ओमीय प्रतिरोध है

  1. अन
  2. मैगनिन की प्रतिरोधकता 44xx10^(
  3. समर्थन और प्रतिरोध
  4. ओम का नियम
  5. ओम का नियम क्या है, सूत्र व जानकारी Ohm's Law In Hindi
  6. एक प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में केवल एक संधारित लगा है। परिपथ आरेख बनाइ
  7. मैगनिन की प्रतिरोधकता 44xx10^(
  8. अन
  9. ओम का नियम
  10. समर्थन और प्रतिरोध


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अन

हेलो स्टूडेंट फैशन है कि अनु में पेट्रोल किसे कहते हैं इसका एक उदाहरण दीजिए तो हम इसकी परिभाषा लिख लेते हैं पर कैमरा अनहोनी प्रतिरोध क्या होता है तो यादी प्रतिरोध आरोपित विभवांतर के बदलने पर ठीक है विभांतर के बदलने पर परिवर्तित हो ठीक है तो ऐसे पर क्रोध को क्या बोलेंगे ऐसे प्रतिरोध को हम क्या बोलते हैं ओमी प्रतिरोध कहते हैं अर्थात हमारा अगर कोई प्रतिरोध है उस पर हम क्या करें विभव विभाग और ऑफिस करें तो वह परिवर्तित होने लगे हैं पर ठीक है तो ऐसे प्रतिरोध को क्या बोलेंगे हम अन्य पुत्र बोलते हैं इसका एक उदाहरण ले अगर हम तो हमारा जो है डायोड वाल्व जो है डायोड वाल्व क्या होता है अगर डाइवर्ट वालों में हम आरिफ अंतर और फिर करें तो यह क्या होता है इसका प्रतिरोध परिवर्तित होने लगता है यहां बोल सकते हैं कि हमारा जो थर्मिस्टर होता है सर मिस्टर मिस्टर में क्या होता है कि अगर इसमें हम विभांतर अगर हम चेंज करते हैं इसका विभव इसका जो मेरा अभिमान तरह थर्मिस्टर पर अगर हम कोई भी

मैगनिन की प्रतिरोधकता 44xx10^(

इस वर्ष नियमित दिया है कि मैगजीन की प्रतिरोधकता 44 * 10 की पावर - 28 ऑग गुण मीटर है ठीक है इस कथन का अर्थ बताइए ठीक है तो इसके लिए अगर बात करें अगर यह मान लेते हमारे पास क्या है कोई मैगजीन का धातु का कोई प्रतिरोध है एक तरह से या मैग्निन का कोई नहीं इनकी धातु का कोई तार है तेरे से ठीक है इसकी लंबाई राजस्थान पुष्कर क्षेत्र गया है ही है और बात करेंगी इसके लिए प्रति उसकी सुपर क्रोध मान लेते हैं इसका प्रतिरोध क्या है आज तो यहां पर आ कर देखते हैं तो जो पट्टी बहुत होता है कोई भी सा लगता है तो उसको क्या होता है कि उसकी लंबाई के समानुपाती होता है तथा उसके क्षेत्रफल के क्या होता है युद्ध हनुमान पति होता है ठीक है अब यहां पर जो सामान गतिशील होता है इसको हटाने के लिए क्या जाता है हमारे यहां पर एक रोल बेटा या जाते हो क्या होती है उसकी प्रतिरोधकता यहां पे मनी माली जो कि पदार्थ की प्रकृति पर निर्भर करती है ठीक है अब यहां पर हमें क्या है इसका प्रतिरोधकता का मान हमें देखना है तो रो बराबर क्या हो जाएगा इस तरह यह हो जाएगा ठीक है और यहां पर क्या है जो इस का मानदेय रखा है यह रो बराबर हमें कितना दे रखा है सोमवार लिस्ट * 44 * 10 की पावर कितना देर का है कि यह दे रखा 10 की पावर माइनस 8 * * मीटर क्या एल्केम मीटर में होता है क्षेत्रफल हमारा मीटर स्क्वायर मीटर सेंटीमीटर मीटर क्या कैंसिल कैंसिल हो गया और आज का मात्रक क्या होता है ओम होता है इसका इसलिए यहां पर इसका मात्रक क्या है * मीटर है कि यहां पर कर देखें इसका लंबाई और क्षेत्रफल क्या रही होगी यहां पर अगर देखें तो क्षेत्रफल लंबाई मान लेते हैं यहां पर एक मित्र ठीक है और इसका क्षेत्रफल क्या है यहां पर 1 मीटर स्क्वायर है यानी 1 मीटर की बात हो तो यहां स...

