अमावस्या फरवरी 2023

  1. Somvati Amavasya 2023: साल की पहली सोमवती अमावस्या 20 फरवरी को, जान लें पूजा की विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
  2. अमावस्या 2023
  3. somvati amavasya 2023 tithi shubh muhurat amavasya importance and upay
  4. Somvati Amavasya 2023: फरवरी में इस दिन पड़ेगी सोमवती अमावस्या, जानें क्यों है ये खास
  5. Somvati Amavasya 2023 date Know Rituals Pooja Vidhi and shubh muhurat
  6. Hindu Calendar February, 2023


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Somvati Amavasya 2023: साल की पहली सोमवती अमावस्या 20 फरवरी को, जान लें पूजा की विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व

सोमवती अमावस्या इस बार 20 फरवरी 2023 को मनाई जाएगी. इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है. पितरों की पूजा की जाती है, ताकि उनक आशीर्वाद घर परिवार पर बना रहे. इस दिन विधि-विधान से पूजा-पाठ और व्रत किया जाता है. अमावस्या तिथि को पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व होता है. नदी में स्नान करने के बाद भगवान सूर्य की पूजा की जाती है. पंचांग के अनुसार हर माह के कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि पर अमावस्या होती है. फाल्गुन मास में पड़ने वाली अमावस्या को फाल्गुन अमावस्या या फाल्गुनी अमावस्या कहते हैं. सोमवार के दिन मनाए जाने के चलते इसे सोमवती अमावस्या भी कहा जाता है. इस दिन मान्यतानुसार पितरों की शांति के लिए तर्पण किया जाता है. शुभ मुहूर्त फाल्गुन अमावस्या की शुरुआत 19 फरवरी की दोपहर 4 बजकर 18 मिनट से हो गई है. अगले दिन 20 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक रहेगी. इस चलते फाल्गुन अमावस्या 20 फरवरी के दिन ही मनाई जाएगी. फाल्गुन अमावस्या पर कई मुहूर्त पड़ रहे हैं. इस दिन अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 12 मिनट से 12 बजकर 58 मिनट तक बताया जा रहा है. राहूकाल सुबह 8 बजकर 20 मिनट से 9 बजकर 45 मिनट पर लग रहा है. सोमवती अमावस्या का महत्व धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है. इस दिन पितरों का तर्पण करने से उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है. जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करना भी शुभ माना जाता है. पूजा विधि 1. इस दिन किसी भी पवित्र नदी में स्नान किया जाता है. जो भक्त नदी में जाकर स्नान करने में असमर्थ होते हैं वे नहाने के पानी में गंगाजल डालकर स्नान करते हैं. 2. सु...

अमावस्या 2023

अमावस्या 2023: तिथि, पूजा मुहूर्त, अनुष्ठान और अन्य जानकारी हिंदू कैलेंडर में अमावस्या एक महत्वपूर्ण चंद्रमा चरण है, जो अमावस्या के दिन घटित होता है। यह विभिन्न आध्यात्मिक और धार्मिक प्रथाओं को करने के लिए एक शुभ समय माना जाता है। अमावस्या संस्कृत के शब्द 'अमा' से बना है जिसका अर्थ है 'एक साथ' और 'वास्या' का अर्थ है 'निवास करना'। इसके अलावा, यह सूर्य और चंद्रमा के मिलन का प्रतीक है। अमावस्या के दौरान चंद्रमा आकाश में दिखाई नहीं देता है, क्योंकि यह सीधे पृथ्वी और सूर्य के बीच स्थित होता है। नतीजतन, इस दिन चंद्रमा की रोशनी के बिना आकाश में पूरी तरह अंधेरा छाया होता है। यह अंधेरा ध्यान, प्रार्थना और उपवास जैसी आध्यात्मिक साधनाओं को करने के लिए शुभ वातावरण बनाता है। यह समय अपने पूर्वजों को याद करने, उनका सम्मान और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए शुभ होता है। कई हिंदू त्यौहार, जैसे दीवाली और नवरात्रि, अमावस्या के दौरान मनाए जाते हैं। इस दौरान दान के कार्य करने से जातक को सौभाग्य प्राप्त हो सकता है। हिंदू पंचांग में अमावस्या एक आवश्यक चंद्रमा चरण है, जो रात्रि के समय आकाश में चंद्रमा की अनुपस्थिति को दर्शाती है। यह पूजा-अर्चना, पूर्वजों का सम्मान करने और त्यौहार मनाने का शुभ समय है। अमावस्या का महत्व अमावस्या को नए चंद्रमा का दिन भी कहा जाता है। यह विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों में एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। हिंदू धर्म में अमावस्या कई आध्यात्मिक और धार्मिक प्रथाओं को करने के लिए शुभ दिन है। साथ ही इस दिन जातक की ऊर्जा और शक्ति चरम पर होती है और इस दिन लोग अपने पूर्वजों की पूजा भी करते हैं। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, मृत्यु के बाद आत्माएं एक निश्चित अवधि के लिए सांसारिक दायरे म...

