महात्मा गांधी का संक्षिप्त जीवन परिचय दीजिए अहिंसा पर उनके विचार लिखिए

  1. महात्मा गांधीजी की जीवनी (Mahatma Gandhi Biography In Hindi) (जीवन परिचय )
  2. गांधी का जीवन
  3. महात्मा गांधी:सत्य और अहिंसा का एक ऐसा विचार, जिसने ब्रिटिश मैडलिन को 'मीराबेन' बना दिया
  4. महात्मा गांधी का जीवन परिचय एवं उनसे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
  5. महात्मा गांधी का जीवन परिचय हिंदी में।


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महात्मा गांधीजी की जीवनी (Mahatma Gandhi Biography In Hindi) (जीवन परिचय )

By Elliott & Fry (see [1]) – http://philogalichet.fr/wp-content/uploads/2019/01/Gandhi_Photo-Alamy.jpg, Public Domain, https://commons.wikimedia.org/w/index.php?curid=76882768 नमस्ते दोस्तों आज हम महात्मा गांधीजी की जीवनी (Biography Mahatma Gandhi In Hindi) लिखेंगे । हमारे इस ब्लॉग पर आपको 10 पंक्तियाँ, निबन्ध, किताब के प्रश्न-उत्तर और अन्य कई प्रकार की जानकारी मिलेगी । अगर आप Video के माध्यम से लेख पढना चाहते है तो हमारे You Tube Channel पर भी Video देख सकते है Channel पर जाने के लिए यहाँ । हमारा निवेदन है की चैनल को सब्सक्राइब जरुर करें । महात्मा गांधीजी की जीवनी (Mahatma Gandhi Biography In Hindi) जीवन परिचय जन्म 2 अक्टूबर 1869 पोरबन्दर (गुजरात) मृत्यु 30 जनवरी 1948 गाँधी पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी माता- पिता करमचंद गाँधी, पुतलीबाई करमचंद गांधी पत्नी कस्तूरबा गांधी शिक्षा अल्फ्रेड हाई स्कूल, राजकोट, यूनिवर्सिटी कॉलेज, लन्दन संतान हरिलाल मोहनदास गांधी, मणिलाल गाँधी, रामदास गांधी, देवदास गांधी स्मारक राज घाट, महात्मा गांधी जी का जीवन परिचय (Early Life of Mahatma Gandhi) राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर ग्राम में हुआ । गांधीजी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी था । वे साधारण परिवार से थे, गाँधी जी के पिताजी का नाम करमचंद गांधी था और वे अंग्रेजो सरकार के लिए दीवान पद पर कार्य करते थे। महात्मा गांधी जी की माता का नाम पुतलीबाई था, वे सरल स्वभाव की एक धार्मिक महिला थीं। उनका अधिकतर समय भगवान् की भक्ति करने में बीतता था । गांधी जी की महज 13 वर्ष आयु में कस्तूरबा बाई से शादी हो गयी लोग उन्हें प्यार से “बा” कहकर पुकारते थे।महात्मा गाँधी ज...

