डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय

  1. Dr. Rammanohar Lohia Avadh University
  2. डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय
  3. नोमान अजीज खान ने कहा :विद्यार्थी मार्केट वैल्यू को देखते हुए स्किल विकसित करें
  4. अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में इंडस्ट्रियल एकेडमिया इंटरफेस चैलेंज एंड अपॉरच्युनिटी विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई। – AyodhyaBreakingnews.Wordpress.Com
  5. 23 केंद्रों पर 9922 परीक्षार्थी देंगे एग्जाम; पर्यवेक्षक, स्टैटिक मजिस्ट्रेट की रहेगी तैनाती
  6. दीक्षांत समारोह में 130 सर्वोच्च अंक प्राप्त छात्रों को मिलेगा स्वर्ण पदक
  7. Newly appointed Vice Chancellor will take charge today


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Dr. Rammanohar Lohia Avadh University

The government of Uttar Pradesh, established Avadh University, Ayodhya, initially as an affiliating university by it's notification No. 1192/fifteen-10-46(6)-1975 dated 04 March, 1975 and appointed Prof.(Dr.) Surendra Singh as the first Vice chancellor. In 1993-94, it was renamed as Dr. Rammanohar Lohia Avadh University, Ayodhya in the memoriam of late Dr. Rammanohar Lohia, an epic socio-economic ideologue and freedom fighter par excellence. The university initially started its office in a rental building at Civil Lines, Ayodhya. Land acquisition process for varsity's formal office started in 1976. Ultimately, the then Chancellor and the Governer of state Shri G.D. Tapase laid foundation of the present administrative building of the varsity on 02 May 1978. The university assumed the shape of an affiliating cum residential varsity in April 1984. The residential segment became functional with the opening of four PG departments in the campus viz. History, Culture & Archaeology, Economics & Rural Development, Mathematics & Statistics and Physics & Electronics. Four more departemnts viz. M.B.A, Bio-Chemistry, Microbiology and Environmental Sciences were added to its academic paraphernalia in 1993-94 which in-turn brought recognition of the varsity under 12B scheme of U.G.C.

डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय

Motto inEnglish Dedicated to Truth प्रकार सार्वजनिक विश्वविद्यालय स्थापित 04 मार्च, 1975 Prof. Pratibha Goyal स्थान परिसर अवध विश्वविद्यालय संबद्धताएं .rmlau .ac .in डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय वर्ष 1984 में यह विश्वविद्यालय आवासीय विश्वविद्यालय बन गया। पहले यहाँ चार विभाग आरम्भ हुए - इतिहास विभाग, संस्कृति एवं पुरातत्त्व विभाग, ग्रामीण अर्थव्यवस्था, गणित तथा सांख्यिकी विभाग और

नोमान अजीज खान ने कहा :विद्यार्थी मार्केट वैल्यू को देखते हुए स्किल विकसित करें

डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग में शुक्रवार को इग्नू अध्ययन केंद्र के सौजन्य से इंडस्ट्री के एक्सपर्ट का व्याख्यान हुआ। इस व्याख्यान के बतौर मुख्य वक्ता लखनऊ के प्रतिष्ठित लुलु माल के महाप्रबंधक (रिटेल) नोमान अजीज खान रहे। उन्होंने छात्रों को योग्यता के अनुरूप कौशल को विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मार्केट के वैल्यू को देखते हुए विद्यार्थी अपने स्किल को विकसित करें। उन्होंने छात्रों को इंटर्नशिप, जॉब ट्रेनिंग, प्रोजेक्ट तैयार करने के हुनर सीखाएं और कहा कि इंडस्ट्री की मांग के अनुरूप अपने को तैयार करना होगा। अवध विश्वविद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया इग्नू क्षेत्रीय कार्यालय के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ. कीर्ति विक्रम सिंह ने कहा कि छात्र को अपने जीवन में ही उपयोगिता सिद्ध करनी होगी। व्यवसायपरक पाठ्यक्रम के चुनाव से अपनी योग्यता को और बेहतर कर सकते हैं। व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभागाध्यक्ष एवं इग्नू अध्ययन केंद्र के समन्वयक प्रो. हिमांशु शेखर सिंह ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों में कौशल विकसित का सशक्त माध्यम है। कुछ माह पहले विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल द्वारा छात्रों में स्किल्ड के साथ रोजगारन्मुखी बनाने की दिशा में व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग एवं लुलु माल के बीच एमओयू हस्ताक्षरित किया गया है। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्रम भेटकर किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. दीपा सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. शैलेन्द्र कुमार वर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम के उपरांत लुलु माल के महाप्रबंधक नोमान अजीज खान, क्षेत्रीय निदेशक डॉ. कीर्ति विक्रम सिंह एवं विभागाध्यक्ष प्...

अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में इंडस्ट्रियल एकेडमिया इंटरफेस चैलेंज एंड अपॉरच्युनिटी विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई। – AyodhyaBreakingnews.Wordpress.Com

अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में इंडस्ट्रियल एकेडमिया इंटरफेस चैलेंज एंड अपॉरच्युनिटी विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई। व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग व मैनेजमेंट एल्युमिनाई एसोसिएशन के तत्वावधान में हुई संगोष्ठी के मुख्य अतिथि जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया के कुलपति प्रो. योगेंद्र सिंह ने कहा कि इंडस्ट्री व शैक्षिक संस्थानों के पाठ्यक्रमों के गैप को खत्म खत्म करना होगा। बेरोजगारी की बड़ी वजह भी यही अंतर है। एक तरफ बड़ी संख्या में पढ़े-लिखे युवा हैं तो दूसरी ओर इंडस्ट्रीज को जो चाहिए, वो नहीं। इसलिए कोर्सेस को डिजाइन करते समय इंडस्ट्रीज की डिमांड का ख्याल रखना होगा। इससे पहले प्रो. सिंह व अविवि के कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर संगोष्ठी का उद्घाटन किया। अविवि के कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने कोरिया का उदाहरण देते हुए कहा कि कैंपस को सीधे तौर पर इंडस्ट्रीज से जोड़ने की आवश्यकता है। प्रो. दीक्षित ने बताया कि हमें इस बात की चिंता नहीं करनी चाहिए कि भारत के विवि दुनिया के टॉप सौ विश्वविद्यालयों में नहीं हैं। इसकी वजह हमारी और उनकी परिस्थिति का अलग-अलग होना है। बेरोजगारी की समस्या पर भी उन्होंने अलग नजरिया रखा। कहा, हमें मात्र कर्मी बनने भर के उद्देश्य से आगे बढ़ना होगा। जीवन यापन के बजाए जीवन जीने की धारणा पर बढ़ना होगा। विभाग के अध्यक्ष प्रो. आरएन राय ने कहा विवि के एमबीए पाठ्यक्रम में इंडस्ट्रीज की मांग के अनुसार बदलाव भी किया गया। यही वजह है कि विवि के एमबीए के विद्यार्थियों में ज्यादातर उच्च पदों पर कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि हमें सौ प्रतिशत उत्पादकता की ओर बढ़ना होगा, क्योंकि ...

23 केंद्रों पर 9922 परीक्षार्थी देंगे एग्जाम; पर्यवेक्षक, स्टैटिक मजिस्ट्रेट की रहेगी तैनाती