समर्थन और प्रतिरोध

इस लेख में अतिरिक्त संदर्भ अथवा स्रोतों की आवश्यकता है। कृपया विश्वसनीय स्रोत जोड़कर (June 2008) स्रोत खोजें: · · · · शेयर बाज़ार में सपोर्ट बनाम रेजिस्टेंस [ ] किसी शेयर का सपोर्ट एक ऐसा स्तर होता है जहा पर शेयर की मांग बढ़ जाती है । इसका मतलब यह है कि कीमत इस स्तर से टूटने के बजाय "बाउंस" होने की अधिक संभावना है। एक रेजिस्टेंस स्तर सपोर्ट से ठीक विपरीत होता है । यह वो स्तर होता है जहाँ पर शेयर में बिकवाली हावी हो जाती है | तथा शेयर बिकवाली होने के कारण शेयर अपने उपरी स्तर से निचे आने लगती है | समर्थन और प्रतिरोध स्तरों की पहचान करना [ ] सपोर्ट और रेजिस्टेंस के लेवल को ट्रेंड लाइन्स ( शेयर जीतनी बार अपने सपोर्ट तथा रेजिस्टेंस तो टच करता है वह लेवल उतना ही मजबूत हो जाता है जब कोई शेयर अपने सपोर्ट के लेवल को तोड़कर निचे आ जाती है तो वह सपोर्ट अब रेजिस्टेंस का कार्य करने लगती है | इसी तरह जब कोई शेयर अपने रेजिस्टेंस के लेवल को ब्रेक आउट कर जाती है तब यह रेजिस्टेंस का लेवल भविष्य में सपोर्ट का कार्य करने लगाती है | • • आगे पढ़े [ ] • • • • • Amiri, M.; Zandieh, M.; Vahdani, B.; Soltani, R.; Roshanaei, V. (January 2010). "An integrated eigenvector–DEA–TOPSIS methodology for portfolio risk evaluation in the FOREX spot market". Expert Systems with Applications. 37 (1): 509–516.

ओम का नियम

ओम का नियम Ohm’s Law in Hindi ओम का नियम | Ohm’s Law in Hindi :- सन् 1826 में जर्मन वैज्ञानिक डॉ. जार्ज साइमन ओम (George Simon Ohm) ने किसी चालक के सिरों पर आरोपित विभवान्तर तथा उसमें प्रवाहित विद्युत धारा के मध्य सम्बन्ध को एक नियम के द्वारा व्यक्त किया, जिसे ओम का नियम कहते है। ओम के नियमानुसार “यदि किसी चालक की भौतिक अवस्था (जैसे ताप, लम्बाई, क्षेत्रफल आदि) अपरिवर्तित रखी जाये तब उसके सिरों पर आरोपित विभवान्तर तथा उसमें प्रवाहित होने वाली धारा का अनुपात नियत रहता है।” अथवा “यदि किसी चालक की भौतिक अवस्थाएं जैसे ताप, दाब, लंबाई, क्षेत्रफल आदि नियत रहे, तो उसके सिरों के मध्य आरोपित विभवान्तर प्रवाहित विद्युत धारा के समानुपाती होता है।” अर्थात् यदि चालक के सिरों पर V विभवान्तर लगाने पर उसमें I धारा प्रवाहित हो, तो ओम के नियम से V/I = नियतांक यहाँ इस नियतांक को चालक का विद्युत प्रतिरोध (electric resistance) कहते है तथा इसे R द्वारा व्यक्त किया जाता है। विद्युत प्रतिरोध (R) :- किसी चालक का वह गुण जिससे वह अपने अंदर से प्रवाहित होने वाले आवेश के प्रवाह का विरोध करता है, प्रतिरोध कहलाता है। प्रतिरोध का S.I. मात्रक :- वोल्ट/एम्पियर या ओम (Ohm) 1 ओम (Ohm) की परिभाषा :- यदि किसी चालक में एक एम्पियर विद्युत धारा प्रवाहित होने पर उसके सिरों के मध्य एक वोल्ट विभवान्तर उत्पन्न हो, तो चालक का प्रतिरोथ एक ओम कहा जाएगा। 1 Ω = 1 V/1 A ओम के नियम का सूत्र (ओम का नियम | Ohm’s Law in Hindi) :- V = IR ओम के नियम का सत्यापन (ओम का नियम | Ohm’s Law in Hindi) :- ओम के नियम के सत्यापन के लिए चित्रानुसार एक बैटरी (B), एक धारा नियंत्रक (Rh), एक अमीटर (A) तथा एक चालक तार PQ लेते हैं। वोल्टमीटर चालक ...

