टाइल्स फर्नीचर और फलों के बीच क्या आम है

  1. 36 गुणकारी फलों के नाम
  2. फलों का राजा आम है लेकिन आम का राजा कौन जानिए
  3. Health Tips Why Eating Mangoes Is Not Healthy For You But Keep These Things In Mind While Eating
  4. इंडोर और आउटडोर फर्नीचर के बीच अंतर
  5. जामुन और फलों के बीच का अंतर
  6. भारतीय आम
  7. काउंटर के ऊपर के टाइल्स के 7 आकर्षक नमूने


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36 गुणकारी फलों के नाम

Contents • • • • • • फलों के नाम – Fruits Name In Hindi And English प्रकति ने हमें खाने के लिए तरह तरह के फल दिए है। ये फल स्वादिष्ट और स्वास्थवर्धक होते है। इस लेख Fruits Name In Hindi – English में 36 फलों के नाम और उनकी संक्षिप्त जानकारी है। दोस्तों, इन फलों का रंग भी अलग अलग होता है और ये लाल, हरे, पीले विभिन्न रंगों में पाए जाते है। स्वाद में मीठे फल को खाने से मन तरोताजा हो जाता है। डॉक्टर भी हमें फल खाने की सलाह देते है। फलों के नाम भी उनके स्वाद और रंग की तरह रोचक है। हर फल की अपनी एक खासियत होती है। फल की पैदावार भी मौसम के अनुसार होती है। गर्मी में आम का फल मिलता है तो सर्दी में सेब का फल मिलता है। फलों में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज तत्व और विटामिन्स पाये जाते है। तो आइए फलों के नाम हिंदी और अंग्रेजी ( Fruits Name In English And Hindi) में जानने का प्रयास करते है। फलों के नाम हिंदी में Fruits Name In Hindi And English (1 – 10) 1. सेब (Apple) – यह सबसे गुणकारी फल है। इस फल के बारे में एक कहावत है कि एक सेब रोज खाओ और डॉक्टर को दूर भगाओ। यह लाल रंग का स्वाद में मीठा फल होता है। 2. केला (Banana) – केला स्वाद में जितना मीठा होता है उतना ही एनर्जी से भरपूर होता है। यह कार्बोहाइड्रेट का रिच सोर्स है। 3. नारियल (Coconut) – यह सख्त खोल का फल है। इसका मुख्य उपयोग तेल बनाने में किया जाता है। इस फल में पानी भी होता है जो बहुत स्वादिष्ट होता है। 4. आम (Mango) – 7. अमरूद (Guava) – यह भी एक मीठा फल है। इस फल में फाइबर अच्छी मात्रा में होता है। 8. नींबू (Lemon) – यह फल स्वाद में खट्टा होता है। गर्मियों में नींबू पानी खूब बनाया जाता है। 9. तरबूज (Watermelon) – तरबूज भी गर्मि...

फलों का राजा आम है लेकिन आम का राजा कौन जानिए

हकीम साहब को आम कुछ खास पसंद नहीं थे और वे जानते थे कि गालिब आमों के कितने रसिया हैं। दोनों दोस्त बरामदे में बैठकर बातें करने लगे, जहां आम के छिलके पड़े हुए थे। एक गधा वहां से गुजरा। गधे ने आम के छिलकों को सूंघा और आगे बढ़ गया। हकीम साहिब को गालिब को छेडऩे का बहाना मिल गया। वे बोले- देखिए, आम को तो गधा भी नहीं खाता। इस पर गालिब तपाक से बोले- 'बेशक गधा आम नहीं खाता।‘ आम विज्ञानी कलीमुल्लाह खान ने आम की नई-नई किस्मों को नरेंद्र मोदी या योगी आदित्यनाथ जैसे खास नामों से नवाजा हो, पर आम खास होकर भी सिर्फ आम ही है। अब बाजार ने भी आम लोगों के इसके प्रति सेंटीमेंट्स को भुना लिया है। आम का मौसम पूरे साल रहने की कोशिश बाजार कर रहा है, उसने मैंगों ड्रिंक, मैंगो लस्सी और मैंगो पल्प उतार दिए। लेकिन मजा तो सिर्फ आम के सीजन में आम खाने से ही है। आम की खुशबू का जादू लेने में है। हर जुबां पर आम है आम का किस्सा हर आम इंसान के जहन में कोई न कोई किस्सा आम को लेकर होगा। बचपन में पेड़ पर आम तोड़ने की कोशिश में गिरना हो या बगीचे से आम चोरी में पकड़ा जाना। चाहे दाल को स्वादिष्ट बनाने वाली खटाई की चर्चा हो, चाहे अमावट की। आम किसी न किसी रूप में जिंदगी में शामिल रहता है। कुछ भी नहीं, तो आम को लेकर नोस्टाल्जिया तो रहता ही है कि उस जमाने में टोकरी भर आम खरीदे जाते थे, जिसे पानी से भरी बाल्टी में डाल दिया जाता था और पूरा परिवार उसके इर्दगिर्द बैठकर आमों के रस के साथ बातों का रस भी लेता था। बड़े बुजुर्ग बच्चों को हिदायत देते थे कि आम का चीप (एसिड) निकालकर खाओ, लेकिन बच्चों में इतना सब्र कहां कि आम उनके सामने हो और फौरन से पेशतर वह उनके मुंह तक न आए। उनके होठों में जख्म हो जाते थे। आज महंगाई के जमाने मे...

