Swastik chinh

  1. स्वस्तिक चिन्ह किस सभ्यता की देन है?
  2. Learn Basic Rules, Secrets And Facts Of Indian Palmistry ~ INDIAN PALM READING
  3. स्वस्तिक चिन्ह का महत्व और इससे जुड़े लाभ, सकारात्मकता ऊर्जा का होता हैं प्रतीक
  4. Swastik Chinh
  5. Swastik Chinh, Lotus, And Nandi On Wall; What Else Found Inside Gyanvapi Mosque?


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स्वस्तिक चिन्ह किस सभ्यता की देन है?

Explanation : स्वस्तिक चिन्ह पुरापाषाण काल की सभ्यता की देन है। स्वास्तिक ही ऐसा प्रतीक है जो सदियों से नहीं बल्कि हजारों सालों से विश्व की की करीब करीब हर सभ्यता में मौजूद रहा है। भारतीय संस्कृति में यह मंगल प्रतीक माना जाता रहा है। इसीलिए किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले स्वास्तिक​ चिन्ह अंकित करके उसका पूजन किया जाता है। स्वास्तिष्क में एक दूसरे को काटकती हुई दो सीधी रेखाएं होती हैं, जो आगे चलकर मुड़ जाती है। इसके बाद भी ये रेखाएं होती हैं, जो आगे चलकर मुड़ जाती है। इसके बाद भी ये रेखाएं अपने सिरों पर थोड़ी और आगे की तरफ मुड़ी होती है। स्वास्तिष्क की यह आकृति 02 प्रकार की हो सकती है। स्वास्तिक सिंधु घाटी स्भ्यता से प्राप्त मुहर जिसमें स्वास्तिक का प्रयोग है। स्वास्तिक शब्द सु + अस + क से बना है। सु का अर्थ अच्छा, अस का अर्थ सत्ता या अस्तित्व और क का अर्थ कर्ता या करने वाले से है। इस प्रकार स्वास्तिक शब्द का अर्थ अच्छा या मंगल करने वाला है। अमरकोश में स्वास्तिष्क का अर्थ आशीर्वाद, मंगल या पुण्यकार्य करना लिखा है। अमरकोश के शब्द स्वा​स्तिक सर्वतोऋद्व अर्थात् सभी दिशाओं में सबका कल्याण हो। इस प्रकार स्वास्तिष्क शब्द में किसी व्यक्ति या जाति विशेष का नहीं अपितु संपूर्ण विश्व के कल्याण या वसुधैव कुटुम्बकम की भावना निहित है। Tags :

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If fate line is long and starts from bracelet and an influence line from Mount of Moon comes and joins fate line it denotes love marriage or if branch of fate line goes towards Mount of Moon then it denotes love marriage. This sign (combination/yog) also denotes abroad travel or abroad journey after marriage. (see figure - 1) You can read more information in detail about love marriage, divorce, talaak, breakup andextramarital affair signs on hand: Mole There are various types moles in hand like red, blue, black, brown, red and yellow, etc. Mole is also known as dot, spot, til, kundak, birthmark, mark, nevus, etc in palmistry. Black mole (kala til), black spot, or black dot is verycommonly found in hand. Most of the time these moles denote bad phase, accidents, andincurablediseases. You can read more information in detail about moles meaning, significance of mole on right and left hand,explanationof mole on fingers and mounts: Black mole in the middle of Hand Money There are few wealth and money signs which denote rich man, countess, etc. In Indian Palmistry wealth sign is known as "Maha Laxmi Yog". If Sun Line and Fate Line is excellent then subject will be a famous and rich person. Less lines on hand indicates lessobstacles in life and good earning but if there are so many lines that intersect each other then many obstacles in life and lots of debt. In poor people hands sun line and fate line is defected or not good. Swastik Sign is a Hindu Sign. Swastika Chinha is an aus...

