प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग कितनी होती है

  1. गर्भावस्था में स्पॉटिंग होना किसी खतरे का हो सकता है संकेत
  2. सेक्‍स के बाद ब्‍लीडिंग होना है इस बीमारी का संकेत, जानें कब डॉक्‍टर के पास जाएं
  3. प्रेगनेंसी के दौरान ब्लीडिंग: कारण, लक्षण और उपचार
  4. जानें क्यों होती है प्रेगनेंसी के दौरान ब्लीडिंग
  5. प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के उपाय
  6. प्रेगनेंसी में अगर ब्लड आ जाए तो क्या करना चाहिए? – ElegantAnswer.com
  7. क्या प्रेगनेंसी में पीरियड्स होते है
  8. इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग: संकेत, लक्षण और आपको कब चिंता करनी चाहिए
  9. प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के उपाय
  10. जानें क्यों होती है प्रेगनेंसी के दौरान ब्लीडिंग


Download: प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग कितनी होती है
Size: 23.21 MB

गर्भावस्था में स्पॉटिंग होना किसी खतरे का हो सकता है संकेत

After about 20 weeks of pregnancy, the fetus’ kidneys begin producing most of the amniotic fluid. एक्सपर्ट्स के मुबातिक, प्रेग्नेंसी में स्पॉटिंग होना बहुत ही आम बाता है। 30 से 40 प्रतिशत महिलाओं को सामान्यतौर पर गर्भावस्था के पहले या फिर तीसरे महीने में स्पॉटिंग की समस्या होती है। यह किसी बीमारी का संकेत नहीं होती, लेकिन कई बार यह खतरनाक साबित हो सकती है। स्पॉटिंग सामान्य और असामान्य भी हो सकती है। इसीलिए अगर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान स्पॉटिंग की समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर (Spotting During Pregnancy) से संपर्क करें। Written by |Published : September 11, 2020 12:47 PM IST • • • • • Spotting During Pregnancy : गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई बार स्पॉटिंग की शिकायत होती है। यह स्पॉटिंग पीरियड्स की तरह दिखती हैं। प्रेग्नेंसी में पीरियड्स जैसे ब्लीडिंग का होना असामान्य होता है और यह महिलाओं के लिए परेशानी का कारण हो सकती है। इस वजह से महिलाएं स्पॉटिंग की वजह से काफी परेशान हो जाती हैं। प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग या स्पॉटिंग जैसा होना खतरे की निशानी हो सकती है, क्योंकि कई बार इसके कारण गर्भपात होने का खतरा बढ़ (Spotting During Pregnancy) जाता है। कब और क्यों होती है स्पॉटिंग? एक्सपर्ट्स के मुबातिक, प्रेग्नेंसी में स्पॉटिंग होना बहुत ही आम बाता है। 30 से 40 प्रतिशत महिलाओं को सामान्यतौर पर गर्भावस्था के पहले या फिर तीसरे महीने में स्पॉटिंग की समस्या होती है। यह किसी बीमारी का संकेत नहीं होती, लेकिन कई बार यह खतरनाक साबित हो सकती है। स्पॉटिंग सामान्य और असामान्य भी हो सकती है। इसीलिए अगर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान स्पॉटिंग की समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर (Spotting During Pregnancy) ...