Health Tips Why Eating Mangoes Is Not Healthy For You But Keep These Things In Mind While Eating

फलों के राजा आम गुणों से हैं भरपूर, लेकिन खाते समय रखें इन बातों का ध्यान आम एक मौसमी फल है आम में लगभग 150 कैलोरी पाई जाती हैं. इसमें मौजूद शर्करा की मात्रा के कारण इसे वजन बढ़ने का कारण माना जाता है. आइए हम आपको बताते हैं कि आम खाने के लिए अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो इससे आपका वजन नहीं बढ़ेगा. गर्मी का मौसम हो और व्यक्ति आम का सेवन न करे, ऐसा तो हो ही नहीं सकता. कुछ लोग तो सालभर गर्मी का इंतजार महज इसलिए करते हैं ताकि वह फलों के राजा आम का रसीला स्वाद चख सके. लेकिन आम खाते हुए एक डर आपके मन में जरूरत आता होगा. डर यह कि कहीं आम खाने से आपका वजन न बढ़ जाए. इस मीठे फल में ग्लूकोस की अच्छी मात्रा होती है, इसीलिए इसे खाने से स्वाभाविक रूप से आप ज्यादा कैलोरी का इनटेक करते हैं. लेकिन इसका मतलब ये भी नहीं है कि आप आम खाना ही छोड़ दें. आप ही नहीं बल्कि आम के शौकीन बहुत से लोगों के मन में यह दुविधा होती है कि क्या आम खाने से वाकई वजन बढ़ता है या नहीं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि आम खाने के लिए अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो आम खाने से आपका वजन नहीं बढ़ेगा. बढ़ती है कैलोरी बहुत ज्यादा आम से खाने से अगर आप लिमिटेड क्वांटिटी में आम खाएं तो इससे आपको कोई नुकसान नहीं है. लेकिन जरूरत से ज्यादा आम खाने से आपका वजन भी बढ़ेगा और इससे आपकी सेहत को भी नुकसान पहुंच सकता है. एक मीडियम साइज के आम में लगभग 150 कैलोरी पाई जाती हैं. जरूरत से ज्यादा आम खाने से निश्चित रूप से आपका कैलोरी इनटेक बढ़ेगा. खाना खाने के बाद आम खाने से कैलोरी की ओवरऑल क्वांटिटी बढ़ जाती है. इससे बचने के लिए सुबह और शाम के नाश्ते आम का सेवन किया जाए तो कैलोरी इनटेक नियंत्रित रहेगा और वजन बढ़ने की समस्या भी नहीं होगी....

इंडोर और आउटडोर फर्नीचर के बीच अंतर

इनडोर और आउटडोर फर्नीचर में क्या अंतर है? -फर्नीचर हमारे जीवन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। हम इसे कभी भी और कहीं भी देख सकते हैं। इतना ही नहीं, फर्नीचर हमारे घरों, हमारी गलियों, हमारे बगीचों आदि को सजाता है। हालाँकि, क्या आप जानते हैं कि फर्नीचर दो प्रकारों में विभाजित होता है, इंडोर फ़र्नीचर और आउटडोर फ़र्नीचर? आउटडोर और इनडोर फर्नीचर के बीच बुनियादी अंतरों में से एक यह है कि पूर्व का उपयोग अंदर और बाहर दोनों जगह किया जा सकता है, जबकि इनडोर फर्नीचर का उपयोग केवल घर या कार्यालय के अंदर ही किया जा सकता है। स्पष्ट के अलावा, इनडोर और आउटडोर फर्नीचर के बीच कई अंतर हैं। सामग्री आज की साज-सज्जा में अंदर और बाहर दोनों के लिए कई सामग्रियों का उपयोग किया जाता है। लकड़ी, उदाहरण के लिए, एक लोकप्रिय है और इस सामग्री के लिए कई विकल्प हैं। एल्युमिनियम, प्लास्टिक, राल या रतन टेबल और कुर्सियाँ, और भारी धातु की सजावट भी हैं, जो किसी भी आँगन पर बहुत अच्छी लग सकती हैं और महसूस कर सकती हैं। मौसम मजबूत और टिकाऊ सामग्री जैसे कुछ प्रकार की लकड़ी, जो बाहरी फर्नीचर से बनी होती है, लंबे समय तक चलती है। उदाहरण के लिए, सागौन एक शानदार प्रकार की लकड़ी है जिसका उपयोग बाहरी उपयोग के लिए फर्नीचर के कई टुकड़े करने के लिए किया जाता है। सागौन की लकड़ी को अन्य सामग्रियों के साथ भी जोड़ा जा सकता है जो सिंथेटिक रतन जैसे सभी मौसमों के लिए प्रतिरोधी हैं। इसमें कई विशेषताएं शामिल हैं जैसे कि सौंदर्य की दृष्टि से मनभावन, मजबूत, टिकाऊ और अनुकूलनीय होना। यह विशेष लकड़ी अधिकांश तत्वों का सामना कर सकती है, चाहे वह बारिश हो, बर्फबारी हो या सूर्योदय हो। मूल्य भले ही घर के बाहर की लागत घर के अंदर की तुलना में अधिक...