ओम का नियम क्या है, सूत्र व जानकारी Ohm's Law In Hindi

ओम का नियम क्या है, सूत्र व जानकारी What Is Ohm’s Law In Hindi विज्ञान के पाठ्यक्रम में अक्सर विद्यार्थियों को ओम का नियम पढ़ाया जाता है। विद्युत धारा के क्षेत्र में इस नियम की महत्वपूर्ण भूमिका है। ओम का नियम कुछ वस्तुओं के प्रतिरोध को परिभाषित करता है। ओम का नियम किसने दिया और ओम का नियम क्या है (Om Ka Niyam Kya Hai In Hindi)? इन प्रश्नों पर चर्चा करेंगे। Contents • • • • • ओम का नियम क्या है What Is Ohm’s Law In Hindi जर्मन भौतिक शास्त्री जॉर्ज साइमन ओम (George Simon Ohm) ने वर्ष 1827 में ओम का नियम (Ohm’s Law) की खोज की थी। इन्ही महान वैज्ञानिक के नाम पर इस नियम का नाम पड़ा था। साइमन ओम का जन्म जर्मनी में वर्ष 16 मार्च 1789 को हुआ था। ओम के नियम को चालक के प्रतिरोध का नियम भी कहते है। साइमन ओम ने इस नियम से प्रतिरोध, विद्युत धारा और वोल्टेज के मध्य संबंध बताया था। भौतिकी में बिना ओम का नियम पढ़े पढ़ाई पूरी नही मानी जाती है। Ohm’s Law क्या है ओम के नियमानुसार किसी भी प्रतिरोध के दोनों सिरों के बीच उत्पन्न हुआ विभवांतर (Potential Difference, V) प्रतिरोध में प्रवाहित धारा (I) के समानुपाती या अनुक्रमानुपति होता है। इसका अर्थ यह है कि अगर प्रवाहित धारा का मान बढ़ाया जाए तो विभवांतर का मान भी बढ़ जायेगा। इसी तरह से अगर धारा का मान घटा दे तो वोल्टेज का मान भी घट जाएगा। विभवांतर को वोल्टेज (Voltage) भी कहते है। परन्तु ओम के नियम की शर्त यह है कि उस प्रतिरोध की भौतिक अवस्था स्थिर या नियत हो। भौतिक अवस्थाओं में तापमान, दाब, लंबाई इत्यादि आती है। क्योंकि अगर भैतिक अवस्थाएं स्थिर नही है जैसे कि तापमान में स्थिरता नही है तो ओम का नियम फैल हो जाता है। इस सूत्र के प्रयोग में प्रतिरोध (R) क...

एक प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में केवल एक संधारित लगा है। परिपथ आरेख बनाइ

Solution परिपथ आरेख में परिपथ आरेख प्रदर्शित है। माना धारिता C का एक संधारित जिसका ओमीय प्रतिरोध नगण्य है, की प्लेटो के बीच लगाया गया प्रत्यावर्ती वोल्टेज V है V = V 0 sin o m ≥ a t माना किसी क्षण संधारित पर आवेश q तथा परिपथ में धारा i है, तो संधारित की प्लेटो की बीच तात्कालिक वोल्टेज V = q C q C = V 0 sin ω t i = d q d t = d d t ( C V 0 sin ω t ) i = C V 0 ω v o s ω t i = V 0 1 / ω C cos ω t i = i 0 sin ( ω t + π / 2 ) अतः केवल धारिता वाले प्रत्यावर्ती परिपथ में धारा i, वोल्टेज V से कला में π / 2 या 90 ∘ अग्रगामी होती है। ∴ i 0 = V 0 I / ω C स्पष्ट है की धारिता प्रतिघात X C = 1 ω C या X C = 1 2 π f C होता है। 283 v शिखर वोल्टता एवं 50HZ आवृति की एक ज्यावक्रीय वोल्टता एक श्रेणी बद्ध LCR परिपथ से जुडी है जिसमे R= 3 Ω, L= 25.48mH एवं C= 796 m i c r o f a r e d है| ज्ञात कीजिये (a) परिपथ की प्रतिबाधा (b) स्रोत के सिरों के बीच लगी वोल्टता एवं परिपथ में प्रवाहित होने वाली धारा के बीच कालान्तर (c) परिपथ में होने वाला शक्ति क्षय (d) शक्ति गुणांक माना कि पूर्व उदाहरण में वर्णित स्रोत की आवर्ती परिवर्तनशील है|(a) स्रोत कि किसी आवृति पर अनुनाद होगा| (b) अनुनाद की अवस्था में प्रतिबाधा, का धारा एवं क्षयित शक्ति की गणना कीजिए| अभ्यास 7.3 व 7.4 में एक पूरे चक्र की अवधि में प्रत्येक परिपथ में कितने नेट शक्ति अवशोषित होती है ? अपने उत्तर का विवरण दीजिए | 7.3 : एक 44mH का प्रेरित्र 220V, 50 Hz आपूर्ति से जोड़ा गया है , परिपथ में धारा के rms मान को ज्ञात कीजिये 7.4 : एक 60 μ F का संधारित्र 110V, 60Hz , acआपूर्ति से जोड़ा गया है , परिपथ में धारा के rms मान को ज्ञात कीजिये

