Vidyut dhara kise kahate hain

  1. Vidyut Dhara Kise Kahate Hain और उसके सूत्र
  2. चालकता किसे कहते हैं
  3. विद्युत धारा किसे कहते हैं
  4. विधुत धारा किसे कहते है


Download: Vidyut dhara kise kahate hain
Size: 63.40 MB

Vidyut Dhara Kise Kahate Hain और उसके सूत्र

Vidyut Dhara Kise Kahate Hain: विद्युत ऊर्जा का उपयोग किए बिना आधुनिक दुनिया में जीवित रहना मुश्किल है। क्योंकि यह प्राकृतिक ऊर्जा का एक परिवर्तित रूप है, जो एक रूप से दूसरे रूप में जाता है। विद्युत ऊर्जा एक प्रकार की कृत्रिम ऊर्जा है जो कभी खत्म नहीं होगी। तकनीकी सिद्धांतों के संदर्भ में विद्युत ऊर्जा को समझना आसान है। तो आज इस आर्टिकल में आपको पूरी जानकारी देंगे की Vidyut Dhara Kise Kahate Hain। आवेश= विद्युत धारा × समय विद्युत धारा के प्रकार? • द्विष्ट धारा (Direct Current in Hindi): एक डबल करंट (डायरेक्ट करंट) एक प्रकार का विद्युत प्रवाह है जिसकी दिशा समय के साथ नहीं बदलती है। इसे डीसी कहते हैं। DC जनरेटर, लेड-एसिड बैटरी, इलेक्ट्रिक सेल, बैटरी वाहन डायनेमो, ड्राई सेल आदि का उपयोग DC करंट बनाने के लिए किया जाता है। इसके इस्तेमाल से बैटरी चार्ज होती है। • प्रत्यावर्ती धारा (Alternative Current in Hindi): प्रत्यावर्ती धारा उसे कहते हैं जिसकी दिशा और मान बारब हो। प्रत्यावर्ती धारा एक विद्युत धारा है जो समय-समय पर दिशा को पलट देती है ,और प्रत्यक्ष धारा के विपरीत समय के साथ लगातार अपने आपको बदलती रहती है और जो केवल एक दिशा में बहती है। विद्युत धारा की आवृत्ति (frequency) 50 हैरड्स तक होती है। विद्युत धारा की दिशा? किसी चालक में विद्युत धारा धनात्मक आवेश (+) से ऋणात्मक आवेश (-) की ओर प्रवाहित होती है, जो इलेक्ट्रॉनों की गति की विपरीत दिशा है। ऋणात्मक आवेश से धनात्मक आवेश की ओर इलेक्ट्रॉन चलते हैं। ओम का नियम (Ohm’s Law in Hindi) “ ohm ka niyam” ओम का नियम यह समीकरण बताता है कि स्थिर तापमान और दबाव पर, एक कंडक्टर के माध्यम से बहने वाली विद्युत धारा उस कंडक्टर पर लगाए गए संभावि...

चालकता किसे कहते हैं

विद्युत चालकता पदार्थों द्वारा विद्युत धारा संचालित करने की क्षमता के माप को विद्युत चालकता (Electrical conductivity) या विशिष्ट चालकता (specific conductance) कहते हैं। जब किसी पदार्थ से बने किसी चालक के दो सिरों के बीच विभवान्तर आरोपित किया जाता है तो इसमें विद्यमान घूम सकने योग्य आवेश प्रवाहित होने लगते हैं जिसे विद्युत धारा कहते हैं। आंकिक रूप से धारा घनत्व J तथा विद्युत क्षेत्र की तीव्रता E के अनुपात को चालकता ( σ) कहते हैं। अर्थात - J= σE विद्युत चालकता के व्युत्क्रम (reciprocal) राशि को विद्युत प्रतिरोधकता ( ρ) कहते हैं जिसकी SI इकाई सिमेन्स प्रति मीटर (S·m-1) होती है। σ=1/ ρ विद्युत चालकता के आधार पर पदार्थों को कुचालक, अर्धचालक, सुचालक तथा अतिचालक आदि कई वर्गों में बांटा जाता है जिनका अपना-अपना महत्व एवं उपयोग होता है चालकता ___(Conductance) जिस प्रकार प्रतिरोध, विधुत धारा प्रवाह का विरोध करता है उसी प्रकार चालकता प्रतिरोध के प्रभाव के विपरीत है, परंतु चालकता विधुत धारा प्रवाह को सुगमता प्रदान करती है। विद्युत चालकता What is resistance विभिन्न पदार्थों की चालकता पदार्थ चालकता सोडियम 2.1×103 चाँदी 6.2×103 लोहा 1.0×103 सोना 4.5×103 ताँबा 5.9×103 कुचालक काँच 1.0×10-16 टेफ्लॉन 1.0×10-18 अर्ध्दचालक 0.1 M HCL 3.91 0.01 M KCL 0.14 0.01 M NACL 0.12 0.1 M HAC 0.016 शुध्द जल 3.5×10-5 जलीय विलयन CUO 1×10-7 Si 1.5×10-2 Ge 2.0

