Vaishvikaran ke do arthik prabhav likhiye

  1. आर्थिक वैश्वीकरण : पर्यावरण पर प्रभाव
  2. वैश्वीकरण का भारतीय समाज पर प्रभाव
  3. वैश्वीकरण से आप क्या समझते हैं? / What do you understand by globalization?
  4. वैश्वीकरण के राजनीतिक प्रभाव क्या है?


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आर्थिक वैश्वीकरण : पर्यावरण पर प्रभाव

प्रस्तावना : वैश्वीकरण एवं पर्यावरण 1992 वैश्वीकरण का सूत्रपात करने वाली नई आर्थिक नीतियों को पेश करते समय तत्कालीन केन्द्रीय वित्त मंत्री (वर्तमान प्रधानमंत्री) मनमोहन सिंह ने सुधारों के पर्यावरणीय आयामों पर दिल्ली में एक भाषण दिया था। उस भाषण में उनका मुख्य तर्क ये था कि पर्यावरण संरक्षण के लिये आर्थिक संसाधनों की आवश्यकता होती है जो उनकी नई नीतियों से हासिल हो जाएँगे। सवाल ये है कि दो दशक बाद उनका नुस्खा कारगर साबित हो पाया है या नहीं? 1. अर्थव्यवस्था का तेजी से विकास सुनिश्चित करने के लिये बुनियादी ढाँचे और संसाधनों के दोहन की क्षमता में भारी इजाफा जरूरी था। इसके लिये सम्पन्न वर्ग द्वारा अन्धाधुन्ध उपभोग को बढ़ावा दिया गया। इस दौरान हमारी अर्थव्यवस्था माँग केन्द्रित रही है और इस बात पर कोई ध्यान नहीं देना चाहता कि कितनी माँग (और किस उद्देश्य से) जायज व वांछनीय मानी जा सकती है और उसके क्या परिणाम हो रहे हैं। 2. व्यापाार (निर्यात व आयात) उदारीकरण के दो परिणाम रहे हैं : विदेशी मुद्रा जुटाने के लिये प्राकृतिक संसाधनों का तेजी से दोहन तथा भारत में उपभोक्ता वस्तुओं व कचरे का बड़े पैमाने पर आयात (तेजी से बढ़ते घरेलू कचरे के अलावा)। इससे कचरे के निस्तारण और स्वास्थ्य के लिये गम्भीर समस्याएँ पैदा हुई हैं तथा वानिकी, मछुवाही, चरवाही, खेती, स्वास्थ्य व दस्तकारी से जुड़े परम्परागत रोजगारों पर बहुत बुरा असर पड़ा है। 3. पर्यावरणीय मानकों व नियमों में ढील दे दी गई है या उनके उल्लंघन को नजरअन्दाज कर दिया जा रहा है ताकि देशी और विदेशी, दोनों तरह की कम्पनियों को निवेश के लिये अनुकूल माहौल मिले। 4. अर्थव्यवस्था को विदेशी निवेश के लिये खोल देने की वजह से ऐसी-ऐसी कम्पनियाँ भी भारत में चली ...