सेक्‍स के बाद ब्‍लीडिंग होना है इस बीमारी का संकेत, जानें कब डॉक्‍टर के पास जाएं

Bleeding After Intercourse Might Be Sign of Cervical Cancer : कुछ महिलाओं को सेक्‍स के बाद योन‍ि में ब्‍लीडिंग की शिकायत होती है। आमतौर पर पीरियड्स के दौरान सेक्‍स करने पर योन‍ि से ब्‍लीडिंग होती है। लेक‍िन कई बार यौन संबंध बनाने के बाद भी ब्‍लीडिंग होती है उसके पीछे बहुत सारे कारण होते हैं? जैसे इंफेक्‍शन या सर्विकल कैंसर भी एक बड़ी वजह हो सकती है। सेक्‍स के बाद क्‍यों होती है ब्‍लीडिंग? सेक्स के बाद ब्लीडिंग को पोस्ट कोइटल ब्लीडिंग भी कहा जाता है। ये समस्‍या क‍िसी भी उम्र की महिलाओं को हो सकती है, लेक‍िन जो महिलाएं मेनोपॉज से ग्रसित नहीं होती हैं। उनमें ये समस्‍या सर्विक्‍स के कारण होती है और दूसरे कारण भी हो सकते है। सवाईकल और वजाइना कैंसर के वजह से सेक्‍स के बाद योनी में खून आता है। - मल्‍टीपल सेक्‍स पार्टनर बनाने से बचें। -हर तीन वर्ष में एक पेप टेस्ट करवाएं, क्योंकि समय पर पता लगने से इलाज में आसानी होती है। -धूम्रपान छोड़ दें, क्योंकि सिगरेट में निकोटीन और अन्य घटकों को रक्त की धारा से गुजरना पड़ता है और यह सब गर्भाशय-ग्रीवा में जमा होता है, जहां वे ग्रीवा कोशिकाओं के विकास में बाधक बनते हैं। स्मोकिंग इम्यूनिटी को भी कमजोर करता है। -फल, सब्जियों और पूर्ण अनाज से समृद्ध हेल्दी डाइट का सेवन करें लेकिन मोटापे से दूर रहें। डॉक्‍टर से कब मिलें अगर सेक्‍स के बाद आपको ब्‍लीडिंग की समस्‍या होती है तो तुरंत गायनाकोलॉजिस्‍ट से मिलकर अपनी समस्‍याओं के बारे में बताएं। - उल्‍टी होना -सिर में दर्द - कमर में दर्द - योनि में जलन और सफेद पानी आना - पेशाब के दौरान जलन - ब्‍लीडिंग होना - योनि में खुजली और जलन - सेक्‍स के दौरान तेज दर्द और जलन - पीठ के नीचे दर्द होना। क्‍या करें? अगर य...

प्रेगनेंसी के दौरान ब्लीडिंग: कारण, लक्षण और उपचार

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाएं ब्लीडिंग को लेकर चिंतित रहती हैं खासकर वे महिलाएं जो पहली बार माँ बनने जा रही हैं। उन्हें यह समझ नहीं आता कि ब्लीडिंग प्रेगनेंसी का एक लक्षण है, लेबर का संकेत है या प्रेगनेंसी से जुड़े किसी कॉम्प्लिकेशन की ओर इशारा। प्रेगनेंसी के आखिरी दिनों में में ब्लीडिंग होना इस बात का संकेत होता है कि आपका शरीर खुद को लेबर के लिए तैयार कर रहा होता है। प्रेगनेंसी के दौरान ब्लीडिंग या ब्लडी शो क्या है? ब्लीडिंग या ब्लडी शो एक वजाइनल डिस्चार्ज है जो प्रेगनेंसी के अंत में दिखाई देता है, यह एक प्रकार का संकेत होता है यह बताने के लिए कि अब म्यूकस प्लग ढीला हो रहा है। प्रेगनेंसी के दौरान, सर्विक्स एक थिक म्यूकस प्लग से ढका होता है जो बच्चे को प्रोटेक्ट करने का काम करता है और यह किसी भी बैक्टीरिया या इन्फेक्शन सोर्सेज के प्रति एक सर्वाइकल बैरियर के रूप में कार्य करता है। जैसे जैसे डिलीवरी का समय करीब आने लगता है सर्विक्स बच्चे के जन्म के लिए धीरे-धीरे खुलना शुरू हो जाता है और जब सर्विक्स खुल जाता है तो म्यूकस प्लग रिलीज होने लगता है। इस प्रकार आपकी सर्विक्स में मौजूद ब्लड वेसल्स फट जाते हैं जिससे म्यूकस के साथ ब्लड भी आने लगता, जिसे ब्लडी शो के नाम से जाना जाता है। गर्भावस्था के दौरान ब्लीडिंग का क्या कारण होता है? जैसे ही फर्टिलाइज्ड एग यूटरस में इम्प्लांटेड हो जाते है, वैसे ही म्यूकस प्लग सर्विक्स में बनने लगता है और सर्विक्स के मुँह को ब्लाक कर देता है। म्यूकस में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं जो बढ़ते हुए बच्चे को किसी भी इन्फेक्शन से बचाने में मदद करते हैं। जब शरीर लेबर के लिए तैयार होने लगता है, तो सर्विक्स फैलने लगता है और म्यूकस प्लग ढीला पड़ने लगता है। जब म्...

