2023 at 06:26 pm स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन (Swami Vivekananda Quotes in Hindi): भारत के सबसे महान आध्यात्मिक गुरुओं में से एक स्वामी विवेकानंद थे। कई पीढ़ियों से लाखों लोग उनके जीवन, शिक्षाओं और संदेशों से प्रेरित हुए हैं। वह प्रेरणा और ज्ञान के कभी न खत्म होने वाले स्रोत थे। उनके पास लोगों की आध्यात्मिक खोज को प्रेरित करने और उच्च विचारों को स्पष्ट रूप से लेकिन प्रभावी ढंग से संप्रेषित करने की क्षमता थी। यहां स्वामी विवेकानंद के 9 प्रेरणादायक शब्द हैं जो समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं और आज भी यात्रियों द्वारा सुने जाते हैं। स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन • “अपना जीवन एक लक्ष्य पर निर्धारित करो। अपने पूरे शरीर को उस एक लक्ष्य से भर दो। और हर दूसरे विचार को अपनी ज़िन्दगी से निकाल दो। यही सफलता की कुंजी है।” अर्थ: बिना लक्ष्य के आप जीवन में कभी भी सफल नहीं हो सकते। यदि आप सफल होना चाहते हैं तो अपने लिए एक लक्ष्य निर्धारित करें। हार मत मानो, भले ही आपको उस लक्ष्य को पूरा करने के लिए बहुत प्रयास करना पड़े। उस उद्देश्य से कभी न चूकें और उससे कभी समझौता न करें। तब और केवल तभी आप अपने जीवन में सफल हो पाएंगे और अपने लक्ष्य तक पहुंच पाएंगे। • “किसी दिन, जब आपके सामने कोई समस्या ना आए। आप सुनिश्चित हो सकते है कि आप गलत मार्ग पर चल रहे है।” अर्थ – हर कोई कठिनाई का अनुभव करता है, और सभी को विभिन्न प्रकार के मुद्दों से निपटना चाहिए। जीवन में सफलता के लिए संघर्ष और समस्याएं जरूरी हैं; यदि आप इनमें से किसी का भी अनुभव नहीं करते हैं, तो आपको यह गतिविधि करनी चाहिए। जिसका आपके जीवन से कोई संबंध नहीं है, इसलिए बिना संघर्ष के जीना गलत रास्ता अपनाने के रूप ...

स्वामी विवेकानंद: जीवनी, शिक्षा, विचार, अनमोल वचन

स्वामी विवेकानंद एक महान भारतीय दार्शनिक एवं हिंदू सन्यासी थे, स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका के शिकागो में सन 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व भारत की ओर से किया था। भारतकाअध्यात्म से परिपूर्णवेदांतदर्शन पूरे अमेरिकाऔर यूरोपके हरेक देश में स्वामी विवेकानंदके विवेचनात्मक और विस्तृत विचार व्याख्यान के माध्यम से फैला उनके आध्यात्मिक गुरु रामकृष्ण परमहंसथे तथा स्वामी रामकृष्ण परमहंस से संदर्भित रामकृष्ण मिशनकी स्थापना भी उनके द्वारा की गई। उन्हें 1893 के शिकागो सम्मेलन में वक्तव्य का 2 मिनट का अवसर दिया गया जिसमें उनके भाषण का संबोधन “मेरे अमेरिकी बहनों एवं भाइयों “के साथ करने के लिए जाना जाता है उनके प्रथम वाक्यनेहीं सबका मन मोह लिया। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • स्वामी विवेकानंद बायोग्राफी स्वामी विवेकानंद के बचपन का नाम नरेंद्रनाथ दत्त जन्म 12 जनवरी 1863(कलकत्ता) मृत्यु 4 जुलाई 1902 ( उम्र -39),बेल्लूर मठ बंगाल रियासतब्रिटिश राज(अब बेलूर पश्चिम बंगालमें हैं) पिता का नाम विश्वनाथ दत्त माता का नाम भुनेश्वरी देवी भाई भूपेन्द्रनाथ दत्त और महेंद्र नाथ दत्त बहन स्वर्णमयी देवी धर्म हिन्दू राष्ट्रीयता भारतीय गुरु रामकृष्ण परमहंस शिक्षा कलकत्ता मेट्रोपोलिटन स्कूल और प्रेसीडेंसी कॉलेज कलकत्ता स्वामी विवेकानंद बायोग्राफी स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन • उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए। • सत्य को हज़ार तरीकों से बताया जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य ही होगा। • तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता, कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुम्हे सब कुछ खुद अंदर से सीखना है, आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नही है। • ख़ुद को कमज़ोर समझन...