वैश्वीकरण का भारतीय समाज पर प्रभाव

By Aug 7, 2020 भारतमेंवैश्वीकरणकेपहलू क्रॉसकंट्रीनिगमनकेकईपहलूहैंऔरराजनीतिक, सांस्कृतिक, सामाजिकऔर / याआर्थिकहोसकतेहैं, जोसभीसमानवैश्वीकरणहैं।फिरभी, वित्तीयएकीकरणसबसेआमपहलूहै।आर्थिकएकीकरणमेंएकराष्ट्रकीअर्थव्यवस्थाकोअंतर्राष्ट्रीयअर्थव्यवस्थामेंविकसितकरनाशामिलहै।प्रथमविश्वयुद्धऔरद्वितीयकेबाददुनियाभरमेंवैश्वीकरणकेशुरुआतीरुझानकईबाधाओंकेकारणकमहोगए, जिसनेमालऔरसेवाओंकीआवाजाहीकोप्रतिबंधितकरदिया।वास्तवमें, सांस्कृतिकऔरसामाजिकएकीकरणआर्थिकएकीकरणसेभीअधिकहैं।वैश्वीकरणसेकंपनीकेस्तरऔरराष्ट्रीयस्तरपरप्रतिस्पर्धाबढ़जातीहै, जोउत्पादकता, गुणवत्ताऔरनवाचारकेसंदर्भमेंश्रमप्रभावशीलताबढ़ानेकेलिएडिज़ाइनकीगईरणनीतियोंकोअपनानेकेलिएकंपनीप्रबंधनऔरसरकारोंकानेतृत्वकरतीहै। आमतौरपर, वैश्वीकरणमेंऐसीअर्थव्यवस्थाएँशामिलहोतीहैंजोअंतर्राष्ट्रीयप्रतिस्पर्धाकेलिएखुलरहीहैंऔरजोअंतर्राष्ट्रीयपूंजीकेखिलाफअंतरनहींकरतीहैं।नतीजतन, वैश्वीकरणअक्सरबाजारोंकेउदारीकरणऔरउत्पादकसंपत्तियोंकेनिजीकरणकेसाथहोताहै।लेकिनवैश्वीकरणसेबेरोजगारी, आकस्मिकरोजगारमेंवृद्धिऔरश्रमिकआंदोलनोंकोकमजोरकरनाभीहोताहै।सैद्धांतिकसाहित्यकाअर्थहैकिवैश्वीकरणनेदेशोंकोयहमहसूसकरनेकेलिएबनायाहैकिवेव्यापारकोबढ़ावादेनेऔरप्रतिस्पर्धीलाभप्राप्तकरनेकेलिएअपनेसांस्कृतिकमूल्योंऔरआर्थिकआदान-प्रदानकोसाझाकरसकतेहैं।वैश्वीकरणकेउत्साहनेसरकारोंकोभीएकवैश्विकअर्थव्यवस्थाकेगुणोंकेलिएलागूकियाहै।प्रबंधनअध्ययननेवैश्वीकरणकीप्रक्रियाकोपरिभाषितकियाहै।फ्रेजर (2007) नेबतायाकिवैश्वीकरणआजकलहरटिप्पणीकारकेहोंठोंपरएकशब्दहै, लेकिनसंतोषजनकढंगसेपरिभाषितकरनाबहुतमुश्किलहै, क्योंकियहआर्थिक, समाजशास्त्रीय, राजनीतिक, सांस्कृतिकऔरपर्यावरणजैसेकईअलग-अलगसंदर्भोंमेंउत्पन्नहोताहै। वैश्वीकरणकीअवधारणा वैश्वी...

वैश्वीकरण से आप क्या समझते हैं? / What do you understand by globalization?

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वैश्वीकरण के राजनीतिक प्रभाव क्या है?

मित्रों, जैसा कि हम जानते हैं कि वैश्वीकरण को एक प्रकार से वैश्विक समाज के संदर्भ में समझा जा सकता है, और इसके विभिन्न प्रकार के राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव लोगों पर पड़ सकते हैं। आज के समय विभिन्न प्रकार के राजनेता वैश्वीकरण का लाभ उठाते हुए अपनी राजनीति चमकाने का प्रयास करते हैं। लेकिन राजनेताओं के साथ साथ आम जनता को भी वैश्वीकरण के अच्छे व् बुरे प्रभाव देखने को मिलते है। इसी के साथ लोगों को कई बार भड़काने का काम भी वैश्वीकरण के माध्यम से ही किया जाता है। उनमें से अधिकतम चीजें लोगों की जानकारी से परे होती है, और इसी कारण लोग राजनेताओं की चिकनी चुपड़ी बातों में आ जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वैश्वीकरण क्या होता है और vaishvikaran ke rajnitik prabhav क्या हो सकते हैं? यदि आप नहीं जानते तो कोई बात नहीं क्योंकि आज हम आपको बताने वाले हैं कि वैश्वीकरण क्या होता है, इसके फायदे और नुकसान है तथा मानव समाज व् संस्कृति पर इसके क्या प्रभाव देखने को मिलते है। मित्रों, वैश्वीकरण मूल रूप से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किन्ही भी दो संस्कृति और समाज को आपस में जोड़ता है। किसी भी देश में वैश्वीकरण तो सार्थक रूप से अपनाया जाता है तब यह देखा जाता है कि वैश्वीकरण के राजनीतिक फायदे और राजनीतिक नुकसान भी उस देश को सहने पड़ते हैं। किसी भी देश और राष्ट्र में वैश्वीकरण का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि प्रजातांत्रिक देशों में वैश्वीकरण के कारण आम जनता में ज्ञान व जागरूकता की बढ़ोतरी होती है, लोगों को अपने अधिकारों के बारे में पता चलता है। वैश्वीकरण का उद्देश्य | Vaishvikaran ka Uddeshya वैश्विक्ररण का मूल उद्देश्य वैश्विक संस्कृतियों से उन गुणों की प्राप्ति करना है जो हमारे समाज के लिए उचित है। वैश...