Samangi mishran kise kahate hain

  1. विलयन व सांद्रता
  2. पृथक्करण क्या है? परिभाषा, विधि! ( Prthakkaran Kya Hai )
  3. Hindi Mind
  4. पृथक्करण क्या है? परिभाषा, विधि! ( Prthakkaran Kya Hai )
  5. छंद किसे कहते है? (परिभाषा, भेद और उदाहरण)
  6. विलयन व सांद्रता
  7. छंद किसे कहते है? (परिभाषा, भेद और उदाहरण)
  8. पृथक्करण क्या है? परिभाषा, विधि! ( Prthakkaran Kya Hai )
  9. विलयन व सांद्रता
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विलयन व सांद्रता

विलयन में सामान्यत: जो अवयव अधिक मात्रा में उपस्थित होता है, विलायक (Solvent) कहलाता है। विलायक विलयन की भौतिक अवस्था निर्धारित करता है, जिसमें विलयन विद्यमान होता है। उदाहरण के लिए : चीनी तथा जल के विलयन में चीनी की मात्रा कम तथा जल की मात्रा अधिक होती है। अत: चीनी तथा जल के विलयन में चीनी विलेय तथा जल विलायक है। समांगी तथा असमांगी मिश्रण- samangi tatha vishmangi mishran kya hai: समांगी मिश्रण किसे कहते हैं – samangi mishran kya hai: मिश्रण जिनके अवयवों के अंतर को देखा नही जा सकता है, समांगी मिश्रण कहलाते हैं। समांगी मिश्रण के संघटन एवं गुण सभी जगह एक समान होते हैं। समांगी मिश्रण के उदाहरण: जल तथा नमक का विलयन (मिश्रण), जल तथा चीनी का विलयन (मिश्रण), जल तथा नींबू के रस का मिश्रण, नाइट्रोजन तथा ऑक्सीजन का मिश्रण, ब्रांज, आदि। समांगी मिश्रण को अंग्रेजी में होमोजिनियश मिक्चर कहते हैं। “होमोजिनियस” ग्रीस (Greek) के दो शब्दों “होमोस (Homos)” तथा “जिनस (genos)” से मिलकर बना है। इसमें “होमो (Homo)” का अर्थ होता है “एक समान (same) या बराबर” तथा “जिनस (genos)” का अर्थ है “जाति, प्रकार या किस्म”। अर्थात “एक ही प्रकार का या एक ही जाति का”। समांगी मिश्रण ही विलयन कहलाते हैं। असमांगी मिश्रण किसे कहते हैं- samangi mishran kya hai in hindi: मिश्रण जिनके अवयवों को नंगी आँखों से देखा जा सकता है, असमांगी मिश्रण या विषमांगी मिश्रण कहलाते हैं। असमांगी मिश्रण के संघटन तथा गुण एक समान नहीं होते हैं। असमांगी मिश्रण या विषमांगी मिश्रण को अंग्रेजी में हेट्रोजिनियस मिक्चर कहते हैं। “हेट्रोजिनियस” ग्रीस (Greek) के दो शब्दों “हेट्रो(Heteros)” तथा “जिनस (genos)” से मिलकर बना है। इसमें “हेटेरोस (Heter...

पृथक्करण क्या है? परिभाषा, विधि! ( Prthakkaran Kya Hai )

विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • • • • • पृथक्करण क्या है? ( What is Separation ) पृथक्करण क्या है— जिस पदार्थों का हम उपयोग करते हैं , उनमें कई सारे पदार्थ मिश्रित होते हैं । मिश्रण में दो या दो अधिक पदार्थ होते हैं । इन मिश्रण में कुछ हानिकारक और कुछ अनुपयोगी पदार्थ होते हैं जिनका अलग करना जरूरी होता है , जिससे कि हम उपयोगी पदार्थ का उपयोग कर सकें और अनुपयोगी पदार्थों को बाहर कर सकें । किसी मिश्रण में से उपयोगी और अनुपयोगी पदार्थों का अलग करना ही पृथक्करण ( Separation ) कहलाता है । अलग – अलग मिश्रणों को अलग – अलग विधियों के द्वारा अलग किया जाता है । किसी भी मिश्रण की पृथक्करण की विधि उस मिश्रण के घटकों ( अवयवों ) पर निर्भर करती है । मिश्रणों के पृथक्करण की विधि ( Method of Separation of Mixtures ) मिश्रणों के पृथक्करण की विधियां निम्नलिखित है ; ( 1 ). ठोस अवयवों के मिश्रण ( 2 ). ठोस और द्रव अवयवों के मिश्रण ( 3 ). द्रव और द्रव अवयवों के मिश्रण ठोस अवयवों के मिश्रण ( Mixture of Solid Ingredients ) इन मिश्रणों में अवयव ठोस होते हैं । इन मिश्रणों को निम्नलिखित तरीकों से अलग किया जाता है : ( 1 ). हस्त चयन विधि इस विधि में ठोस अनुपयोगी अवयव को हाथ से ननिकाला जाता है । इसके द्वारा दाल , चावल आदि से कंकड़ – पत्थर अलग किया जाता है । ( 2 ). श्रेसिंग / गाहना विधि इस विधि से अनाज के कणों को उनकी डंडियों से अलग किया जाता है । इसमें अनाज की डंडियों को हाथों से पीटा जाता है या फिर बैलों के द्वारा कुचला जाता है या फिर थ्रेशर का प्रयोग किया जाता है । ( 3 ). निष्पावन / पछारना विधि इस विधि के द्वारा हल्के और भारी ठोस अवयवों को अलग किया जाता है । इसमें हवा का प्रयोग किया जाता है । इस ...