जानें क्यों होती है प्रेगनेंसी के दौरान ब्लीडिंग

प्रेगनेंसी के दौरान पहली तिमाही में अक्सर वजाइनल ब्लीडिंग (यो​नि से रक्तस्राव) होता है। यह एक सामान्य ब्लीडिंग होती है और इससे किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। पर यदि प्रेगनेंसी की दूसरी या तीसरी तिमाही में ब्लीडिंग हो तो फिर किसी गंभीर समस्या की संभावना बन जाती है। मालूम हो कि ब्लीडिंग होने के कई कारण हो सकते हैं। आमतौर पर ब्लीडिंग किसी तरह के इंफैक्शन, तनाव से हार्मोन में परिवर्तन और गलत तरीके से शारीरिक संबंध बनाने से होती है। 1. मिसकरिज (गर्भपात): ब्लीडिंग मिसकरिज की निशानी है, पर इसका मतलब यह नहीं कि मिसकरिज तय है। शोध से पता चला कि 20 से 30 प्रतिशत महिलाओं को गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में ब्लीडिंग की शिकायत रहती है। इनमें से 50 प्रतिशत महिलाओं के साथ ब्लीडिंग होने के बावजूद भी मिसकरिज नहीं होता है। फिर भी बेहतर होगा कि आप एहतियात बरतें और सावधान रहें। अगर प्रेगनेंसी के दूसरे हाफ में ब्लीडिंग हो तो निम्न समस्या हो सकती है- 1. प्लासेंटल अब्रप्शन: लेबर के दौरान या उससे पहले प्लासेंटा का यूटरिन वॉल से अलग हो जाने के कारण भी वजाइनल ब्लीडिंग होती है। सिर्फ एक प्रतिशत महिलाओं में ऐसा देखने को मिलता है। आमतौर पर यह प्रेगनेंसी के आखिरी 12 हफ्ते में होता है। 2. प्लासेंटा प्रिविआ: प्लासेंटा प्रिविआ उस समय होता है, जब प्लासेंटा यूटेरस में काफी नीचे आ जाता है और गर्भाशय को आंशिक रूप से या पूरी तरह से ढक लेता है। यह एक गंभीर समस्या है और इसके लिए तुरंत जरूरी कदम उठाना चाहिए। 200 प्रेगनेंसी में से सिर्फ एक में ही ऐसा देखने को मिलता है। इसमें बिना दर्द की ब्लीडिंग होती है। 3. प्रीटर्म लेबर: वजाइनल ब्लीडिंग लेबर का भी संकेत हो सकता है। लेबर शुरू होने से कुछ हफ्ते पहले से म्यूकस प्...

प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के उपाय

[responsivevoice_button voice="Hindi Female" buttontext="सुनने के लिए"] प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के उपाय नमस्ते दोस्तों,आज हम आपको प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के उपाय बताने वाले हैं | गर्भावस्था में अक्सर महिलाओं के योनि से ब्लीडिंग होने की संभावना ज्यादा होती है | कई बार योनि से ब्लीडिंग होती भी है, लेकिन बहुत सारी महिलाएं इस बात को नजरअंदाज करती है | हम हमारे सहेलियों को बताना चाहते हैं कि गर्भावस्था में ब्लीडिंग होने पर नजर अंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि यह सवाल आपके बच्चे की जान का होता है | प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के उपाय महिलाओं को प्रेग्नेंसी में बहुत सारे सवाल होते हैं, जैसे कि गर्भावस्था में ब्लीडिंग होना सही है क्या, गर्भावस्था के दौरान खून बह रहा है तो गर्भपात करना चाहिए क्या, ऐसे बहुत सारे छोटे छोटे सवाल महिलाओं को आते हैं | महिलाएं इन सवालों को किसी से पूछते नहीं है जिसके कारण आज हम हमारे सहेलियों को प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के घरेलू उपाय बताने वाले हैं | इन तरीकों का इस्तेमाल करने से गर्भावस्था में ब्लीडिंग होने की संभावना नहीं होगी | प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के उपाय -: प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होने के कारण -: • हम देखते हैं कि महिलाएं प्रेगनेंसी में खुद की निगाह नहीं रखती है | प्रेगनेंसी में खुद की निगाह नहीं रखने से योनि में इन्फेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है | महिलाओं ने रोजाना नहाते समय योनि को गुनगुने पानी से साफ करना चाहिए, अगर आप योनि को साफ नहीं करोगी तो योनि में सफेद रंग का पदार्थ तैयार होकर इंफेक्शन हो सकता है | यह इंफेक्शन अगर बढ़ता ही रहा तो आपके योनि से बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होगा, कई बार प्रेगनेंसी में मां को पेट में अचानक ...