मैगनिन की प्रतिरोधकता 44xx10^(

इस वर्ष नियमित दिया है कि मैगजीन की प्रतिरोधकता 44 * 10 की पावर - 28 ऑग गुण मीटर है ठीक है इस कथन का अर्थ बताइए ठीक है तो इसके लिए अगर बात करें अगर यह मान लेते हमारे पास क्या है कोई मैगजीन का धातु का कोई प्रतिरोध है एक तरह से या मैग्निन का कोई नहीं इनकी धातु का कोई तार है तेरे से ठीक है इसकी लंबाई राजस्थान पुष्कर क्षेत्र गया है ही है और बात करेंगी इसके लिए प्रति उसकी सुपर क्रोध मान लेते हैं इसका प्रतिरोध क्या है आज तो यहां पर आ कर देखते हैं तो जो पट्टी बहुत होता है कोई भी सा लगता है तो उसको क्या होता है कि उसकी लंबाई के समानुपाती होता है तथा उसके क्षेत्रफल के क्या होता है युद्ध हनुमान पति होता है ठीक है अब यहां पर जो सामान गतिशील होता है इसको हटाने के लिए क्या जाता है हमारे यहां पर एक रोल बेटा या जाते हो क्या होती है उसकी प्रतिरोधकता यहां पे मनी माली जो कि पदार्थ की प्रकृति पर निर्भर करती है ठीक है अब यहां पर हमें क्या है इसका प्रतिरोधकता का मान हमें देखना है तो रो बराबर क्या हो जाएगा इस तरह यह हो जाएगा ठीक है और यहां पर क्या है जो इस का मानदेय रखा है यह रो बराबर हमें कितना दे रखा है सोमवार लिस्ट * 44 * 10 की पावर कितना देर का है कि यह दे रखा 10 की पावर माइनस 8 * * मीटर क्या एल्केम मीटर में होता है क्षेत्रफल हमारा मीटर स्क्वायर मीटर सेंटीमीटर मीटर क्या कैंसिल कैंसिल हो गया और आज का मात्रक क्या होता है ओम होता है इसका इसलिए यहां पर इसका मात्रक क्या है * मीटर है कि यहां पर कर देखें इसका लंबाई और क्षेत्रफल क्या रही होगी यहां पर अगर देखें तो क्षेत्रफल लंबाई मान लेते हैं यहां पर एक मित्र ठीक है और इसका क्षेत्रफल क्या है यहां पर 1 मीटर स्क्वायर है यानी 1 मीटर की बात हो तो यहां स...

अन

हेलो स्टूडेंट फैशन है कि अनु में पेट्रोल किसे कहते हैं इसका एक उदाहरण दीजिए तो हम इसकी परिभाषा लिख लेते हैं पर कैमरा अनहोनी प्रतिरोध क्या होता है तो यादी प्रतिरोध आरोपित विभवांतर के बदलने पर ठीक है विभांतर के बदलने पर परिवर्तित हो ठीक है तो ऐसे पर क्रोध को क्या बोलेंगे ऐसे प्रतिरोध को हम क्या बोलते हैं ओमी प्रतिरोध कहते हैं अर्थात हमारा अगर कोई प्रतिरोध है उस पर हम क्या करें विभव विभाग और ऑफिस करें तो वह परिवर्तित होने लगे हैं पर ठीक है तो ऐसे प्रतिरोध को क्या बोलेंगे हम अन्य पुत्र बोलते हैं इसका एक उदाहरण ले अगर हम तो हमारा जो है डायोड वाल्व जो है डायोड वाल्व क्या होता है अगर डाइवर्ट वालों में हम आरिफ अंतर और फिर करें तो यह क्या होता है इसका प्रतिरोध परिवर्तित होने लगता है यहां बोल सकते हैं कि हमारा जो थर्मिस्टर होता है सर मिस्टर मिस्टर में क्या होता है कि अगर इसमें हम विभांतर अगर हम चेंज करते हैं इसका विभव इसका जो मेरा अभिमान तरह थर्मिस्टर पर अगर हम कोई भी