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पृथक्करण क्या है? परिभाषा, विधि! ( Prthakkaran Kya Hai )

विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • • • • • पृथक्करण क्या है? ( What is Separation ) पृथक्करण क्या है— जिस पदार्थों का हम उपयोग करते हैं , उनमें कई सारे पदार्थ मिश्रित होते हैं । मिश्रण में दो या दो अधिक पदार्थ होते हैं । इन मिश्रण में कुछ हानिकारक और कुछ अनुपयोगी पदार्थ होते हैं जिनका अलग करना जरूरी होता है , जिससे कि हम उपयोगी पदार्थ का उपयोग कर सकें और अनुपयोगी पदार्थों को बाहर कर सकें । किसी मिश्रण में से उपयोगी और अनुपयोगी पदार्थों का अलग करना ही पृथक्करण ( Separation ) कहलाता है । अलग – अलग मिश्रणों को अलग – अलग विधियों के द्वारा अलग किया जाता है । किसी भी मिश्रण की पृथक्करण की विधि उस मिश्रण के घटकों ( अवयवों ) पर निर्भर करती है । मिश्रणों के पृथक्करण की विधि ( Method of Separation of Mixtures ) मिश्रणों के पृथक्करण की विधियां निम्नलिखित है ; ( 1 ). ठोस अवयवों के मिश्रण ( 2 ). ठोस और द्रव अवयवों के मिश्रण ( 3 ). द्रव और द्रव अवयवों के मिश्रण ठोस अवयवों के मिश्रण ( Mixture of Solid Ingredients ) इन मिश्रणों में अवयव ठोस होते हैं । इन मिश्रणों को निम्नलिखित तरीकों से अलग किया जाता है : ( 1 ). हस्त चयन विधि इस विधि में ठोस अनुपयोगी अवयव को हाथ से ननिकाला जाता है । इसके द्वारा दाल , चावल आदि से कंकड़ – पत्थर अलग किया जाता है । ( 2 ). श्रेसिंग / गाहना विधि इस विधि से अनाज के कणों को उनकी डंडियों से अलग किया जाता है । इसमें अनाज की डंडियों को हाथों से पीटा जाता है या फिर बैलों के द्वारा कुचला जाता है या फिर थ्रेशर का प्रयोग किया जाता है । ( 3 ). निष्पावन / पछारना विधि इस विधि के द्वारा हल्के और भारी ठोस अवयवों को अलग किया जाता है । इसमें हवा का प्रयोग किया जाता है । इस ...

छंद किसे कहते है? (परिभाषा, भेद और उदाहरण)

विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • छंद किसे कहते हैं? (Chhand Kise Kahate Hain) छंद की परिभाषा (Chhand ki Paribhasha): शब्द धातु से मिलकर बना हुआ है, जिसका अर्थ होता है आह्लादित करना, प्रसन्न करना या खुश करना आदि। अलहाज वर्ण या मात्रा की नियमित संख्या की बुनियाद से प्रकट होता है। ‘छंद’ शब्द का शाब्दिक अर्थ है -‘बंधन’। जब “अंग्रेजी भाषा में छंद को Meta और Verse के नाम से जाना जाता हैं।” यह मात्राओं के नियमित संख्या के विज्ञान से अगर अलहाज पैदा हो, तो उसे हम छंद कहते हैं। हमारी महान पुराणों में से मैं भी छंद का उल्लेख किया जाता है। जैसे कि ऋग्वेद में छंद का उल्लेख पाया जाता है। जैसे कि कल का नियामक व्याकरण होता है, वैसे ही पद्य का छंद शास्त्र है। छंद का अर्थ छंद का अर्थ संस्कृत वाक्य मेंमुख्यतः लयको बताने के लिए होता है। अगर विशिष्टता छंद का अर्थ जाना जाए तो छंद का अर्थ कविता या गीत में वर्णों की संख्या या उसके स्थान से संबंधित नियमों को छंद कहते हैं। यह नियम काम में लें और रंजकता के विषय में बताती है। कोई छोटी या बड़ी ध्वनियां लघु-गुरु उच्चारण के कर्म और मात्रा को बताना छंद का कार्य है, यदि किसी काव्य रचना में एक सम्मानित व्यवस्था के साथ सामंजस्य बनाने के लिए किया जाता है तो उस एक शास्त्रीय नाम को छंद दिया जा सकता है और लघु गुरु मात्राओं के अनुसार वर्णों की व्यवस्था को जिसमें एक विशेष नाम वाला को छंद कहते हैं। जैसे कि दोहा, चौपाई, आर्य, इंद्रजा, गायत्री छंद इत्यादि छंद के उदाहरण हैं। और किस प्रकार की वाक्यों की व्यवस्था में मात्रा अथवा वर्णों की संख्या विराम गति ले तथा दुख आदि के नियमों को भी निर्धारण करना छंद का ही कार्य है, जिसका की पालन हमेशा एक कवि को करन...

विलयन व सांद्रता

विलयन में सामान्यत: जो अवयव अधिक मात्रा में उपस्थित होता है, विलायक (Solvent) कहलाता है। विलायक विलयन की भौतिक अवस्था निर्धारित करता है, जिसमें विलयन विद्यमान होता है। उदाहरण के लिए : चीनी तथा जल के विलयन में चीनी की मात्रा कम तथा जल की मात्रा अधिक होती है। अत: चीनी तथा जल के विलयन में चीनी विलेय तथा जल विलायक है। समांगी तथा असमांगी मिश्रण- samangi tatha vishmangi mishran kya hai: समांगी मिश्रण किसे कहते हैं – samangi mishran kya hai: मिश्रण जिनके अवयवों के अंतर को देखा नही जा सकता है, समांगी मिश्रण कहलाते हैं। समांगी मिश्रण के संघटन एवं गुण सभी जगह एक समान होते हैं। समांगी मिश्रण के उदाहरण: जल तथा नमक का विलयन (मिश्रण), जल तथा चीनी का विलयन (मिश्रण), जल तथा नींबू के रस का मिश्रण, नाइट्रोजन तथा ऑक्सीजन का मिश्रण, ब्रांज, आदि। समांगी मिश्रण को अंग्रेजी में होमोजिनियश मिक्चर कहते हैं। “होमोजिनियस” ग्रीस (Greek) के दो शब्दों “होमोस (Homos)” तथा “जिनस (genos)” से मिलकर बना है। इसमें “होमो (Homo)” का अर्थ होता है “एक समान (same) या बराबर” तथा “जिनस (genos)” का अर्थ है “जाति, प्रकार या किस्म”। अर्थात “एक ही प्रकार का या एक ही जाति का”। समांगी मिश्रण ही विलयन कहलाते हैं। असमांगी मिश्रण किसे कहते हैं- samangi mishran kya hai in hindi: मिश्रण जिनके अवयवों को नंगी आँखों से देखा जा सकता है, असमांगी मिश्रण या विषमांगी मिश्रण कहलाते हैं। असमांगी मिश्रण के संघटन तथा गुण एक समान नहीं होते हैं। असमांगी मिश्रण या विषमांगी मिश्रण को अंग्रेजी में हेट्रोजिनियस मिक्चर कहते हैं। “हेट्रोजिनियस” ग्रीस (Greek) के दो शब्दों “हेट्रो(Heteros)” तथा “जिनस (genos)” से मिलकर बना है। इसमें “हेटेरोस (Heter...