somvati amavasya 2023 tithi shubh muhurat amavasya importance and upay

Somvati Amavasya 2023: अमावस्या तिथि का शास्त्रों में विशेष महत्व है। मान्यता है इस दिन दान और स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही यह तिथि पितरों को भी समर्पित होती है। इस दिन तर्पण और श्राद्ध करने का भी विधान होता है। वहीं, जो अमावस्या तिथि सोमवार के दिन पड़ती है उसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। इस दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के ही व्रत रखती हैं। साथ ही इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने का विधान होता है। इस बार सोमवती अमावस्या 20 फरवरी को पड़ रही है। सोमवती अमावस्या पर परिघ और शिव योग बन रहे हैं। इसलिए इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त, तिथि और उपाय… सोमवती अमावस्या 2023 तिथि ( Somvati Amavasya 2023 Tithi) वैदिक पंचांग के अनुसार 19 फरवरी की शाम 04 बजकर 17 मिनट से फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि आरंभ हो रही है। जो अगले दिन 20 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 36 मिनट तक रहेगी। इसलिए उदयातिथि को आधार मानते हुए सोमवती अमावस्या 20 फरवरी को मनाई जाएगी। सोमवती अमावस्या 2023 स्नान दान मुहूर्त ( Somvati Amavasya 2023 Shubh Muhurat) पंचांग के मुताबिक दान- स्नान 20 फरवरी की सुबह से ही आरंभ हो जाएगा। लेकिन अमृत महूर्त है, जो सुबह 06 बजकर 57 मिनट से शुरू होकर सुबह 08 बजकर 21 मिनट तक रहेगा। उसके बाद सुबह 09 बजकर 44 मिनट से लेकर सुबह 11 बजकर 11 मिनट तक शुभ-उत्तम मुहूर्त है। ज्योतिष अनुसार अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त में स्नान और दान करना उत्तम माना जाता है। इस दिन 20 फरवरी को परिघ योग सुब​ह से शुरू होकर 11 बजकर 03 मिनट तक है, उसके बाद से शिव योग शुरू हो रहा है। करें ये उपाय 1- इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए। वहीं अगर किसी पवित्र...

Somvati Amavasya 2023: फरवरी में इस दिन पड़ेगी सोमवती अमावस्या, जानें क्यों है ये खास