स्वस्तिक चिन्ह का महत्व और इससे जुड़े लाभ, सकारात्मकता ऊर्जा का होता हैं प्रतीक

स्वस्तिक बेहद ही पवित्र चिन्ह है और इस चिन्ह को मंगल कार्यों का प्रति माना गया है। स्वस्तिक चिन्ह का महत्व हिंदू धर्म में काफी अधिक है और जब भी कोई मंगल कार्य किया जाता है तो इस चिन्ह को जरूर बनाया जाता है। स्वस्तिक चिन्ह को हल्दी और सिंदूर से बनाया जाता है और इस चिन्ह को सुख-समृद्धि का प्रतिक भी माना गया है। स्वस्तिक का लाभ और स्वस्तिक चिन्ह से जुड़े महत्व की जानकारी इस प्रकार है- स्वस्तिक का लाभ- सकारात्मक ऊर्जा बढ़े जो प्रथम लाभ स्वस्तिक चिन्ह से जुड़ा है वो सकारात्मक ऊर्जा है। स्वस्तिक चिन्ह को घर के मुख्य दरवाजे पर बनाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती है। इसलिए आप त्योहारों के समय अपने घर के मुख्य दरवाजे पर इस चिन्ह को जरूर बनाएं। धन की हो प्राप्ति स्वस्तिक का लाभ धन से भी जुड़ा हुआ है और इस चिन्ह को बनाने से धन प्राप्ति होती है। हिंदू धर्म के अनुसार स्वस्तिक चिन्ह पर देवी-देवताओं का वास होता है और घर के मुख्य दरवाजे पर स्वस्तिक चिन्ह बनाने से लक्ष्मी मां प्रसन्न हो जाती हैं और घर में प्रवेश करती है। धन का लाभ पाने हेतु आप बस किसी शुभ दिन अपने घर की देहलीज पर कुमकुम से स्वस्तिक चिन्ह बना दें और इसपर सुपारी रख दें। ऐसा करने से आपको धन लाभ हो जाएगा। पूजा हो सफल शास्त्रों में स्वस्तिक के लाभ का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि किसी भी पूजा को शुरू करने से पहले अगर स्वस्तिक चिन्ह बनाया जाए तो पूजा सफल हो जाती है। इसलिए आप जब भी कोई पूजा या हवन करें तो उससे पहले स्वस्तिक चिन्ह जरूर बना लें। घर में बनाए रखे सुख समृद्धि घर में सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए घर की उत्तर दिशा वाली दीवार पर स्वस्तिक चिन्ह बना दें। ऐसा माना जाता है...

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पहले हम जानते है कि स्वास्तिक शब्द कैसे बनता है। स्वस्तिक शब्द सु+अस+क से बना है। ‘सु’ का अर्थ अच्छा, ‘अस’ का अर्थ ‘सत्ता’ या ‘अस्तित्व’ और ‘क’ का अर्थ ‘कर्त्ता’ या करने वाले से है। इस प्रकार ‘स्वस्तिक’ शब्द का अर्थ हुआ ‘अच्छा’ या ‘मंगल’ करने वाला। इतिहास में ऐसा भी लिखा हुआ है कि स्वास्तिक 11000 या 12000 से भी अधिक पुराना है । व्यापार न चले तो क्या करे : स्वस्तिक उपाय किसी का व्यापार नहीं चल रहा हो तो वह जहां व्यापार होता है वहा को देहलीज पर सुबह दोनों तरफ कुमकुम का स्वास्तिक बनाकर उसपर सफेद पुस्प चढकर कामना करे ये उपाय सिर 5 – 7 करके देखे आपको लाभ जरूर होगा।। परन्तु मन में विश्वाश जरूर होना चाहिए जब है हमारे सारे काम सिद्ध होंगे। जानें क्या है स्वस्तिक चिन्ह का महत्व: स्वास्तिक चिन्ह का महत्व और लाभ तो इतना है को ये धन सम्पत्ति, वैभव और सुख शांति सब प्रदान करता है। स्वस्तिक को गणेशजी का रूप भी माना जाता है। स्वास्तिक को भारतीय संस्कृति का मंगलकारी और शुभकारी चिन्ह माना जाता है। स्वास्तिक को भारतीय संस्कृति के अनुसार पूजा-पाठ और शुभ कार्यों में उपयोग अर्थ उसको वहा स्थापित किया जाता है। यह माना जाता है कि जहां स्वास्तिक होता है और अगर वहा और कोई भगवान् की मूर्ति ना हो तो भी वह पूजा संपन मानी जाती हैं और अगर गणेशजी को पूजा में भी अगर गणेशजी को मूर्ति ना हो और वहा स्वास्तिक चिन्ह बनाया जाए और उसकी पूजा की जाए तो वह पूजा भी पूरी मानी जाती हैं।। पितरों की कृपा प्राप्ति के लिये भी स्वस्तिक लाभकारी होता है। घर में गोबर से स्वास्तिक चिन्ह बनाने से घर में पितरों की कृपा और सुख व समृद्धि के साथ शान्ति भी आती है। हिन्दू सभ्यता में स्वास्तिक चिन्ह सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण चिन्ह माना...

Swastik Chinh, Lotus, And Nandi On Wall; What Else Found Inside Gyanvapi Mosque?

Latest Updates On Gyanvapi Mosque Blockade: Survey team found two swastik chinh near the masjid found. Videgraphers see telltale signs inside the masjid. People claim nandi, lotus, among other hindu signs were present inside the mosque. Watch for more details!#GyanvapiMosque #GyanvapiBlockade #LatestNews