छंद किसे कहते है? (परिभाषा, भेद और उदाहरण)

विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • छंद किसे कहते हैं? (Chhand Kise Kahate Hain) छंद की परिभाषा (Chhand ki Paribhasha): शब्द धातु से मिलकर बना हुआ है, जिसका अर्थ होता है आह्लादित करना, प्रसन्न करना या खुश करना आदि। अलहाज वर्ण या मात्रा की नियमित संख्या की बुनियाद से प्रकट होता है। ‘छंद’ शब्द का शाब्दिक अर्थ है -‘बंधन’। जब “अंग्रेजी भाषा में छंद को Meta और Verse के नाम से जाना जाता हैं।” यह मात्राओं के नियमित संख्या के विज्ञान से अगर अलहाज पैदा हो, तो उसे हम छंद कहते हैं। हमारी महान पुराणों में से मैं भी छंद का उल्लेख किया जाता है। जैसे कि ऋग्वेद में छंद का उल्लेख पाया जाता है। जैसे कि कल का नियामक व्याकरण होता है, वैसे ही पद्य का छंद शास्त्र है। छंद का अर्थ छंद का अर्थ संस्कृत वाक्य मेंमुख्यतः लयको बताने के लिए होता है। अगर विशिष्टता छंद का अर्थ जाना जाए तो छंद का अर्थ कविता या गीत में वर्णों की संख्या या उसके स्थान से संबंधित नियमों को छंद कहते हैं। यह नियम काम में लें और रंजकता के विषय में बताती है। कोई छोटी या बड़ी ध्वनियां लघु-गुरु उच्चारण के कर्म और मात्रा को बताना छंद का कार्य है, यदि किसी काव्य रचना में एक सम्मानित व्यवस्था के साथ सामंजस्य बनाने के लिए किया जाता है तो उस एक शास्त्रीय नाम को छंद दिया जा सकता है और लघु गुरु मात्राओं के अनुसार वर्णों की व्यवस्था को जिसमें एक विशेष नाम वाला को छंद कहते हैं। जैसे कि दोहा, चौपाई, आर्य, इंद्रजा, गायत्री छंद इत्यादि छंद के उदाहरण हैं। और किस प्रकार की वाक्यों की व्यवस्था में मात्रा अथवा वर्णों की संख्या विराम गति ले तथा दुख आदि के नियमों को भी निर्धारण करना छंद का ही कार्य है, जिसका की पालन हमेशा एक कवि को करन...

पृथक्करण क्या है? परिभाषा, विधि! ( Prthakkaran Kya Hai )

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विलयन व सांद्रता

विलयन में सामान्यत: जो अवयव अधिक मात्रा में उपस्थित होता है, विलायक (Solvent) कहलाता है। विलायक विलयन की भौतिक अवस्था निर्धारित करता है, जिसमें विलयन विद्यमान होता है। उदाहरण के लिए : चीनी तथा जल के विलयन में चीनी की मात्रा कम तथा जल की मात्रा अधिक होती है। अत: चीनी तथा जल के विलयन में चीनी विलेय तथा जल विलायक है। समांगी तथा असमांगी मिश्रण- samangi tatha vishmangi mishran kya hai: समांगी मिश्रण किसे कहते हैं – samangi mishran kya hai: मिश्रण जिनके अवयवों के अंतर को देखा नही जा सकता है, समांगी मिश्रण कहलाते हैं। समांगी मिश्रण के संघटन एवं गुण सभी जगह एक समान होते हैं। समांगी मिश्रण के उदाहरण: जल तथा नमक का विलयन (मिश्रण), जल तथा चीनी का विलयन (मिश्रण), जल तथा नींबू के रस का मिश्रण, नाइट्रोजन तथा ऑक्सीजन का मिश्रण, ब्रांज, आदि। समांगी मिश्रण को अंग्रेजी में होमोजिनियश मिक्चर कहते हैं। “होमोजिनियस” ग्रीस (Greek) के दो शब्दों “होमोस (Homos)” तथा “जिनस (genos)” से मिलकर बना है। इसमें “होमो (Homo)” का अर्थ होता है “एक समान (same) या बराबर” तथा “जिनस (genos)” का अर्थ है “जाति, प्रकार या किस्म”। अर्थात “एक ही प्रकार का या एक ही जाति का”। समांगी मिश्रण ही विलयन कहलाते हैं। असमांगी मिश्रण किसे कहते हैं- samangi mishran kya hai in hindi: मिश्रण जिनके अवयवों को नंगी आँखों से देखा जा सकता है, असमांगी मिश्रण या विषमांगी मिश्रण कहलाते हैं। असमांगी मिश्रण के संघटन तथा गुण एक समान नहीं होते हैं। असमांगी मिश्रण या विषमांगी मिश्रण को अंग्रेजी में हेट्रोजिनियस मिक्चर कहते हैं। “हेट्रोजिनियस” ग्रीस (Greek) के दो शब्दों “हेट्रो(Heteros)” तथा “जिनस (genos)” से मिलकर बना है। इसमें “हेटेरोस (Heter...

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