प्रेगनेंसी में अगर ब्लड आ जाए तो क्या करना चाहिए? – ElegantAnswer.com

प्रेगनेंसी में अगर ब्लड आ जाए तो क्या करना चाहिए? इसे सुनेंरोकेंगर्भवती महिला को शुरुआती दिनों या प्रेग्‍नेंसी के दौरान कभी भी ब्‍लीडिंग हो तो डॉक्‍टर से बात करनी चाहिए। डॉक्‍टर ब्‍लड टेस्‍ट और योनि की जांच कर के ब्‍लीडिंग के कारण का पता लगा सकते हैं। हर बार ब्‍लीडिंग का मतलब मिसकैरेज ही नहीं होता है। प्रेगनेंसी में ब्लड आने से क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंप्रेग्नेंसी की शुरुआत में आपको हल्की ब्लीडिंग हो सकती है, लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं है। इसे ‘स्पॉटिंग’ (spotting) कहते हैं। ऐसा तब होता है, जब बढ़ता हुआ भ्रूण खुद को आपकी कोख की दीवारों में प्रत्यारोपित करता है। इस तरह की ब्लीडिंग अक्सर उस समय के आसपास होती है, जब आपके पीरियड का समय होने वाला होता है। • अपनी पत्नी के साथ ना करें झगड़ा • समय-समय पर लेकर जाएं डॉक्टर के पास • पत्नी के साथ जाएं घूमने • पार्टनर को खास महसूस करवाएं • पत्नी को अकेला महसूस ना करवाएं • ये भी पढ़ें- गर्भ में पुत्र या पुत्री कैसे पता करें? इसे सुनेंरोकेंमां की कोख में लड़का है या लड़की, इस बात को जांचने का सबसे अच्छा तरीका है महिला के पेट का आकार। अगर गर्भवती स्त्री के पेट का निचला हिस्सा फूला हुआ और उभरा हुआ हो तो ये गर्भ में लड़के के होने का संकेत देता है। 2. वहीं अगर किसी महिला के हाथ सुंदर दिखने लगे और हथेली मुलायम हो जाए तो ये लड़की होने का संकेत होता है। प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग कितनी होती है? इसे सुनेंरोकेंफर्टिलाइजेशन यानी गर्भधारण होने के 10 से 12 दिन के बाद जब भ्रूण यूट्रस में इम्प्लांट होने लगता है उस दौरान भी हल्की ब्लीडिंग होती है जिसे पीरियड्स समझा जा सकता है। लेकिन ये मुश्किल से 2 या 3 दिन तक ही रहता है, पीरियड्स की तरह 5 से 7 दिन नही...