विश्वविद्यालय की ओर से बीएड नोडल समन्वयक प्रो0 फारुख जमाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन की मंशानुरूप शुचितापूर्ण परीक्षा कराई जानी है। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झांसी द्वारा बीएड प्रवेश परीक्षा को लेकर सभी केन्द्रों को यथा आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान कर दिए गए है। सात जनपदों में कुल 97 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा होगी प्रो0 फारुख जमाल बताया कि विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के सात जनपदों में कुल 97 परीक्षा केन्द्र बनाये गए है। जिसमें 42 हजार 468 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। वहीं अयोध्या जनपद में 23 केन्द्र बनाये गये है। इन केंद्रों पर 9 हजार 922 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। 42 पर्यवेक्षक व 12 केंद्र प्रतिनिधि के साथ 23 स्टैटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त नकलविहीन परीक्षा के लिए 42 पर्यवेक्षक व 12 केंद्र प्रतिनिधि जिला प्रशासन की ओर से तैनात किए गए है। इसके अलावा 23 स्टैटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए है। विश्वविद्यालय नोडल अधिकारी उमानाथ ने बताया कि परीक्षा की पारदर्शिता बनाए रखना सभी केन्द्रों की नैतिक जिम्मेदारी है। सभी को पारदर्शिता पूर्व परीक्षा करानी है। किसी भी केंद्र पर परीक्षार्थियों के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पूर्णतः वर्जित रहेंगे। परीक्षार्थियों की गहन तलाशी के उपरांत ही मिलेगा प्रवेश बीएड प्रवेश परीक्षा के उपनोडल समन्वयक डॉ सुनीता अवस्थी ने बताया कि सभी केंद्रों पर परीक्षार्थियों की गहन तलाशी के उपरांत ही प्रवेश दिया जाये। इनके प्रवेश-पत्र एवं एक पहचान-पत्र के मिलान की बाद ही केन्द्र में प्रवेश हो। पुलिस प्रशासन की ओर से शैलेंद्र सिंह ने कहा कि शासन की मंशानुरूप बीएड प्रवेश परीक्षा को सकुशल निपटाने के लिए हर केंद्र पर एक सब इंस्पेक्टर व पुलिस बल तैनात रहेगा। इसके अलावा केन्द्र पर मोबाइ...

दीक्षांत समारोह में 130 सर्वोच्च अंक प्राप्त छात्रों को मिलेगा स्वर्ण पदक

प्रदेश की राज्यपाल व विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल द्वारा परास्नातक छात्र-छात्राओं को कुल 77 स्वर्ण पदक व कुलपति द्वारा स्नातक छात्रों को 36 स्वर्ण पदक प्रदान किए जायेंगे। वहीं दान स्वरूप 12 स्वर्ण पदक कुलाधिपति एवं कुलपति द्वारा स्नातक के 05 स्वर्ण पदक प्रदान किए जायेंगे। इस दीक्षांत समारोह में 97 छात्रों को पीएचडी उपाधि प्रदान की जायेगी। परिसर के स्नातक के 563 व परास्नातक के 706 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी जायेगी। प्रतीकात्मक फोटो। दूसरी ओर उपाधि धारक छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय में उपाधि एवं वेशभूषा उत्तरीय का वितरण 15 मार्च से 16 मार्च तक प्रातः 10 बजे से सायं 4 बजे तक की जाएगी। प्रवेश परीक्षा भवन में वेशभूषा उत्तरीय व परीक्षा विभाग से उपाधि छात्रों को प्रदान की जायेगी। उपाधि प्राप्ति हेतु छात्रों को अपना आधार कार्ड लाना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही अपेक्षा की गई है 05 मार्च, 2023 तक दीक्षांत समारोह सुव्यवस्था के लिए सहमति प्रदान करें। इस सम्बन्ध में विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी विभागों को सूचित कर दिया है।

Newly appointed Vice Chancellor will take charge today

अयोध्या संवाददाता डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की नवनियुक्त कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल मंगलवार को कार्यभार ग्रहण करेंगी। प्रो. गोयल के कुर्सी संभालने के बाद शैक्षणिक गतिविधियों को पटरी पर लाने की सबसे बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि पिछले पांच माह से अधिक समय से कार्यवाहक कुलपति के भरोसे के विश्वविद्यालय की शैक्षणिक व अन्य गतिविधियां संचालित होती रही हैं। अवध विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह को शिक्षक नियुक्ति में अनियमितता पर 31 मई को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पदमुक्त कर दिया था। उनके स्थान पर प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भइया) विश्वविद्यालय प्रयागराज के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह को नियमित कुलपति की नियुक्ति होने तक नियुक्त किया गया था। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि मंगलवार को नवनियुक्त कुलपति प्रो. गोयल कार्यभार ग्रहण करेंगी। उन्होंने बताया कि निवर्तमान कुलपति प्रो. सिंह का अपरान्ह तीन बजे संत कबीर सभागार में विदाई समारोह आयोजित होगा।