स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन (Swami Vivekananda Quotes)

Last updated on February 15th, 2023 at 06:26 pm स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन (Swami Vivekananda Quotes in Hindi): भारत के सबसे महान आध्यात्मिक गुरुओं में से एक स्वामी विवेकानंद थे। कई पीढ़ियों से लाखों लोग उनके जीवन, शिक्षाओं और संदेशों से प्रेरित हुए हैं। वह प्रेरणा और ज्ञान के कभी न खत्म होने वाले स्रोत थे। उनके पास लोगों की आध्यात्मिक खोज को प्रेरित करने और उच्च विचारों को स्पष्ट रूप से लेकिन प्रभावी ढंग से संप्रेषित करने की क्षमता थी। यहां स्वामी विवेकानंद के 9 प्रेरणादायक शब्द हैं जो समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं और आज भी यात्रियों द्वारा सुने जाते हैं। स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन • “अपना जीवन एक लक्ष्य पर निर्धारित करो। अपने पूरे शरीर को उस एक लक्ष्य से भर दो। और हर दूसरे विचार को अपनी ज़िन्दगी से निकाल दो। यही सफलता की कुंजी है।” अर्थ: बिना लक्ष्य के आप जीवन में कभी भी सफल नहीं हो सकते। यदि आप सफल होना चाहते हैं तो अपने लिए एक लक्ष्य निर्धारित करें। हार मत मानो, भले ही आपको उस लक्ष्य को पूरा करने के लिए बहुत प्रयास करना पड़े। उस उद्देश्य से कभी न चूकें और उससे कभी समझौता न करें। तब और केवल तभी आप अपने जीवन में सफल हो पाएंगे और अपने लक्ष्य तक पहुंच पाएंगे। • “किसी दिन, जब आपके सामने कोई समस्या ना आए। आप सुनिश्चित हो सकते है कि आप गलत मार्ग पर चल रहे है।” अर्थ – हर कोई कठिनाई का अनुभव करता है, और सभी को विभिन्न प्रकार के मुद्दों से निपटना चाहिए। जीवन में सफलता के लिए संघर्ष और समस्याएं जरूरी हैं; यदि आप इनमें से किसी का भी अनुभव नहीं करते हैं, तो आपको यह गतिविधि करनी चाहिए। जिसका आपके जीवन से कोई संबंध नहीं है, इसलिए बिना संघर्ष के जीना गलत रास्ता अपनाने के रूप ...