क्या प्रेगनेंसी में पीरियड्स होते है

kya pregnancy me periods hote hai Hindi आमतौर पर हर महिला यह जानती है कि प्रेगनेंसी में पीरियड नहीं होते हैं और प्रेगनेंसी में पीरियड होना खतरे का संकेत माना जाता है। लेकिन ज्यादातर महिलाएं यह नहीं जानती हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान हल्की ब्लीडिंग होती है जिसमें चिंता करने की कोई बात नहीं होती है। इस आर्टिकल में हम आपके संदेह को दूर करने के लिए यह बताने जा रहे हैं कि क्या प्रेगनेंसी में पीरियड होना ठीक है, प्रेगनेंसी के पहले महीने और पहली तिमाही में ब्लीडिंग होने का क्या मतलब होता है और जब प्रेगनेंसी के दौरान ब्लीडिंग हो तो आपको क्या करना चाहिए। (और पढ़े – क्या प्रेगनेंट होने के बाद भी पीरियड आता है – Period during pregnancy in Hindi जब कोई महिला प्रेगनेंट होती है तब प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को होने वाली ब्लीडिंग को डेसिड्यूअल ब्लीडिंग (decidual bleeding) कहते हैं। डेसिड्यूअल ब्लीडिंग इसलिए होती है क्योंकि गर्भावस्था के शुरूआत के कुछ महीनों में गर्भाशय की परत फैलती है जिसके कारण जिसके कारण योनि से खून निकलता है और गर्भवती महिलाएं इसे मासिक धर्म समझ लेती हैं जबकि यह ब्लीडिंग मासिक धर्म के कारण नहीं होती है। (और पढ़े – प्रेगनेंसी के पहले महीने में ब्लीडिंग होने के कारण – Causes of bleeding during First month in Hindi गर्भवती महिला को गर्भावस्था के पहले महीने में जो ब्लीडिंग होती है उसे इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग कहते हैं। जब फर्टिलाइज अंडा गर्भवती महिला के गर्भ में प्रत्यारोपित होता है तो उस दौरान महिला को इम्पलांटेशन ब्लीडिंग होती है लेकिन इसका प्रवाह कम होता है। हालांकि गर्भावस्था के पहले महीने में महिला अपनी प्रेगनेंसी महसूस नहीं कर पाती है इसलिए ब्लीडिंग से संबंधित ज्यादातर सम...

इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग: संकेत, लक्षण और आपको कब चिंता करनी चाहिए

प्रेग्नेंट होना ऐसा है जिसके बारे में पहले से कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। या तो यह अपने आप ही हो जाता है या फिर इसके लिए आप लगातार तब तक प्रयास करती हैं जब तक की आपको प्रेगनेंसी टेस्ट के रिजल्ट में दो गुलाबी लाइन नहीं दिख जाती है। ज्यादातर महिलाओं को जब मॉर्निंग सिकनेस की परेशानी होने लगती है तब उन्हें पता चलता है वो गर्भवती हैं। क्या कोई तरीका है जिससे आप यह पता लगा सके कि आप गर्भवती हैं? हाँ, आप इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग के जरिए यह पता लगा सकती हैं, आप इससे एक सप्ताह के अंदर यह जान सकती हैं कि आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं। इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग कब होता है? अगर औसतन देखा जाए, तो गर्भाधान के लगभग नौ दिनों के बाद इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग होती है। हालांकि, इसकी रेंज एक ही जगह पर गर्भाधान के बाद एक या दो सप्ताह के भीतर अलग हो सकती है । कई मामलों में, ब्लीडिंग आपके मासिक धर्म से ठीक पहले हो सकती है। जैसा कि ओवुलेशन 11-14 दिनों के बाद होता है, इसलिए हो सकता है कि आप अपने पीरियड में होने वाली ब्लीडिंग और इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग में भ्रमित हो जाएं । इसके कारण हो सकता है कि आप इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग का अंदाजा न लगा पाएं। अक्सर महिलाओं को समझ नहीं आता है कि जिसे वो पीरियड समझ रही हैं वास्तव में वो उनके गर्भवती होने का संकेत है। प्रेगनेंसी इम्प्लांटेशन – संकेत और लक्षण प्रेगनेंसी इम्प्लांटेशन से जुड़े कुछ लक्षण नीचे दिए गए हैं। हालांकि, जरूरी नहीं है कि सभी महिलाएं इन लक्षणों का अनुभव करें, इसलिए प्रेगनेंसी टेस्ट कराना सबसे बेहतर तरीका है यह जानने का कि आप गर्भवती हैं या नहीं । इसके अतिरिक्त, इन लक्षणों में से कई ओवुलेशन न चक्र समाप्त होने के बाद कम से कम एक सप्ताह तक जारी रहना चाहिए। इसके आलावा...