विद्युत धारा किसे कहते हैं

विद्युत धारा किसे कहते हैं || विद्युत धारा का क्या मात्रक होता है। विद्युत आवेश (Electric Charges)- परमाणु छोटे-छोटे कणों से मिलकर बने होते हैं जिन्हें प्रोटॉन, न्यूट्रॉन तथा इलेक्ट्रॉन कहते हैं। प्रोटॉन तथा इलेक्ट्रॉन दोनों में एक मौलिक गुण होते हैं, जिसे विद्युत आवेश कहते हैं। हालांकि, आवेश का प्रकार दोनों कणों से समान नहीं होता है। प्रोटॉनों में धनात्मक आवेश होता है जिसे ' + ' चिन्ह से दर्शाया जाता है जबकि इलेक्ट्रॉनों में श्रणात्मक आवेश होता है जिसे ' - ' चिन्ह से दर्शाया जाता है। न्यूट्रॉन उदासीन होते हैं। न्यूट्रॉनों और कोई विद्युत आवेश नहीं होता है। विद्युत आवेश मात्रक कूलाॅम (Coulomb) होता है। जिसे C से व्यक्त करते हैं। वोल्टेज इलेक्ट्रॉन ऊर्जा अथवा 'पुश' का माप है। धारा चालक द्वारा इलेक्ट्रॉन प्रवाह की दर की माप है। विद्युत धारा (Electric Current)- यदि एक बार इलेक्ट्रॉनों को घूमने के लिए धकेल (Push) दिया जाता है तथा इनके पास निश्चित पथ तथा स्त्रोत हो तो वे लगातार गति करते हैं। अतः किसी तार में इलेक्ट्रॉनों की वह निश्चित संख्या जो एक नियत समय में किसी बिंदु से होकर गुजरती है विद्युत धारा कहलाती है। इलेक्ट्रॉनों के बहने की दर जितनी अधिक होगी विद्युत धारा का मान उतना ही अधिक होगा विद्युत धारा का मात्रक एम्पियर होता है। विद्युत धारा को (i) से व्यक्त करते हैं अतः 1 एम्पियर विद्युत धारा की वह मात्रा है जो प्रति सेकंड किसी निश्चित बिंदु से होकर गुजरती है। विद्युत धारा को मापने के लिए अमीटर तथा गैल्वनोमीटर का प्रयोग किया जाता है। सुचालक तथा कुचालक (Conductors and Insulators)- वे पदार्थ जो विद्युत धारा को अपने में से होकर गुजरने देते हैं, सुचालक (Conductors) कहलाते हैं। उद...

विधुत धारा किसे कहते है

आवेश प्रवाह की दर को विद्युत धारा (इलेक्ट्रिक करेण्ट) कहते हैं। इसकी इकाई है। एक प्रति की दर से प्रवाहित को एक धारा कहेंगे। परिभाषा धारा का परिमाण युक्ति 1 mA मानव को इसका आभास हो पाता है। 10 mA 100 mA विद्युत का झटका 1 A 10 A 2000 W का हीटर 100 A मोटरगाड़ियों का स्टार्टर मोटर 1 kA रेलगाड़ियों की मोटर 10 kA ऋणात्मक तड़ित 100 kA धनात्मक तड़ित किसी सतह से जाते हुए, जैसे किसी तांबे के के खंड से , जो की विद्युत धारा की SI इकाई है। परिपथों की विद्युत धारा मापने के लिए जिस यंत्र का उपयोग करते हैं उसे कहते हैं। एम्पीयर परिभाषा: किसी विद्युत परिपथ में 1 कूलॉम आवेश 1 सेकण्ड में प्रवाहित होता है तो उस परिपथ में विद्युत धारा का मान 1 एम्पीयर है। उदाहरण किसी तार में 10 सेकण्ड में 50 कूलॉम आवेश प्रवाहित होता है तो उस तार में प्रवाहित विद्युत धारा का मान 50 कूलॉम / 10 सेकण्ड = 5 एम्पीयर एक धात्विक तार विद्युत चालन हेतु अनेक तारों में बंटा हुआ तांबे का तार धारा घनत्व इकाई क्षेत्रफल से प्रवाहित होने वाली धारा की मात्रा को धारा घनत्व (करेंट डेन्सिटी) कहते हैं। इससे J से प्रदर्शित करते हैं। यदि किसी चालक से I धारा प्रवाहित हो रही है और धारा के प्रवाह के लम्बवत उस चालक का क्षेत्रफल A हो तो, धारा घनत्व की (जैसे 1 मेगा हर्ट्स की प्रत्यावर्ती धारा) प्रवाहित होती है तो उसके बाहरी सतक के पास धारा घनत्व अधिक होता है तथा ज्यों-ज्यों सतह से भीतर केन्द्र की ओर जाते हैं, धारा घनत्व कम होता जाता है। इसी कारण अधिक आवृति की धारा के लिये मोटे चालक बनाने के बजाय बहुत ही कम मोटाइ के तार बनाये जाते हैं। इससे तार में नम्यता (फ्लेक्सिबिलिटी) भी आती है। परंपरागत धारा विद्युत धारा की दिशा : परम्परागत रूप से धनात...