गांधी का जीवन

अहिंसा को राजनीति में ही नहीं, बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी में भी प्रभावी तरीके से लागू किया जा सकता है। अपने उदाहरण से इसे साबित करना गांधी जी की महान उपलब्धि थी -दलाई लामा महात्मा गांधी के जीवन में दो मूल्यों के प्रति सबसे अधिक आग्रह और निष्ठा के दर्शन होते हैं। ये दो मूल्य हैं सत्य और अहिंसा। कहने के लिए ये दो हैं लेकिन वास्तव में उनके लिए ये एक ही मूल्य के दो पहलू थे। जो व्यक्ति सत्य पर टिका है वह अनिवार्यतः अहिंसक होगा, यह उनका मूल विश्वास था। धैर्य और संतोष इस अहिंसा की बुनियाद हैं। तभी तो अकबर इलाहाबादी ने 1919-1921 के बीच रचित गांधीनामा में लिखा था- “लश्कर-ए-गांधी को हथियारों की कुछ हाजत नहीं, हां मगर बेइंतिहा सब्र-ओ-कनाअत चाहिए” यानी गांधी की सेना को हथियारों की जरूरत नहीं है। उसे जरूरत है तो सिर्फ सब्र और संतोष की। जीवन भर गांधी ने ब्रिटिश शासन के साथ इन्हीं हथियारों के सहारे संघर्ष किया और अंततः उसे परास्त किया। गांधी आस्तिक थे और ईश्वर की सत्ता में उनकी गहरी आस्था थी। उनके लिए ईश्वर का ही दूसरा नाम सत्य था और अहिंसा सत्य का दूसरा पहलू थी। यानी ईश्वर, सत्य और अहिंसा उनके लिए एकाकार हो गए थे। अहिंसा का अर्थ केवल दूसरों के प्रति हिंसा का प्रयोग न करना ही नहीं था। इसका अर्थ मन और आत्मा को अपने विरोधी के प्रति घृणा और द्वेष से पूरी तरह शुद्ध करना भी था। यदि मन, वचन और कर्म में एकरूपता न हुई और किसी एक में भी द्वेष या घृणा बची रह गई, तो उसे अहिंसा नहीं कहा जा सकता। राजनीति के क्षेत्र में इस अनूठे जीवन-दर्शन का कारगर इस्तेमाल करना और वृहत्तर भारतीय जनमानस में प्रतिष्ठित करके उसे सत्याग्रह के रूप में विदेशी शासन के विरोध का हथियार बनाना, गांधी की ऐसी उपलब्धियां हैं जिन्हे...

महात्मा गांधी:सत्य और अहिंसा का एक ऐसा विचार, जिसने ब्रिटिश मैडलिन को 'मीराबेन' बना दिया

महात्मा गांधी: सत्य और अहिंसा का एक ऐसा विचार, जिसने ब्रिटिश मैडलिन को 'मीराबेन' बना दिया महात्मा गांधी केवल एक व्यक्ति नहीं रहे, बल्कि वे विचार बन कर पूरी दुनिया के लिए वंदनीय हो चुके हैं। विदेशों में जगह-जगह उनकी मूर्तियां इस बात का प्रमाण है कि गांधी के बारे में जिसने भी जाना, बिना प्रभावित हुए नहीं रह पाया। महिलाओं के प्रति गांधी के विचारों की खूब चर्चा होती है। गांधी एक ऐसे व्यक्ति थे, जिनके भीतर स्त्री संवेदना उनके जीवन में आई महिलाओं से ही पल्लवित हुई। फिर चाहे वो मां पुतलीबाई हों, पत्नी कस्तूरबा हों या फिर अन्य तमाम महिलाएं, जो उनके संपर्क में आईं और फिर उनके साथ सहभागी बनीं। पत्नी कस्तूरबा ने कभी खुद पर गांधीजी को एक पति के रूप में हावी नहीं होने दिया। कस्तूरबा का व्यवहार गांधीजी को प्रेरित करता था, जिसका जिक्र उन्होंने अपनी आत्मकथा में भी किया है। आजादी के आंदोलन के दिनों की महात्मा गांधी की तस्वीरों पर आपने गौर किया होगा तो देखा होगा कि उनके आसपास अक्सर महिलाएं भी रहती थीं। दरअसल, इन सभी महिलाओं की जिंदगी में गांधीजी का गहरा प्रभाव रहा है और गांधी के जीवन में भी इन महिलाओं को प्रभाव रहा है। गांधीजी ने शांति और अहिंसा के साथ संयम, त्याग आदि जिन रास्तों पर चलना शुरू किया था, ये महिलाएं भी उसी रास्ते पर चलते हुए अपनी जिंदगी में आगे बढ़ीं। मोहनदास के महात्मा गांधी और फिर बापू बनने के सफर में कई महिलाएं सहभागी बनीं। इन महिलाओं में कस्तूरबा गांधी, मनुबेन, आभाबेन, सुशीला नायर, राजकुमारी अमृत कौर, सरोजिनी नायडू, सरलादेवी चौधरानी आदि कई नाम हैं। इनमें एक अलग नाम मैडलिन स्लेड का भी है, जिसे 'गांधीजी के संसर्ग' ने मीराबेन बना दिया। मैडलिन गांधीजी से इतनी ज्यादा प्रभावित ह...