प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के उपाय

[responsivevoice_button voice="Hindi Female" buttontext="सुनने के लिए"] प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के उपाय नमस्ते दोस्तों,आज हम आपको प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के उपाय बताने वाले हैं | गर्भावस्था में अक्सर महिलाओं के योनि से ब्लीडिंग होने की संभावना ज्यादा होती है | कई बार योनि से ब्लीडिंग होती भी है, लेकिन बहुत सारी महिलाएं इस बात को नजरअंदाज करती है | हम हमारे सहेलियों को बताना चाहते हैं कि गर्भावस्था में ब्लीडिंग होने पर नजर अंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि यह सवाल आपके बच्चे की जान का होता है | प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के उपाय महिलाओं को प्रेग्नेंसी में बहुत सारे सवाल होते हैं, जैसे कि गर्भावस्था में ब्लीडिंग होना सही है क्या, गर्भावस्था के दौरान खून बह रहा है तो गर्भपात करना चाहिए क्या, ऐसे बहुत सारे छोटे छोटे सवाल महिलाओं को आते हैं | महिलाएं इन सवालों को किसी से पूछते नहीं है जिसके कारण आज हम हमारे सहेलियों को प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के घरेलू उपाय बताने वाले हैं | इन तरीकों का इस्तेमाल करने से गर्भावस्था में ब्लीडिंग होने की संभावना नहीं होगी | प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग रोकने के उपाय -: प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होने के कारण -: • हम देखते हैं कि महिलाएं प्रेगनेंसी में खुद की निगाह नहीं रखती है | प्रेगनेंसी में खुद की निगाह नहीं रखने से योनि में इन्फेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है | महिलाओं ने रोजाना नहाते समय योनि को गुनगुने पानी से साफ करना चाहिए, अगर आप योनि को साफ नहीं करोगी तो योनि में सफेद रंग का पदार्थ तैयार होकर इंफेक्शन हो सकता है | यह इंफेक्शन अगर बढ़ता ही रहा तो आपके योनि से बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होगा, कई बार प्रेगनेंसी में मां को पेट में अचानक ...

जानें क्यों होती है प्रेगनेंसी के दौरान ब्लीडिंग

प्रेगनेंसी के दौरान पहली तिमाही में अक्सर वजाइनल ब्लीडिंग (यो​नि से रक्तस्राव) होता है। यह एक सामान्य ब्लीडिंग होती है और इससे किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। पर यदि प्रेगनेंसी की दूसरी या तीसरी तिमाही में ब्लीडिंग हो तो फिर किसी गंभीर समस्या की संभावना बन जाती है। मालूम हो कि ब्लीडिंग होने के कई कारण हो सकते हैं। आमतौर पर ब्लीडिंग किसी तरह के इंफैक्शन, तनाव से हार्मोन में परिवर्तन और गलत तरीके से शारीरिक संबंध बनाने से होती है। 1. मिसकरिज (गर्भपात): ब्लीडिंग मिसकरिज की निशानी है, पर इसका मतलब यह नहीं कि मिसकरिज तय है। शोध से पता चला कि 20 से 30 प्रतिशत महिलाओं को गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में ब्लीडिंग की शिकायत रहती है। इनमें से 50 प्रतिशत महिलाओं के साथ ब्लीडिंग होने के बावजूद भी मिसकरिज नहीं होता है। फिर भी बेहतर होगा कि आप एहतियात बरतें और सावधान रहें। अगर प्रेगनेंसी के दूसरे हाफ में ब्लीडिंग हो तो निम्न समस्या हो सकती है- 1. प्लासेंटल अब्रप्शन: लेबर के दौरान या उससे पहले प्लासेंटा का यूटरिन वॉल से अलग हो जाने के कारण भी वजाइनल ब्लीडिंग होती है। सिर्फ एक प्रतिशत महिलाओं में ऐसा देखने को मिलता है। आमतौर पर यह प्रेगनेंसी के आखिरी 12 हफ्ते में होता है। 2. प्लासेंटा प्रिविआ: प्लासेंटा प्रिविआ उस समय होता है, जब प्लासेंटा यूटेरस में काफी नीचे आ जाता है और गर्भाशय को आंशिक रूप से या पूरी तरह से ढक लेता है। यह एक गंभीर समस्या है और इसके लिए तुरंत जरूरी कदम उठाना चाहिए। 200 प्रेगनेंसी में से सिर्फ एक में ही ऐसा देखने को मिलता है। इसमें बिना दर्द की ब्लीडिंग होती है। 3. प्रीटर्म लेबर: वजाइनल ब्लीडिंग लेबर का भी संकेत हो सकता है। लेबर शुरू होने से कुछ हफ्ते पहले से म्यूकस प्...