जामुन और फलों के बीच का अंतर

बेरीज बनाम फल दोहरा निषेचन एक जटिल प्रजनन प्रक्रिया है जो आमतौर पर फूल पौधों में देखा जाता है। डबल निषेचन के दौरान, मादा गेमैटोफाईट दो पुरुष गेमैटोफाईफ़्स के साथ फ़्यूज़ करती है, जो एक डिप्लोइड युग्गोट और ट्रिप्लोइड एंडोस्पर्म को जन्म देती है, जो एक पोषक तत्व अमीर ऊतक है जो कि विकासशील भ्रूणों को पोषक तत्व प्रदान करता है। निषेचन के बाद, फूलों के गौण भाग गिर जाते हैं। वह अलग-अलग, पंखुड़ियों, पुंकेसर, शैली और कलंक है कुछ प्रजातियों में, सीपल्स जारी रहती हैं। अंडाशय फल बन जाता है दूसरे शब्दों में, फल एक फूल का एक परिपक्व अंडाशय है। फल उनके आस-पास के बीज को बचाता है। कुछ मामलों में, फल बीज फैलाव में मदद करता है अंडाशय की दीवार फलों के पेरिकारप बन जाती है ओव्यू बीज बन जाता है और इंटिग्यूमेंट बीज कोट बन जाता है। डिप्लोइएड युग्गोट भ्रूण बन जाता है और त्रिकोणीय प्राथमिक एंडोस्पर्म न्यूक्लियस एंडोस्पर्म बन जाता है। फल फल तीन प्रकार के हैं ये सरल फल, कुल फल और कई फल हैं एकल फलों में, केवल एक एकल अंडाशय होता है इसमें एक या एक से अधिक बीज शामिल हो सकते हैं साधारण फल मांसल या सूखी हो सकता है एक फल के लिए एक लोकप्रिय उदाहरण बेरी है। कुल फल एकल मिश्रित फूल से प्राप्त होते हैं। इसमें कई अंडाशय होते हैं कुल फल के लिए एक उदाहरण ब्लैकबेरी है। एकाधिक फलों को कई फूलों से मिलाया जाता है जिनमें फ्यूज़ अंडाशय होता है। फलों के pericarp 3 परतों है ये एक्सोकाराप, मेसोकार्प और एन्डोकार्प हैं। Exocarp भी छील के रूप में जाना जाता है, और endocarp पिथ के रूप में जाना जाता है। एक्सोकारप पेरिकारप की सबसे बाहरी परत है। यह एक कठिन बाहरी त्वचा की तरह अधिक है। एक्सोकारप को एपिकारप भी कहा जाता है। मेसोकार्प मां...