डीएनए हिंदी: हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को विशेष महत्व दिया जाता है. अमावस्या (Somvati Amavasya 2023) के दिन पूजा-अर्चना का महत्व होता है. सोमवार और शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya 2023) कहते हैं. फाल्गुन माह में आने वाली अमावस्या सोमवार के दिन है इसलिए इसे सोमवती अमावस्या के रूप में मनाया जाएगा. 6 फरवरी 2023 को फाल्गुन माह (Falgun Somvati Amavasya) की शुरूआत होने वाली है. सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya 2023) पर शिव जी की पूजा का विशेष महत्व होता है. मान्यताओं के अनुसार, सोमवती अमावस्या पर शिव जी का रुद्राभिषेक करने से जीवन के तमाम कष्टों और ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है. सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya 2023) के दिन तीर्थ स्नान करने, पूर्वजों की शांति के लिए तर्पण करने और दान करने से भी पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. तो चलिए फाल्गुन माह की सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya 2023) की सही तिथि और पूजा मुहूर्त के बारे में जानते हैं. यह भी पढ़ें - फाल्गुन सोमवती अमावस्या 2023 डेट (Falgun Somvati Amavasya 2023 Date) फाल्गुन माह में अमावस्या तिथि की शुरूआत 19 फरवरी की शाम से हो जाएगी लेकिन उदयतिथि के अनुसार, सोमवती अमावस्या 20 फरवरी को मनाई जाएगी. 20 फरवरी को सोमवती अमावस्या के दिन आपको पूजा-पाठ, स्नान दान और व्रत, यज्ञ आदि करने से शुभ फल प्राप्त होंगे और परिवार को सौभाग्य मिलेगा. सोमवती अमावस्या 2023 मुहूर्त (Somvati Amavasya 2023 Muhurat) हिंदू पंचाग के अनुसार, अमावस्या तिथि की शुरूआत 19 फरवरी 2023 की शाम को 4 बजकर 18 मिनट से हो जाएगी. अमावस्या तिथि का समापन अगले दिन 20 फरवरी की दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर होगा. हिंदू धर्म में उदय...

Somvati Amavasya 2023 date Know Rituals Pooja Vidhi and shubh muhurat

Somvati Amavasya 2023: कब है साल की पहली सोमवती अमावस्या? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि Somvati Amavasya 2023: सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या तिथि को सोमवती अमावस्या कहते हैं. हिन्दू शास्त्रों के अनुसार सोमवती अमावस्या का दिन हिन्दू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है. इस साल की पगली सोमवती अमावस्या 20 फरवरी 2023 को पड़ रही है. Somvati Amavasya 2023 सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं. इस अमावस्या का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है. इस साल की पहली सोमवती अमावस्या 20 फरवरी 2023 को पड़ रही है. हिंदू शास्त्रों के अनुसार, सोमवती अमावस्या हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण दिनों में से एक मानी जाती है. मान्यता है कि इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से पति को लंबि उम्र प्राप्त होती है. सोमवती अमावस्या पूजा विधि 1. सोमवती अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए. 2. इस दिन गंगा, शिप्रा, नर्मदा, यमुना, आदि पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए. 3. इस शुभ दिन पर हवन, यज्ञ, तर्पण और पिंडदान करना चाहिए. 4. पूजा करने वाले पुजारी को भोजन, वस्त्र देना चाहिए. 5. पूर्वजों की शांति के लिए गायत्री मंत्र जाप करना चाहिए. (Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.) यह भी पढ़िए- देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

Hindu Calendar February, 2023

हिन्दू कैलेंडर फरवरी 2023 हिंदी में | इस हिन्दू कैलेंडर के दरिये जानिए सन 2023 फरवरी महीने में भारत में मनाये जाने वाले त्यौहारों की सूची, फरवरी 2023 की पंचांग जानकारी, व्रत, सूर्योदय, सूर्यास्तम, मासिक अवकाश और भी बहुत कुछ | Hindu calendar 2023 February in hindi. Hindu festivals, daily hindu panchang, vrats and holidays in February. View ☼ 6:53 ☼ 6:25 ☾ वृषभ 20:32 ☆ रोहिणी गांडा मूल नक्षत्र • दिन 02/05 12:13 से - 02/07 17:45 तक • दिन 02/15 02:01 से - 02/16 22:52 तक • दिन 02/23 04:50 से - 02/25 03:26 तक 1 - अमांत दिन, शु - शुक्ल पक्ष, कृ - कृष्ण पक्ष, ☼ - सूर्योदय, ☼ - सूर्यास्त, ☾ - चंद्र राशि, ☆ - नक्षत्र, मु - हिज्जरा कैलेंडर, भा - भारतीय सिविल कैलेंडर