ओम का नियम

ओम का नियम Ohm’s Law in Hindi ओम का नियम | Ohm’s Law in Hindi :- सन् 1826 में जर्मन वैज्ञानिक डॉ. जार्ज साइमन ओम (George Simon Ohm) ने किसी चालक के सिरों पर आरोपित विभवान्तर तथा उसमें प्रवाहित विद्युत धारा के मध्य सम्बन्ध को एक नियम के द्वारा व्यक्त किया, जिसे ओम का नियम कहते है। ओम के नियमानुसार “यदि किसी चालक की भौतिक अवस्था (जैसे ताप, लम्बाई, क्षेत्रफल आदि) अपरिवर्तित रखी जाये तब उसके सिरों पर आरोपित विभवान्तर तथा उसमें प्रवाहित होने वाली धारा का अनुपात नियत रहता है।” अथवा “यदि किसी चालक की भौतिक अवस्थाएं जैसे ताप, दाब, लंबाई, क्षेत्रफल आदि नियत रहे, तो उसके सिरों के मध्य आरोपित विभवान्तर प्रवाहित विद्युत धारा के समानुपाती होता है।” अर्थात् यदि चालक के सिरों पर V विभवान्तर लगाने पर उसमें I धारा प्रवाहित हो, तो ओम के नियम से V/I = नियतांक यहाँ इस नियतांक को चालक का विद्युत प्रतिरोध (electric resistance) कहते है तथा इसे R द्वारा व्यक्त किया जाता है। विद्युत प्रतिरोध (R) :- किसी चालक का वह गुण जिससे वह अपने अंदर से प्रवाहित होने वाले आवेश के प्रवाह का विरोध करता है, प्रतिरोध कहलाता है। प्रतिरोध का S.I. मात्रक :- वोल्ट/एम्पियर या ओम (Ohm) 1 ओम (Ohm) की परिभाषा :- यदि किसी चालक में एक एम्पियर विद्युत धारा प्रवाहित होने पर उसके सिरों के मध्य एक वोल्ट विभवान्तर उत्पन्न हो, तो चालक का प्रतिरोथ एक ओम कहा जाएगा। 1 Ω = 1 V/1 A ओम के नियम का सूत्र (ओम का नियम | Ohm’s Law in Hindi) :- V = IR ओम के नियम का सत्यापन (ओम का नियम | Ohm’s Law in Hindi) :- ओम के नियम के सत्यापन के लिए चित्रानुसार एक बैटरी (B), एक धारा नियंत्रक (Rh), एक अमीटर (A) तथा एक चालक तार PQ लेते हैं। वोल्टमीटर चालक ...

समर्थन और प्रतिरोध

इस लेख में अतिरिक्त संदर्भ अथवा स्रोतों की आवश्यकता है। कृपया विश्वसनीय स्रोत जोड़कर (June 2008) स्रोत खोजें: · · · · शेयर बाज़ार में सपोर्ट बनाम रेजिस्टेंस [ ] किसी शेयर का सपोर्ट एक ऐसा स्तर होता है जहा पर शेयर की मांग बढ़ जाती है । इसका मतलब यह है कि कीमत इस स्तर से टूटने के बजाय "बाउंस" होने की अधिक संभावना है। एक रेजिस्टेंस स्तर सपोर्ट से ठीक विपरीत होता है । यह वो स्तर होता है जहाँ पर शेयर में बिकवाली हावी हो जाती है | तथा शेयर बिकवाली होने के कारण शेयर अपने उपरी स्तर से निचे आने लगती है | समर्थन और प्रतिरोध स्तरों की पहचान करना [ ] सपोर्ट और रेजिस्टेंस के लेवल को ट्रेंड लाइन्स ( शेयर जीतनी बार अपने सपोर्ट तथा रेजिस्टेंस तो टच करता है वह लेवल उतना ही मजबूत हो जाता है जब कोई शेयर अपने सपोर्ट के लेवल को तोड़कर निचे आ जाती है तो वह सपोर्ट अब रेजिस्टेंस का कार्य करने लगती है | इसी तरह जब कोई शेयर अपने रेजिस्टेंस के लेवल को ब्रेक आउट कर जाती है तब यह रेजिस्टेंस का लेवल भविष्य में सपोर्ट का कार्य करने लगाती है | • • आगे पढ़े [ ] • • • • • Amiri, M.; Zandieh, M.; Vahdani, B.; Soltani, R.; Roshanaei, V. (January 2010). "An integrated eigenvector–DEA–TOPSIS methodology for portfolio risk evaluation in the FOREX spot market". Expert Systems with Applications. 37 (1): 509–516.