भारतीय आम

आम के पक्के फल जगत: (unranked) (unranked) गण: सैपिन्डेल्स Sapindales कुल: एनाकार्डियेसी Anacardiaceae वंश: मैंगिफ़ेरा कैरोलस लिन्नैएयस Carolus Linnaeus प्रजातियाँ ५० से अधिक प्रजातियाँ ध्वज राष्ट्रीय चिह्न राष्ट्रभाषा कोई नहीं राष्ट्र-गान राष्ट्र-गीत मुद्रा पशु जलीय जीव पक्षी पुष्प वृक्ष फल खेल पञ्चांग संदर्भ भारतीय दूतावास, लन्दन Retreived ०३-०९-२००७ आम अत्यंत उपयोगी, दीर्घजीवी, सघन,हितकारी तथा विशाल वृक्ष है, जो आम का वृक्ष एक आम का वृक्ष बड़ा और खड़ा अथवा फैला हुआ होता है; ऊँचाई 30 से 90 फुट तक होती है। छाल खुरदरी तथा मटमैली या काली, लकड़ी कठीली और ठस होती है। इसकी पत्तियाँ सादी, एकांतरित, लंबी, प्रासाकार (भाले की तरह) अथवा दीर्घवृत्ताकार, नुकीली, पाँच से 16 इंच तक लंबी, एक से तीन इंच तक चौड़ी, चिकनी और गहरे हरे रंग की होती हैं; पत्तियों के किनारे कभी-कभी लहरदार होते हैं। वृंत (एँठल) एक से चार इंच तक लंबे, जोड़ के पास फूले हुए होते हैं। पुष्पक्रम संयुत एकवर्ध्यक्ष (पैनिकिल), प्रशाखित और लोमश होता है। फूल छोटे, हलके बसंती रंग के या ललछौंह, भीनी गंधमय और प्राय: एँठलरहित होते हैं; नर और उभयलिंगी दोनों प्रकार के फूल एक ही बार (पैनिकिल) पर होते हैं। बाह्मदल (सेपल) लंबे अंडे के रूप के, अवतल (कॉनकेव); पंखुडियाँ बाह्मदल की अपेक्षा दुगुनी बड़ी, अंडाकार, तीन से पाँच तक उभड़ी हुई नारंगी रंग की धारियों सहित; बिंब (डिस्क) मांसल, पाँच भागशील (लोब्ड); एक परागयुक्त (फ़र्टाइल) पुंकेसर, चार छोटे और विविध लंबाइयों के बंध्य पुंकेसर (स्टैमिंनोड); परागकोश कुछ कुछ बैंगनी और अंडाशय चिकना होता है। फल सरस, मांसल, अष्ठिल, तरह तरह की बनावट एवं आकारवाला, चार से 25 सेंटीमीटर तक लंबा तथा एक से 10 सें...

काउंटर के ऊपर के टाइल्स के 7 आकर्षक नमूने

घर के सजावट को आकर्षक बनाने वाले तत्वों में से एक आवश्यक विशेषता है टाइल्स जो इसके विभिन्न हिस्सों में ज़मीन और दीवार की शोभा बढ़ाते हैं। वैसे फर्नीचर और बाकी सज्जा से घर के सजावट शैली जुडी होती है लेकिन इसमें फर्श पर सजे टाइल्स का भी बराबर योगदान है। इस विचारपुस्तक में हमने 7 उदाहरण संकलित किए हैं जो किचन और बाथरूम के काउंटर के ऊपर लगे टाइल्स के महत्व को उजागर करते हैं। घर बनते वक़्त हम ज़िदायतर फर्श के टाइल्स पर ज़ियादा धयान देते है जैसे के उनकी रंग शैली, बनावट, एम्बॉसिंग और पैटर्न की विस्तृत श्रृंखला क्योकि इससे घर के बाकि तत्वों पर भी गहरा असर होता है पर काउंटर के ऊपर के टाइल्स को नज़रअंदाज़ कर देते है। इस पुस्तक में विभिन्न आकार के काउंटर के ऊपर लगने वाले टाइल का वर्णन है जो कमरे के शैलियों से जुड़े अलग-अलग डिजाइनों ने साथ उनकी आपूर्ति कर सकते हैं। आशा करते हैं के ये ७ आधुनिक टाइल्स का प्रदर्शन आपके भी किचन और बाथरूम के काउंटर के ऊपर लगे सादे सफ़ेद टाइल्स को बदल कर कुछ कलात्मक लगाने के लिए प्रेरित करेंगे। हलके रंगो और सामंजस्यपूर्ण तरीके से जुड़े रंगीन पैटर्न वाले सिरेमिक टाइल्स काउंटर के आसपास प्राकृतिक सद्भाव का संचार करते हैं ताकि ये रसोई की दीवारों से जुड़े रहें । लकड़ी के मेज़पोश और प्राकृतिक रंग गर्म वातावरण बनाते हुए काउंटर के ऊपर वाले टाइल डिजाइनों की सुंदरता को बढ़ावा देते हुए इस पारम्परिक रसोई में चार चाँद लगते हैं। आवधिक पैटर्न और सामंजस्यपूर्ण रंगों के साथ गर्म वातावरण के साथ बना एक शानदार रसोईघर सयोजन। काउंटर के ऊपर रसोई टाइलों को नया रूप देने के लिए एम्बॉसिंग या उभरे डिजाइन का उपयोग करने से रसोई के सजावट में अनोखा भाव आता है। आधुनिक शैली वाली परियोजनाओं में आमतौर पर...