9 Best Swami Vivekananda Quotes in Hindi

स्वामी विवेकानंद जी को किसी भी परिचय की जरुरत नहीं है। रामकृष्ण परमहंस के परम शिष्य नरेंद्र जी ही स्वामी विवेकानंद जी हैं। जब नरेंद्र जी रामकृष्ण परमहंस जी से मिलने पहली बार पहुचे तभी उन्होंने जान लिया था कि जिस शिष्य का वो इंतज़ार कर रहे थे वो वही हैं। परमहंस जी के सानिध्य में उनका आत्म साक्षात्कार हुआ और वो सभी शिष्यों में सबसे मुख्य बन गए और सन्यास जीवन अपनाने के बाद वो स्वामी विवेकानंद जी के नाम से जाने जाने लगे। आज जब भी कोई जीवन की मुश्किलों से हताश हो जाता है, यह स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन (Swami Vivekananda quotes in hindi) उसे जीवन में साहस और प्रेरणा देने के लिए काफी है। उनको सिर्फ भारतीय ही नही बल्कि पूरी दुनिया पूजती है। एक बार अमेरिका में विश्व हिन्दू परिषद् की बैठक थी और वहां भारत की ओर से स्वामी जी गाए। उस समय अमेरिका में भारतीयों को हीन दृष्टि से देखा जाता था। एक अमेरिकन की मदद से स्वामी को सबसे रूबरू होने का मौका मिला। जब स्वामी जी बोलने लगे तो सभी उनके विचारो से बहुत प्रभावित हुए। इसके बाद भारत में ही नही बल्कि पूरी दुनिया में उनके अनुयायी बढ़ते गए। स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन (Swami Vivekananda quotes in hindi) से आज भी लोग प्रेरित होते हैं। विवेकानंद ने रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। वह शायद अपने भाषण के लिए सबसे ज्यादा जाने जाते हैं, जो “अमेरिका की बहनों और भाइयों …” शब्दों से शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने 1893 में शिकागो में विश्व धर्म संसद में हिंदू धर्म का परिचय दिया था। स्वामी विवेकानन्द के 9 अनमोल वचन (9 Swami Vivekananda Quotes in Hindi) स्वामी विवेकानंद विचारधारा क्या थी? प्रत्येक आत्मा संभावित रूप से दिव्य है। प्रकृति, बाहरी ...

स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन

2. बड़े-बड़े दिग्गज बह जाएंगे। छोटे-मोटे की तो बात ही क्या है! तुम लोग कमर कसकर कार्य में जुट जाओ, हुंकार मात्र से हम दुनिया को पलट देंगे। अभी तो केवल मात्र प्रारम्भ ही है। किसी के साथ विवाद न कर हिल-मिलकर अग्रसर हो -- यह दुनिया भयानक है, किसी पर विश्वास नहीं है। डरने का कोई कारण नहीं है, मां मेरे साथ हैं -- इस बार ऐसे कार्य होंगे कि तुम चकित हो जाओगे। भय किस बात का? किसका भय? वज्र जैसा हृदय बनाकर कार्य में जुट जाओ। (विवेकानन्द साहित्य खण्ड- 4 पन्ना-315) 3. तुमने बहुत बहादुरी की है। शाबाश! हिचकने वाले पीछे रह जाएंगे और तुम कूद कर सबके आगे पहुंच जाओगे। जो अपने उद्धार में लगे हुए हैं, वे न तो अपना उद्धार ही कर सकेंगे और न दूसरों का। ऐसा शोरगुल मचाओ कि उसकी आवाज दुनिया के कोने-कोने में फैल जाए। कुछ लोग ऐसे हैं, जोकि दूसरों की त्रुटियों को देखने के लिए तैयार बैठे हैं, किन्तु कार्य करने के समय उनका पता नहीं चलता है। जुट जाओ, अपनी शक्ति के अनुसार आगे बढ़ो। इसके बाद मैं भारत पहुंच कर सारे देश में उत्तेजना फूंक दूंगा। डर किस बात का है? नहीं है, नहीं है, कहने से सांप का विष भी नहीं रहता है। नहीं नहीं कहने से तो 'नहीं' हो जाना पड़ेगा। खूब शाबाश! छान डालो - सारी दुनिया को छान डालो! अफसोस इस बात का है कि यदि मुझ जैसे दो - चार व्यक्ति भी तुम्हारे साथी होते - तमाम संसार हिल उठता। क्या करूं धीरे-धीरे अग्रसर होना पड़ रहा है। तूफान मचा दो तूफान! (वि.स. 4/387) 8. सभी कामों में एक दल शत्रुता ठानता है; अपना काम करते जाओ किसी की बात का जवाब देने से क्या काम? सत्यमेव जयते नानृतं, सत्येनैव पन्था विततो देवयानः (सत्य की ही विजय होती है, मिथ्या की नहीं; सत्य के ही बल से देवयानमार्ग की गति मिलती है।...