महात्मा गांधी का जीवन परिचय एवं उनसे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी

इस अध्याय के माध्यम से हम जानेंगे महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) से जुड़े महत्वपूर्ण एवं रोचक तथ्य जैसे उनकी व्यक्तिगत जानकारी, शिक्षा तथा करियर, उपलब्धि तथा सम्मानित पुरस्कार और भी अन्य जानकारियाँ। इस विषय में दिए गए महात्मा गांधी से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों को एकत्रित किया गया है जिसे पढ़कर आपको प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद मिलेगी। Mahatma Gandhi Biography and Interesting Facts in Hindi. महात्मा गांधी का संक्षिप्त सामान्य ज्ञान नाम महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) वास्तविक नाम / उपनाम मोहनदास करमचंद गांधी / बापू जन्म की तारीख 02 अक्टूबर जन्म स्थान पोरबंदर, गुजरात (भारत) निधन तिथि 30 जनवरी माता व पिता का नाम तलीबाई गाँधी / करमचन्द गाँधी उपलब्धि 1942 - भारत के राष्ट्रपिता पेशा / देश पुरुष / वकील / भारत महात्मा गांधी - भारत के राष्ट्रपिता (1942) महात्मा गांधी भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। वह एक ऐसे नेता थे जो भारत की स्वतंत्रता को अहिंसा से दिलाना चाहते थे। उनकी माता का नाम पुतलीबाई गाँधी था तथा वह परनामी वैश्य समुदाय की थीं। पुतलीबाई करमचन्द की चौथी पत्नी थी। उनकी पहली तीन पत्नियाँ प्रसव के समय मर गयीं थीं। लोग उन्हें प्‍यार से ‘बापू’ भी कहते है। मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर के वैश्य वर्ण (जिसे सुदामापुरी भी कहा जाता है) के एक गुजराती मोध बनिया परिवार में हुआ था, जो काठियावाड़ प्रायद्वीप के एक तटीय शहर और फिर काठियावाड़ एजेंसी में पोरबंदर की छोटी रियासत का हिस्सा था। उनके पिता, करमचंद उत्तमचंद गांधी (1822-1885), पोरबंदर राज्य ...

महात्मा गांधी का जीवन परिचय हिंदी में।

महात्मा गांधी का जीवन परिचय हिंदी में : समस्त संसार महात्मा गांधी को सत्य और अहिंसा के पुजारी के रूप में और देशप्रेम निष्कपट व्यवहार के कारण जानता है। भारतवर्ष के स्वतंत्रता-संग्राम में गांधीजी ने सत्य अहिंसा एवं असहयोग को शस्त्र के रूप में अपनाया राष्ट्रीय स्वतंत्रता के अमर सेनानायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास कर्मचंद गाँधी था। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को काठियावाड़ के पोरबंदर नामक स्थान पर हुआ था। समस्त संसार महात्मा गांधी को सत्य और अहिंसा के पुजारी के रूप में और देशप्रेम निष्कपट व्यवहार के कारण जानता है। भारतवर्ष के स्वतंत्रता-संग्राम में गांधीजी ने सत्य अहिंसा एवं असहयोग को शस्त्र के रूप में अपनाया राष्ट्रीय स्वतंत्रता के अमर सेनानायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास कर्मचंद गाँधी था। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को काठियावाड़ के पोरबंदर नामक स्थान पर हुआ था। उनके पिता का नाम कर्मचंद तथा माता का नाम पुतलीबाई था। उनके पिता पोरबंदर रियासत के दीवान थे। उनकी माता पुतलीबाई एक धार्मिक महिला थी तथा काफी समय पूजा-पाठ में व्यतीत करती थीं। गांधी जी की शादी 13 वर्ष की अल्पायु में कस्तूरबा बाई से हुई थी। गांधी जी पर माता की भक्ति-भावना और पिता जी की कर्त्व्य-निष्ठा का बहुत अधिक प्रभाव पड़ा। गांधी जी ने बचपन में एक नाटक सत्यवादी हरिष्चंद्र देखा था इस नाटक का आपके मानसपटल पर बहुत प्रभाव पड़ा और आपने कभी झूठ न बोलने का निश्चय किया तथा जीवनःभर इस बात पर दृढ़ रहे। मैट्रिक पास करने के बाद जब गांधी जी बैरिस्टर की शिक्षा के लिए इंग्लैंड जाने लगे तो आपकी माता पुतली बाई जी ने आपसे शराब व पर स्त्री से दूर रहने की प्रतिज्ञा करवाई और गांधी जी ने इसका दृढ़ता से पालन ...